गुरूग्राम निगम पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप, जेई समेत कई कर्मचारियों पर मुकद्दमा दर्ज

punjabkesari.in Saturday, May 07, 2022 - 02:59 PM (IST)

गुरुग्राम(मोहित): गुरुग्राम नगर निगम पर एक बार फिर भ्रष्टाचार को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। इस बार गुरुग्राम की देवीलाल कॉलोनी में निर्माणाधीन इमारत को तोड़ने की धमकी देकर जेई और उनकी टीम के द्वारा रिश्वत लेने के आरोप लगे हैं। इस मामले में गुरुग्राम पुलिस ने जेई सुमित चहल और कर्मचारी हितेश समेत कई लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। 

अवैध मकान ना तोड़ने की एवज में जेई ने मांगे थे 1 लाख रूपए

जानकारी के अनुसार कल जेई और उनकी टीम गुरुग्राम की देवीलाल कॉलोनी पहुंची जहां उन्होंने निर्माणाधीन इमारत को अवैध बताते हुए नोटिस मकान मालिक को एक नोटिस थमाया। इस नोटिस के जरिए इमारत पर बुलडोजर चलाकर उसे ध्वस्त करने की धमकी दी गई। यही नहीं कार्रवाई ना करने की एवज में 1 लाख रुपए की मांग भी की गई। जब मकान मालिक द्वारा 20 या 30 हज़ार रुपए देकर मामला रफा दफा करने की बात कही गई तो जेई की टीम नहीं मानी और 1 लाख की मांग पर अडी रही। मकान टूटने के डर से मकान मालिक हरीश ने नगर निगम टीम के कर्मचारी हितेश को 50 हज़ार रुपए दे दिए। लेकिन भ्रष्ट जेई और उनकी टीम मौके पर पहुंचकर बाकी के 50 हज़ार रूपए देने की मांग करने लगी। इसके बाद स्थानीय निवासियों ने नगर निगम के ड्राइवर समेत रिश्वतखोर कर्मचारी को मौके ही दबोच लिया।

निगम कर्मचारी हितेश ने कबूली रिश्वत लेने की बात

निगम कर्मचारी हितेश ने कबूल किया कि जेई की मौजूदगी में उसने 50 हज़ार रुपये की रिश्वत ली थी और कल भी जेई  के कहने पर ही वह बाकी के 50 हज़ार रूपए लेने के लिए देवीलाल कॉलोनी पहुंचा था। जब उनसे पूछा गया कि 50 हज़ार रूपए में किस-किस का हिस्सा हैं, तो हितेश ने साफ कह दिया कि यह जेई बता पाएंगे। यानि जेई के कहने पर ही निगम कर्मचारी हितेश ने यह रिश्वत ली थी। 

भ्रष्टाचार को लेकर पहले भी आरोपों के घेरे में रहे निगम कर्मचारी

गुरूग्राम निगम कर्मचारियों पर रिश्वत लेने के आरोप लगने का यह कोई पहला मामला नहीं है, बल्कि इससे पहले भी कई ऐसे मामले सामने आ चुके हैं। आरडब्ल्यूए प्रधान प्रह्लाद की मानें तो पूरी देवीलाल कॉलोनी में आए दिन निगम के कर्मचारी अवैध वसूली करते हैं। इसे लेकर कई बार शिकायत भी दी जा चुकी है, लेकिन उसके बावजूद निगम कर्मचारी इस तरह की घटनाओं को खुलेआम अंजाम दे रहे हैं। गुरुग्राम पुलिस ने शिकायत के बाद संबंधित लोगों के बयान दर्ज कर निगम के जेई सुमित चहल, कर्मचारी हितेश समेत और कई अन्य के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 34 और प्रीवेंशन आफ करप्शन एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।)


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Vivek Rai

Recommended News

Related News

static