सिंचाई विभाग ने दक्षिण हरियाणा में ग्राउंड लेवल वाटर को ऊपर लाने जैसा किया करिश्मा: देवेन्द्र सिंह

punjabkesari.in Friday, Dec 25, 2020 - 10:18 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): दक्षिण हरियाणा में पानी की भारी किल्लत किसानों के लिए भारी समस्या बनी थी। लेकिन अब किसानों को उम्मीद की किरण नजर आने लगी है, क्योंकि जो पानी दो हजार फुट गहरा जा चुका था। अब उसकी गहराई केवल ढाई सौ फुट ही रह गई है। यह करिश्मा सिंचाई विभाग की मेहनत के चलते हो पाया है। हरियाणा के सिंचाई विभाग को इसके लिए केंद्र व हरियाणा सरकार द्वारा सुशासन दिवस के अवसर पर आवाज देकर सम्मानित भी किया गया है। 

आज सिंचाई एवं कृषि विभाग के एडीशनल चीफ सेक्रेट्री आईएएस देवेंद्र सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान बताया कि यमुना की समुद्र लेवल से ऊंचाई 250 मीटर है। लेकिन जो हमारा दक्षिण हरियाणा का क्षेत्र है वह समुंदर लेवल से 425 मीटर ऊंचा है। इसलिए वहां पानी पहुंचाना आसान नहीं है। हमें लिफ्ट इरीगेशन के जरिए पहुंचाना पड़ता है। उन्होंने बताया इसके लिए करीब 2500 पंप लगाए गए हैं। क्षेत्र में एक ओर तो पानी का ग्राउंड लेवल काफी नीचे है और दूसरी समस्या थी कि राजस्थान की तरफ से 3 नदियां कृष्णावती, दूहान और साहिबी जो महेंद्रगढ़- नारनौल से निकलती हुई आगे जाती थी, उसमें राजस्थान द्वारा 1978 में 18 बांध लगा दिए गए। जिससे उसमें पानी आना बंद हो गया था और दूसरी तरफ बारिशों में यमुना में करीब दो लाख क्युसिक पानी गुजरता है जो कि आज 2000 भी नहीं है। बारिश का पानी आगे बह जाता था। हम इस फ्लड को बचाते रह जाते थे। उस पानी को सुरक्षित करने के लिए इरिगेशन विभाग ने बड़ी भारी स्कीम चलाई और यमुना की भी कैपेसिटी 5000 क्यूसेक बढ़ा दी। उस पानी को हम दक्षिण हरियाणा जहां की जमीन पानी की प्यासी है वहां इन तीन बंद नदियों में नेहरी सिस्टम से पानी छोड़ दिया। जिससे पानी नीचे उतारने के लिए 125 बोरवेल किये और 1000 बोरवेल और बनाने के प्लान हैं। जिससे पानी का ग्राउंड वाटर रिचार्ज हो गया।

उन्होंने बताया कि साउथ हरियाणा के नारनौल महेंद्रगढ़, भिवानी के अधिकारियों ने एबंडेंट ट्यूबल, जोहड़ मे नदियों द्वारा बारिशों का पानी पहुंचाने की योजना बनाई। जिससे यह करिश्मा हो पाया है और आज आसपास के क्षेत्र के लोगों में खुशी की लहर है। लोग ट्यूबल तक लगा रहे हैं। देवेंद्र सिंह ने बताया की यह अवार्ड हमारी पूरी टीम की मेहनत के कारण मिला है।

आज के ही मौके पर कृषि विभाग को भी सम्मानित किया गया है। इस विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी देवेंद्र सिंह हैं, जिन्होंने बताया पिछले 5 सालों में हरियाणा में करीब एक लाख एकड़ हॉर्टिकल्चर में ऐड हुए हैं, जो कि एक बेहतरीन रिजल्ट है। इससे इन हॉर्टिकल्चर हरियाणा के किसानों को करीब 500 करोड़ का फायदा होगा और करीब 40 से 50 हजार किसान इससे लाभान्वित होंगे। 

देवेंद्र सिंह ने बताया कि यह हरियाणा सरकार की विभिन्न स्कीमों जैसे फसल बीमा योजना भावांतर योजना और अब हरियाणा मे करीब 500 एफ.पी.ओ.एस (फार्मर प्रोडूसर ऑर्गेनाइजेशन) बनाई है। इसमें मेन हॉर्टिकल्चर क्रॉप ग्रो करते हैं। अभी तक वेजिटेबल फ्रूट में इंश्योरेंस की कोई स्कीम नहीं थी। अब स्टेट की तरफ से केवल ढाई प्रतिशत प्रीमियम पर इंश्योरेंस किया जाएगा और गन्नौर में हॉर्टिकल्चर इंटरनेशनल एप्पल मंडी बनाई जा रही है। स्टेट की तरफ से हॉर्टिकल्चर क्रॉप्स को पॉलीहाउसेस, नेट हाउस से में काफी सब्सिडी देने की भी स्कीम है। ऑनलाइन पोर्टल भी वेजिटेबल सीडिंग लांच किया गया है। इन सब का केवल एक ही मकसद है कि किसानों को एग्रीकल्चर के साथ-साथ हॉर्टिकल्चर की तरफ आकर्षित करना। जिससे किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सके। विभाग द्वारा इस प्रकार हॉर्टिकल्चर में पिछले 5 सालों में 1 लाख एकड़ ऐड होने के कारण सम्मानित किया गया है और यह बड़े सम्मान की बात है।
 


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Shivam

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