CM खट्टर ने रामबिलास व बराला की थपथपाई पीठ, तो धनखड़ को बड़ी जिम्मेदारी के लिए किया तैयार

punjabkesari.in Thursday, Jul 23, 2020 - 11:02 PM (IST)

संजय अरोड़ा: भाजपा के नवनियुक्त प्रदेशाध्यक्ष ओ.पी. धनखड़ की गुरुवार को रोहतक में हुई ताजपोशी के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर का संबोधन कई गहरे अर्थ छोड़ता हुआ नजर आया। सी.एम.खट्टर ने जहां पूर्व अध्यक्षों सुभाष बराला और प्रो. रामबिलास शर्मा के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए उनकी पीठ थपथपाई तो वहीं उन्होंने धनखड़ का भी हौसला बढ़ाते हुए उन पर बड़ी जिम्मेदारी भी डाली। 

राजनीतिक पर्यवेक्षकों के अनुसार सी.एम. खट्टर ने इस ताजपोशी के दौरान बेशक प्रो. रामबिलास शर्मा और बराला के कार्यकालों की प्रशंसा करते हुए नवनियुक्त अध्यक्ष धनखड़ का हौसला बढ़ाया है, लेकिन उन्होंने इशारों ही इशारों में इस बात को भी पुख्ता किया कि अब उनके कार्यकाल में पहला उपचुनाव बरोदा में है और ऐसे में इस चुनाव के लिए उन्हें परिणाम देने के लिए तैयार होना होगा। पर्यवेक्षकों के अनुसार खट्टर अतीत के जरिए संदेश देते हुए आने वाले कल से काफी उम्मीद रखते हैं और यह उम्मीद किसी बड़ी जिम्मेदारी से कम नहीं है। 

इसके अलावा बरोदा उपचुनाव को लेकर इशारों जिस अंदाज में खट्टर ने अपनी बात रखी उससे कहीं न कहीं यह बात भी साफ होती है कि सी.एम. खट्टर ने इस चुनाव को प्रतिष्ठा के साथ जोड़ा हुआ है। सी.एम. खट्टर का यह कहना कि बीता कल बहुत अच्छा था और आने वाला कल उससे भी अच्छा होगा, अपने आप में एक बड़ा संकेत दे गया।

गौरतलब है कि प्रदेश के पूर्व मंत्री ओ.पी. धनखड़ को हाल ही में प्रदेशाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इसी नियुक्ति पर गुरुवार को रोहतक में उनकी ताजपोशी की गई और धनखड़ ने इस कार्यक्रम के दौरान विधिवत तरीके से अपना कार्यभार ग्रहण किया। इस अवसर पर मौजूद पार्टी के सभी नेताओं ने धनखड़ को बधाई देते हुए उनके भविष्य के लिए मंगल कामनाएं भी की। 

यूं बढ़ाया हौसला
मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने धनखड़ को बधाई देते हुए कहा कि जिस प्रकार प्रो. रामबिलास शर्मा के नेतृत्व में जहां भाजपा ने बेहतर प्रदर्शन किया तो सुभाष बराला का कार्यकाल भी बेहतरीन रहा। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा 10 में से 7 सीटें जीती थी और उसी प्रकार इसके बाद हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने अपने दम पर 47 सीटें जीत कर पहली बार सरकार बनाई तो वहीं सुभाष बराला के कार्यकाल में न केवल दूसरी बार भाजपा सत्ता पर काबिज है बल्कि उनके कार्यकाल में हुए तमाम चुनावों में पार्टी ने बड़ी जीत भी दर्ज की। 

इसके अलावा वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने सभी 10 की 10 सीटों पर जीत का परचम लहराया। परिषद, जिला परिषद, पंचायतों इत्यादि तमाम चुनावों में भाजपा ने जीत दर्ज की। यही नहीं जींद उपुचनाव की ओर भी मुख्यमंत्री ने इशारा करते हुए कहा कि पार्टी ने पहली बार विपक्षी दलों के गढ़ को ध्वस्त करते हुए कमल खिलाया। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार अब पार्टी को धनखड़ से इसलिए और ज्यादा उम्मीद हैं क्योंकि उनका सरकार और संगठन में लंबा तजुर्बा है, अब इसी अनुभव का सभी को लाभ मिलेगा।

इसलिए बढ़ गई धनखड़ की जिम्मेदारी
भले ही इस कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने बराला और प्रो. शर्मा के कार्यकालों का प्रस्तुतिकरण करके उन्हें शाबासी दी और धनखड़ के अनुभवों का जिक्र कर उनका हौसला भी बढ़ाया लेकिन पर्यवेक्षकों का कहना है कि जींद उपचुनाव से लेकर अब तक हुए तमाम चुनावों में भाजपा के शानदार प्रदर्शन की बात कह कर उन्होंने धनखड़ को भी इशारा कर दिया कि सबसे बड़ी चुनौती उनके लिए पहला ही उपचुनाव बरौदा से है। 

ऐसे में बरोदा में कमल खिलाना भी किसी बड़ी जिम्मेदारी से कम नहीं है। पर्यवेक्षकों के अनुसार बरौदा सीट पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा व पूर्व मुख्यमंत्री ओमप्रकाश चौटाला के साथ साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की प्रतिष्ठा से जुड़ गई है और भाजपा यहां कमल खिलाने के लिए आतुरभाव से रणनीतियों का खाका खींच रही है। ऐसे में धनखड़ को यह सीट पार्टी की झोली में डालने के लिए कई चुनौतियों को पार पाना होगा। 

 


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Edited By

vinod kumar

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