पहलवान योगेश्वर दत्त की हार पर बोले धनखड़, ये हार अभिमन्यु के वध के समान
punjabkesari.in Tuesday, Nov 10, 2020 - 03:45 PM (IST)
चंडीगढ़(धरणी): बरोदा उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी इंदुराज नरवाल ने 10 हजार वोटों के अंतर से जीत हासिल कर ली है। सुबह 8 बजे शुरु हुई मतगणना दोपहर 3 बजे से पहले पूरी हो गई जिसमें कुल 20 राउंड थे। पहलवान योगेश्वर दत्त की हुई हार को लेकर बड़ी बात बोली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस एक महान खिलाड़ी को हराने के अपने प्रयासों पर गर्व नहीं कर पायेगी। योगेश्वर दत्त की हार अभिमन्यु के वध के समान है, जिस पर इतिहास कभी गर्व नही कर पाया अपितु आत्मग्लानि से भरा है। कुश्ती संघ के प्रधान होने के बावजूद खिलाड़ी हराने के लिये जुटना पदौचित कर्म नही है।"
"कांग्रेस एक महान खिलाड़ी को हराने के अपने प्रयासों पर गर्व नहीं कर पायेगी। @DuttYogi की हार अभिमन्यु के वध के समान है।जिस पर इतिहास कभी गर्व नही कर पाया अपितु आत्मग्लानि से भरा है। कुस्ती संघ के प्रधान होने के बावजूद खिलाड़ी हराने के लिये जुटना पदौचित कर्म नही है।"
— Om Prakash Dhankar (@OPDhankar) November 10, 2020
धनखड़ ने ट्वीट कर कहा कि बरोदा सीट पहले से कांग्रेस के पास थी,हम अवसर को चुनौती में नहीं बदल पाए कांग्रेस के पास ही रह गई। खिलाड़ियों पहलवानों के प्रदेश हरियाणा में योगेश्वर जैसे महान खिलाड़ी के विधानसभा नहीं पहुँचने का अफसोस। जनादेश स्वीकार।
बरोदा सीट पहले से कांग्रेस के पास थी,हम अवसर को चुनौती में नहीं बदल पाए कांग्रेस के पास ही रह गई। खिलाड़ियों पहलवानों के प्रदेश हरियाणा में @DuttYogi जैसे महान खिलाड़ी के विधानसभा नहीं पहुँचने का अफसोस।जनादेश स्वीकार।
— Om Prakash Dhankar (@OPDhankar) November 10, 2020
बता दें कि गौरतलब है कि बरोदा विधानसभा सीट पर हो रहा यह चुनाव हरियाणा के इतिहास में 35वां उपचुनाव हो रहा है। पिछले आम चुनाव में इस सीट से कांग्रेस के स्वर्गीय विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा ही चुने गए थे, जिनका देहांत इसी साल 12 अप्रैल को हो गया था, जिसके बाद बरोदा उपचुनाव आयोजित करवाया गया है। उपचुनाव के मैदान में कांग्रेस के प्रत्याशी इंदुराज नरवाल उर्फ भालू, भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर दत्त, इनेलो के प्रत्याशी जोगेन्द्र मलिक व एलएसपी के प्रत्याशी राजकुमार सैनी उतरे हैं। वहीं भाजपा के प्रत्याशी योगेश्वर दत्त पिछले आम चुनाव में भी बरोदा सीट से चुनाव लड़े थे, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा।