दीपेंद्र ने सीएम खट्टर पर किया पलटवार, कृषि कानूनों में कहीं भी MSP का जिक्र हो तो मैं छोड़ दूंगा रा
punjabkesari.in Saturday, Oct 31, 2020 - 06:39 PM (IST)
गोहाना (सुनील): बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार इंदुराज नरवाल के लिए प्रचार कर रहे राज्यसभा सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर पलटवार किया। दीपेंद्र ने मुख्यमंत्री के राजनीति छोडऩे का ऐलान करने वाले बयान पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि अगर 3 नए कृषि कानूनों में कहीं भी एमएसपी का जिक्र हो तो वो राजनीति छोड़ देंगे, नहीं तो मुख्यमंत्री को राजनीति छोड़ देनी चाहिए। मुख्यमंत्री को ऐसा ऐलान करने से पहले एक बार अपनी सरकार के बनाए कानून पढ़ लेने चाहिए थे।
दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने आज बुटाना, गोहाना अनाज मंडी और कथूरा में कई जनसभाओं को संबोधित करते हुए लोगों से वोट मांगे। इस मौक़े पर उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार एमएसपी खत्म करने की तरफ कदम बढ़ा चुकी है। लेकिन सत्ताधारी नेता अब भी किसानों को गुमराह कर रहे हैं। अगर सत्ताधारी नेता सुरक्षा के घेरे और आलीशान राजनीतिक मंचों को छोड़कर कभी आम किसानों के बीच जाएंगे तो उन्हें जमीनी सच्चाई पता चल जाएगी। जितनी जल्दी 3 नए कृषि कानूनों ने असर दिखाना शुरू कर किया है, उससे अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि आने वाले वक्त में किसान और आम आदमी के लिए बड़ी परेशानी खड़ी होने वाली है।
आज पूरे प्रदेश का किसान अपनी धान, बाजरा, मक्का, सब्जियों और अन्य उत्पादों को बहुत कम रेट पर बेचने के लिए मजबूर है। सरकार ने किसान को पूंजीपतियों के हवाले कर दिया है। पूंजीपतियों के गोदाम में पहुंचते ही किसान के उत्पाद का रेट एकाएक महंगा हो जाता है और आम आदमी को उसके लिए कई गुना अधिक कीमत चुकानी पड़ रही है। उदहारण के लिए आज आलू, प्याज, टमाटर जैसी सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं, जबकि इनको उगाने वाले किसानों को उनकी लागत के बराबर भी रेट नहीं मिल पाता। जाहिर है इस सरकार ने किसान ही नहीं हर आम आदमी को मंहगाई और मुनाफाखोरी की चोट मारने का काम किया है।
आज धान और दूसरी फसलें उगाने वाले किसानों को जो रेट मिल रहा है, उससे लागत भी पूरी नहीं हो पाती। ठेके पर जमीन लेकर खेती करने वाले किसानों को ठेके की रकम भी जेब से चुकानी पड़ रही है। बोनस, सब्सिडी और रूस्क्क में बढ़ोत्तरी का ऐलान करना तो दूर, सरकार अब इसके बारे में बात तक नहीं करना चाहती। किसानों को लाभ देने की बजाय सरकार खाद, बीज, ट्रैक्टर पार्ट्स, तेल पर भारी टैक्स और पराली जलाने पर भारी जुर्माना लगाकर किसानों से वसूली करने में लगी है। इसलिए गरीब, किसान, मजदूर और आम आदमी इस सरकार के पूरी तरह परेशान हो चुके हैं। जनता इंदुराज नरवाल को रिकॉर्ड मतों से जिताकर बीजेपी सरकार को सबक सिखाने का काम करेगी।