कोरोना कहर : अस्पतालों में बेड प्रबंधन के निर्देश, मंगलवार को मिले 998 नए मरीज

punjabkesari.in Wednesday, Apr 14, 2021 - 11:37 AM (IST)

गुडग़ांव (ब्यूरो) : गुरूग्राम के उपायुक्त डा. यश गर्ग ने कहा कि निजी अस्पताल कोविड संक्रमित मरीजों की अस्पताल में भर्ती के समय इस बात का विशेष ध्यान रखें कि वह आईसीएमआर की गाईडलाईन के अनुसार एडमिशन क्राइटेरिया को पूरा करता हो। इसके साथ ही उन्होंने निजी अस्पतालों को कोविड संक्रमित मरीजों के लिए रिजर्व बेड की उपलब्धता का डाटा पोर्टल पर रोजाना अपडेट करने के निर्देश दिए। 

डा. गर्ग आज लघु सचिवालय स्थित सभागार में निजी अस्पतालों से आए प्रतिनिधियों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। जिला प्रशासन के संज्ञान में आया है कि निजी अस्पताल कोविड संक्रमण के ऐसे मरीजों की भी भर्ती कर रहे हैं जो होम आइसोलेशन में रहकर भी ठीक हो सकते हैं क्योंकि उनका हैल्थ इंश्योरेंस होता है। ऐसा करने पर अति गंभीर रूप से संक्रमित मरीजों को अस्पताल में बैड नहीं मिल पाते। अस्पताल प्रबंधन मरीज की भर्ती करते समय निर्धारित मानदण्डों का विशेष रूप से ध्यान रखें और निर्धारित मानदण्ड अनुसार जिस मरीज को वार्ड में एडमिट करने की जरूरत है उसे वार्ड में तथा जिन्हें वेंटिलेटर आदि की जरूरत है उन्हें आईसीयू में भर्ती करें। ऐसा नहीं करने वालों के खिलाफ जिला प्रशासन सख्ती से निपटेगा और नियमानुसार कार्यवाही की जाएगी।

इसके साथ ही डा. गर्ग ने कहा कि अस्पताल प्रबंधन पब्लिक डोमेन में बेडो की उपलब्धता संबंधी डाटा को रोजाना अपडेट करें क्योंकि आम व्यक्ति को वैबसाईट के माध्यम से ही इसकी जानकारी मिलती है। पोर्टल पर अपडेट होने वाले डाटा तथा अस्पताल में उपलब्ध बेडो की संख्या एक जैसी होनी चाहिए। डा. गर्ग ने कहा कि इन दिनों कोरोना संक्रमण संबंधी मामलों में इजाफा देखा जा रहा है। रोजाना लगभग 1000 मामले सामने आ रहे हैं और यह आंकड़ा भविष्य में बढऩे का भी अनुमान है। इसलिए जरूरी है कि अस्पतालों में बेड प्रबंधन किया जाए ताकि गंभीर रूप से कोरोना संक्रमित मरीजों का ईलाज हो सके। 

उपायुक्त ने कहा कि हमें एकजुटता से प्रयास करने की जरूरत है इसलिए जरूरी है कि निजी अस्पताल इसे गंभीरता से लें और जिला प्रशासन का सहयोग करें। इस मौके पर सिविल सर्जन डा. विरेंद्र यादव ने कहा कि इस मामले में लापरवाही कतई बर्दाश्त नही की जाएगी। आज आयोजित बैठक में अनुपस्थित रहे निजी अस्पतालों को कारण बताओं नोटिस जारी करने के भी निर्देश उपायुक्त ने दिए। उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि निजी अस्पताल जिला प्रशासन द्वारा जारी दिशा निर्देशों तथा आईसीएमआर की गाईड लाईन्स का गंभीरता से पालन करें। 

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Content Writer

Manisha rana

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