देश को अगर किसी से खतरा है तो चुने हुए नुमाइंदों से है : शमशेर सिंह गोगी

punjabkesari.in Friday, Jan 01, 2021 - 03:38 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : भाजपा, जजपा और निर्दलीयों की सरकार रोते हुए लोगों की सरकार है। अंदर-अंदर सभी विधायक दुखी हैं। लेकिन सभी को साढे 3 साल का लालच सता रहा है। क्योंकि इनकी सरकार आगे नहींं आनी इसीलिए यह कुर्सी से चिपके बैठे हैं। यह बात असंध से कांग्रेसी विधायक शमशेर सिंह गोगी ने पंजाब केसरी से बातचीत के दौरान कही। गोगी पेट्रोल पंप संचालकों के राष्ट्रीय नेता भी हैं। उन्होंने सरकार पर कड़े प्रहार करते हुए कि किसान का लक्ष्य केवल और केवल कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाना है। क्योंकि अंबानी, अडानी जैसे ग्रुपो ने कई प्रदेशों में दूसरी सरकार तोड़ने और इनकी सरकार बनाने में मोटी फंडिंग की है। इसलिए यह उनके दबाव में काम कर रहे हैं। उन्होंने निकाय चुनाव में आए परिणामों पर भी संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि कुछ जगह ओर भी हम अपनी जीत मान रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। गोगी से बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत है:-

प्रश्न : निकाय चुनावों के नतीजों को आप किस रूप में देखते हैं?
उत्तर :
एक सीट पर कांग्रेस ने अपना मेयर बनाया है और एक सीट पर बहुत थोड़े वोटों से कांग्रेस पीछे रही है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी की 2 सीटों पर हार हुई। जहां भाजपा का विधायक था, वहां भी भाजपा हारी है। लेकिन कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा रहा है। हम पंचकूला में भी जीत मान रहे थे, लेकिन किसी कारण से यह नहीं हो पाई।

प्रश्न : भाजपा का आरोप है की किसान आंदोलन में कांग्रेस राजनीतिक रोटियां सेक सही है?
उत्तर :
अगर आंदोलन में बैठे सभी लोग कांग्रेसी होते हैं तो भाजपा सत्ता में कैसे आती? यह भाजपा के कर्मों का फल है। पूरे विश्व में जहां-जहां यह कानून बने वहां तो किसान बर्बाद हो गया। अमेरिका और यूरोप में भी किसानों को सब्सिडी देकर जिंदा रखा जा रहा है और बिहार में 2006 में लागू हुआ इस कानून के कारण किसान बर्बाद हो चुका है। अब खुद ही बताएं कोरोणा के कारण लॉकडाउन था, उस दौरान अफरा तफरी में यह अध्यादेश लाए गए, कानून बताएं बनाए गए। जबकि इसके लिए किसी से सलाह नहीं ली गई। किसी से बात नहीं की गई। आखिर किसका दबाव था कि अचानक यह लागू करने पड़े मुझे लगता है।साफ है इन्होंने जो विधायकों को खरीद कर कई जगह अपनी सरकारे बनाई है, उसमें लगे पैसे की फंडिंग अडानी द्वारा की गई उनका एहसान उतारा गया है।

प्रश्न : आप पहली बार विधायक बने। आपने 2020 में अपने हल्के के कितने मुद्दे उठाए, कितनों के हल हुए और 2021 को लेकर आप का रोड मैप क्या है?
उत्तर :
मैंने बहुत सी बातें उठाई है। मेरा सपना असध को जिला बनाना है और मैंने स्पोर्ट्स कॉलेज की भी मांग रखी है। साथ ही सड़कों के, पब्लिक हेल्थ के बहुत से काम चल रहे हैं। असंध में पानी के पीने की बहुत से क्षेत्रों में बहुत कमी थी जो कि काफी हद तक कमी दूर हो चुकी है।

प्रश्न : असंध को जिला क्यों बनाना चाहते है?
उत्तर :
असंध 4 जिलो करनाल, कैथल, जींद और पानीपत के बीच में स्थित है। जो कि सभी असंध से 45 किलोमीटर की दूरी पर है। लेकिन बीच 20 किलोमीटर की दूरी पर जिले बनाए जा रहे हैं। चरखी-दादरी भिवानी से केवल 28 किलोमीटर की दूरी पर है  और हाल ही में  गोहाना और हांसी को भी जिला बनाया जाना है।  दूरी के हिसाब से असंध का हक बनता है। जिला बनने से असंध का विकास होगा, लोगों के रोजगााार के साधन बढ़ेंगे। हाउसिंग बोर्ड, हुड्डा आने से लोगोंं के स्टैंडर्ड में सुधार होगा और फिर इसमें स्माल स्केल इंडस्ट्री की भी कोशिश रहेगी।

प्रश्न : पेट्रोल पंप संचालकों के आप प्रधान भी रहे। डीजल के रेट बढ़ने के क्या कारण आप मानते हैं?
उत्तर :
जिस प्रकार से इन कालेे कानूनों को बनाकर अडानी और अंबानी को फायदाा पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। यही खेल इस तेल के पीछे भी है। आज रेलवे में जो डीजल का इस्तेमाल होताा है। सारा का सारा अम्बानी की इंडस्ट्री से आता है। आज आइओसी फॉर्च्यून जैसी बेहतरीन कंपनियों को कमजोर कर के प्राइवेट इंडस्ट्री को मजबूत किया जा रहा है। क्योंकि सारा मुनाफा अंबानी की जेब में भेजना है। इनकी पहल दिन से यही मे नीति रही है। उन्होंने अब तक बहुत बड़े-बड़े झूठ बोले। इनके समय में पांच पेट्रोल पंप तक नहीं लगाए गए। इन्होंने केवल धर्म और जाति की राजनीति की है।

प्रश्न : पहली बार आप विधायक बने। 2020 के क्या अनुभव रहे?
उत्तर :
मैं विधानसभा से बाहर भी कहता हूं कि जिस दिन देश के नेताओं की नियत ठीक हो जाएगी, देश सुधर जाएगा। जिस दिन नवंबर 2019 में संविधान दिवस मनाया गया। मैंने वहां भी कहा था कि देश को अगर किसी से खतरा है तो चुने हुए नुमाइंदों से है। अफसर भी हर जगह शामिल है।क्योंकि उन्हीं के माध्यम से नेता घोटाले करते हैं। लेकिन असली कारण नुमाइंदे ही है। आज विपक्ष को बोलने नहीं दिया जाता, जबरदस्ती बोलना पड़ता है। जब सरकार द्वारा बहुत बड़े-बड़े खर्च किए जाते हैं तो 2 दिन का और सत्र बढ़ाकर हर हर किसी को बोलने का मौका क्यों नहीं दिया जाता?विधानसभा का सदुपयोग नहीं होता। प्रावधानों में और सुधारों में डिस्कशन तक नहीं किया जाता। यह बहुत गलत हो रहा है।

प्रश्न : भाजपा, जजपा और निर्दलीयों की सरकार पर आपकी क्या टिप्पणी है?
उत्तर :
यह रोते हुए लोगों की सरकार है। अंदर-अंदर सभी दुखी हैं। किसान आंदोलन से सभी त्रस्त हैं। लेकिन सभी को साढे 3 साल का लालच सता रहा है। क्योंकि इनकी सरकार आगे नहींं आनी इसीलिए यह कुर्सी से चिपके बैठे हैं। लेकिन अंदर अंदर सभी विधायक चाहे निर्दलीय हो, जजपा के हो या बीजेपी के हो सभी के सुर बदल चुके हैं। मेरा मानना है कि मैंने सेवादार बन कर वोट मांगे थे, सेवादार की तरह काम कर रहा हूं और जब तक जिऊंगा सेवादार ही रहूंगा।

 

 


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Manisha rana

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