दिल्ली घेरने जाएंगे 26 को, वापसी की तारीख मालूम नहीं : चढूनी

punjabkesari.in Wednesday, Nov 18, 2020 - 01:04 PM (IST)

गोहाना: तीन नए कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली का घेराव करने के लिए 26 नवम्बर को कूच करेंगे, पर वापसी कब होगी, यह नहीं मालूम। मंगलवार को यह टिप्पणी भारतीय किसान यूनियन के दिग्गज नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने की। चढूनी भाकियू के प्रदेश उपाध्यक्ष सत्यवान नरवाल के साथ गोहाना के 5 गांवों का दौरा कर रहे थे। दौरे में वह मुंडलाना, बुसाना, छतैहरा, कथूरा और छिछड़ाना गांवों में पहुंचे। उन्होंने कहा कि हरियाणा में दो स्थानों पर दिल्ली का घेराव होगा। इनमें पहला स्थान सोनीपत जिले में कुंडली बॉर्डर और दूसरा स्थान बहादुरगढ़ में नया गांव होगा।

भाकियू नेता गुरनाम सिंह चढूनी के अनुसार दिल्ली का घेराव करने वही पहुंचें जिन्हें डर न लगता हो। डंडे भी बरस सकते हैं, छाती पर गोलियां भी खानी पड़ सकती हैं तथा केस भी झेलने पड़ सकते हैं। किसान करो या मरो की तैयारी के लिए अपने घरों से बाहर निकलेंगे। उन्होंने कहा कि जाने वाले किसान अपने-अपने बिस्तर साथ लेकर जाएंगे तथा एक वक्त का खाना भी पैक करवा कर ले जाएंगे। उन्होंने दिल्ली के घेराव को न होने देने के सरकारी दावों पर कहा कि ऐसा तो कभी अंग्रेजों के राज में भी नहीं हुआ। ब्रिटिश शासन में भी जनता को दिल्ली पहुंचने और वहां प्रदर्शन करने की खुली आजादी थी। चढूनी ने तीनों नए कृषि कानूनों को काला कानून बताया तथा कहा कि ये कानून खेतीबाड़ी को पूंजीपतियों की गुलाम बना देंगे।


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Isha

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