अम्बाला में डोमेस्टिक एयरपोर्ट लाने का श्रेय गृह मंत्री अनिल विज को : असीम गोयल

punjabkesari.in Monday, May 24, 2021 - 04:32 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : अंबाला की कपड़ा मार्किट आज कोरोना की मार के चलते सैकड़ों करोड़ का घाटे को झेल रही है। अंबाला में कपड़े की खरीदारी के लिए हरियाणा-पंजाब-चंडीगढ़-हिमाचल के व्यापारी आते हैं। जिसके कारण यह आज एशिया में जानी-मानी कपड़े की मार्किट बन चुकी है। आज पंजाब केसरी ने अंबाला शहर के विधायक असीम गोयल से इस बारे चर्चा की। उन्होंने कहा कि अम्बाला में डोमेस्टिक एयरपोर्ट लाने में गृह मंत्री अनिल विज की अहम भूमिका है।

गोयल ने जल्द ही मुख्यमंत्री से बात करके जिस भी प्रकार से व्यापारियों को मदद कर पाएंगे, करवाने की बात कही। उन्होंने कहा कि आज केवल व्यापारी ही नहीं इस व्यापार से जुड़े 14 से 15000 लोग प्रभावित हुए हैं। आज कपड़ा उद्योग के साथ-साथ यहां का दूसरा बड़ा उद्योग करियाणा उद्योग भी प्रभावित हुआ है। क्योंकि हिमाचल प्रदेश का ज्यादातर हिस्से में करियाना का सामान अंबाला से ही जाता है। लेकिन पीछे से पर्याप्त मात्रा में सामान न आने के कारण इस उद्योग पर भी खासा असर पड़ा है। उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में उनके द्वारा करवाए गए विकास कार्यों पर भी बात की। बकाया कार्यकाल में उनके क्या ड्रीम प्रोजेक्ट है इसके बारे में भी चर्चा हुई। बातचीत के कुछ अंश आपके सामने प्रस्तुत हैं:-

प्रश्न : अंबाला की कपड़ा मार्किट एशिया की जानी-मानी मार्किटों में से एक है। कोरोना की पहली व  दूसरी लहर में कितना नुकसान आप मानते हैं ?
उत्तर :
कोरोना की पहली व दूसरी लहर में अब तक सैकड़ों करोड़ का नुकसान हुआ है। आज अंबाला के व्यापारियों ने अपनी मेहनत के मुकाम पर अंबाला की मार्किट का नाम एशिया की जानी-मानी मार्किटों में शुमार किया है। पूरे भारतवर्ष से यहां कपड़े के रिटेलर व होल्सेलर खरीदारी के लिए आते हैं। बड़े हब के रूप में अंबाला विकसित हुआ है। लेकिन लगातार 2 साल से कोरोना की मार ने कपड़ा उद्योग पीछे धकेल दिया है। सरकार जो भी इसमें मदद कर सकती है वह करेगी। मैं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी से मिलकर आया था। यहां कपड़े का आरएंनडी सेंटर या कलस्टर खोलने की योजना थी। लेकिन कोरोना की वजह से उस पर ब्रेक लग गयी।

प्रश्न : कपड़ा उद्योग के साथ-साथ और कौन से यहां व्यापार अधिकतम हैं। जो प्रभावित हुए हैं ?
उत्तर : 
अंबाला दो-तीन तरह के व्यापारों के लिए प्रसिद्ध है। आज करियाना के व्यापार के हिसाब से यह पूरे हिमाचल का सेंटर है। अंबाला से परमाणु-मंडी तक यहां से करियाना का समान जाता है। उसमें भी थोड़ी सी दिक्कत हुई है। क्योंकि पीछे से लगातार सामान नहीं आ रहा। यहां के 14-15 हजार स्किल्ड और अनस्किल्ड साथी अंबाला के कपड़ा उद्योग से जुड़े हुए हैं। उनके घरों में बहुत ज्यादा दिक्कत है।

प्रश्न : बतौर विधायक आपने यहां अभी तक कौन-कौन से काम करवाए हैं ?
उत्तर : 
यहां चार प्रमुख मांगे थी। यहां सिविर सिस्टम पूरी तरह से फेल था। पीने का पानी नहीं था और बरसातों में पूरा शहर पानी में डूब जाता था। हमने शहर में ड्रेनेज सिस्टम सुधारने का काम किया। 200 करोड़ के करीब नाले-ड्रेन योजना और पीने के पानी की योजना पर खर्च हुए। आज लगभग 90 से 95 फ़ीसदी घरों में पीने के पानी की सप्लाई हो रही है।दूसरी समस्या यहां पर सड़कें थी। जो सीवरेज के नाम पर जगह-जगह खुदी हुई थी। 300 करोड़ की लागत से सारी सड़कें हमने बनवाने का काम किया। सबसे बड़ा मुद्दा यहां का बस स्टैंड था। सबसे पुराना जिला, सबसे पुराना बस डिपो होने के बावजूद यहां बस स्टैंड नहीं था। हमने बस स्टैंड बनवाया। 1965 में मलकानी कमीशन ने एशिया के सबसे गंदे शहरों में अंबाला का नाम शुमार किया था। लेकिन जनता के सहयोग और हमारे प्रयासों से आज अंबाला अग्रणी शहरों में सफाई के मामले में शुमार है। माननीय मुख्यमंत्री जी और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जी के संयुक्त प्रयासों से आज यहां 100 बिस्तर का नया अस्पताल बनने जा रहा है। जिसके लिए 80 करोड़ रुपए मंजूर हो चुके हैं। काम शुरू हो चुका है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी कई पीएचसी और सीएचसी कई छोटे सेंटर बने हैं।

प्रश्न : आपके यहां आज क्या ऑक्सीजन, वेंटिलेटर बैडस, आईसीयू बैडस पर्याप्त मात्रा में हैं ?
उत्तर : 
जब कोरोना पीक पर था। उस समय भी अंबाला प्रशासन और सिविल अस्पताल के डॉक्टर कुलदीप जी के प्रयासों से यहां इस प्रकार की दिक्कत नहीं आई थी। मुख्यमंत्री महोदय खुद बारीकी से हर चीज का निरीक्षण कर रहे थे। वह अप्रैल के अंत में यहां विजिट करने भी आए थे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज जी के तो टिप्स पर सभी चीजें रहती हैं। अंबाला में न तो ऑक्सीजन की कभी दिक्कत हुई, न हीं वेंटिलेटर और आईसीयू बैडों की। आज पूरे प्रदेश में कहीं भी ऑक्सीजन की कमी नहीं रही है। आज प्रदेश में हजारों बैड खाली पड़े हैं।

प्रश्न : आपके यहां ब्लैक फंगस की क्या स्थिति है ?
उत्तर : 
ब्लैक फंगस के कुछ मरीज अंबाला में आए हैं। एमएम अस्पताल मुलाना और आदेश अस्पताल शाहबाद इन दोनों अस्पतालों में अंबाला के मरीजों का इलाज किया जाना है। लगातार विशेषज्ञों की टीम इस पर नजर बनाए हुए हैं। अभी तक सीरियसनेस वाली कोई बात सामने नहीं आई है। लेकिन लोगों में बहुत अधिक डर है। अनिल विज जी ने भी केंद्र से इससे संबंधित टीकों की मांग की है।

प्रश्न : आपके कौन से ड्रीम प्रोजेक्टों पर कोरोना के कारण ब्रेक लगी ?
उत्तर : 
इस कार्यकाल में हमारा सबसे बड़ा ड्रीम प्रोजेक्ट आईएमटी है और मुख्यमंत्री महोदय भी उसे मान चुके हैं। अंबाला शहर की आईएमटी के निर्माण की फाइल जैसे ही आगे बढ़ी तुरंत कोरोना की पहली लहर आ गई। उस लहर से निकले फाइल फिर थोड़ी आगे बढ़ी तो दूसरी लहर आ गई। लेकिन मैं वादा करता हूं कि अंबाला शहर के लोगों को आईएमटी का तोहफा इसी कार्यकाल में जरूर मिलेगा। यही अंबाला शहर की जनता का ड्रीम प्रोजेक्ट है और अंबाला के विकास की एकमात्र कुंजी है। जिसे हम खोल कर रहेंगे।

प्रश्न : कपड़ा व्यापारियों को रिलीफ़ देने के लिए आपने कोई कदम उठाएं या सरकार से कोई बात की ?
उत्तर : 
एसोसिएशन के सभी अध्यक्षों के साथ हमारे दोस्ताना संबंध हैं। उनसे लगातार हमारी बातचीत होती रहती है। हमने उनसे आग्रह किया है कि सरकार किस रूप में, किस सूरत में, किस नाते से आपकी मदद कर सकती है। वह लिखकर दें। जो भी इसमें हो पाएगा मैं मुख्यमंत्री महोदय से अवश्य जो भी मुझसे बन पाएगा मैं कोशिश करूंगा।

प्रश्न : पंजाब से दिल्ली जाते वक्त पहला वेलकम अंबाला करता है। बकाया कार्यकाल में आप और क्या करना चाहते हैं ?
उत्तर : 
टूरिज्म के रूप में सिटी को डेवेलप करना। जीटी रोड पर किंगफिशर कभी किसी समय में 2-3 स्टेटों में जाना-माना रिसॉर्ट होता था। इसको अच्छे तरीके से दोबारा तैयार करना। अंबाला रेलवे के हिसाब से, चंडीगढ़ के इंटरनेशनल एयरपोर्ट और हाईवे से वेलकनेक्टेड है। अंबाला में वह सब गुण है जो दिल्ली का अल्टरनेट बन सकता है। केंद्रीय राज्य मंत्री रतन लाल कटारिया ने लोकसभा में सवाल भी उठाया था कि 2024 के सर्वे के नाते दिल्ली में 2025 तक न सड़क पर, न रेलवे पर, न ही मेट्रो में जगह बचेगी। यानि दिल्ली जो पहले ही ओवरक्राउडीड बन चुका है। उसके 200 किलोमीटर की परिधि में उसके अल्टरनेट के नाते अंबाला ही सारी शर्तों को पूरा कर सकता है। अंबाला के 50 किलोमीटर इर्द-गिर्द के रेडियस में बहुत जगह खाली पड़ी है। पटियाला-कुरुक्षेत्र-यमुनानगर-पंचकूला-चंडीगढ़ की बात करें तो किसी भी साइड में 50 किलोमीटर तक डेवलपमेंट के बहुत अच्छे स्कोप है। उसी को लेकर रतनलाल कटारिया जी, केंद्र व प्रदेश सरकारों के साथ मिलकर हम सब इस काम को आगे बढ़ाने में लगे हैं कि अंबाला विकसित बने।

प्रश्न : अम्बाला में डोमेस्टिक एयरपोर्ट भी मंजूर हुआ है। क्या कहेंगे ?
उत्तर : 
निश्चित तौर पर डोमेस्टिक एयरपोर्ट के आने से अंबाला शहर भी नक्शे में प्रमुख जिले के रूप में उभर कर आएगा। डोमेस्टिक एयरपोर्ट के लिए अनिल विज जी के अथक प्रयासों के लिए वह सराहनीय है। अंबाला शहर का निश्चित तौर पर इससे कद बढ़ेगा।अम्बाला में डोमेस्टिक एयरपोर्ट लाने में गृह मंत्री अनिल विज की अहम भूमिका है।

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Content Writer

Manisha rana

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