बिजली जाने पर मोबाइल की लाइट में पढऩे को मजबूर छात्र, अंधेरे में कैसे जलेगा ज्ञान का दीपक

punjabkesari.in Thursday, Jan 02, 2020 - 01:39 PM (IST)

पानीपत (खर्ब) : जिसे पुस्तकों से प्यार होता है, वह स्वयं को रोक नहीं पाता तथा कहीं न कहीं अपनी ज्ञान पिपासा शांत करने के लिए पुस्तकालय ढूंढ ही लेता है। वहीं कुछ छात्रों की मजबूरी होती है कि उन्हें समय पर पुस्तकें नहीं मिल पाती, न ही मन चाही कोई किताब मिल पाती है इसलिए वे पढ़ाई करने के लिए ही पुस्तकालय ढूंढते हैं। कुछ छात्रों को एकांत में बैठकर पढऩे के लिए जगह भी नहीं मिल पाती इसलिए ऐसे छात्र तथा प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवा पुस्तकालय की शरण लेते हैं, लेकिन जिले का एकमात्र जिला पुस्तकालय उधार की इमारतों में इधर-उधर घूम रहा है। जिले के एकमात्र पुस्तकालय का अपना कोई भवन नहीं है। 

करीब 1986 से चलते आ रहे पुस्तकालय को पालिका बाजार, कभी किला मैदान के भवन में, तो कभी लघु सचिवालय की बेसमैंट में चलाया जा रहा था। बेसमैंट में पानी भरने की शिकायत मिली तो पुस्तकालय का अब नया ठिकाना मिला है रैडक्रॉस भवन का ग्राऊंड फ्लोर। अभी यहां कार्य चल रहा है। पुस्तकों की यहां अच्छी संख्या है। 

अलमारी व रैक भी भरे हुए तथा हिंदी व अंग्रेजी के कई समाचार पत्र भी आते हैं, लेकिन मुख्य पुस्तकालय होने के कारण यहां पर सुविधाओं की भारी कमी है। बिजली चली जाने पर यहां पर ज्ञान पिपासा शांत करने वाले युवाओं व छात्रों को मोबाइल की टॉर्च जलाकर पढऩा पड़ता है। 

कुछ युवा बोतल पर मोबाइल रखकर उसकी रोशनी ही सामान्य ज्ञान व अन्य ज्ञानवर्धक पुस्तकें पढ़ते देखे गए। साल के पहले दिन पुस्तकालय में जाकर देखा गया तो जहां युवाओं के बैठने व पढऩे की जगह थी, वहां रोशनी नाममात्र थी। कारण बताया गया कि बिजली चली गई है, लेकिन इन्वर्टर या जैनरेटर की व्यवस्था नहीं है। देश की उन्नति शिक्षा से ही होती है, लेकिन जहां ज्ञान प्राप्त करने की जगह हो वहीं अंधेरा होगा तो ज्ञान की रोशनी कहां से आएगी। 

 


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Isha

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