गुरु घर में दान किसी का भी मंज़ूर हो सकता है परन्तु मानवता के कातिलों का नहीं : जत्थेदार दादूवाल
punjabkesari.in Sunday, May 16, 2021 - 09:03 AM (IST)
गुहला-चीका : गुरू नानक देव साहब जी की बख्शीस की हुई मर्यादा अनुसार गुरू घर आत्मिक ज्ञान और मानवता की सेवा का केंद्र हैं दुनिया में रहता कोई भी मनुष्य अपनी कृत कमाई में से दान दे सकता है और श्रद्धा के साथ किया हुआ दान सेवा गुरू घर में मंज़ूर होती है, परन्तु लोगों के कातिलों का पैसा गुरू घर में स्वीकार नहीं किया जा सकता। मीडिया को एक प्रैसनोट जारी करते हुए जत्थेदार बलजीत सिंह दादूवाल अध्यक्ष हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने किया।
उन्होंने कहा कि दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी एक सिखों की संस्था है और संस्था की तरफ से मानवता की सेवा के लिए कार्य करने की प्रशंसा करते हैं, परन्तु मौजूदा प्रधान मनजिन्द्र सिंह सिरसा की तरफ से दिल्ली सिखों के हत्याकांड में शंका वाली भूमिका निभाने वाले अमिताभ वचन से करोड़ों रुपए का फंड लेकर पर्दे के पीछे रहकर माफीनामा देना अति निंदनीय और चिंता का विषय है, क्योंकि फिल्मी अभिनेता अमिताभ वचन नवंबर 1984 में दिल्ली सिख हत्याकांड भड़काने वाले बयान दिए खून का बदला खून कहने का दोषी माना जाता है।
मनजिंद्र सिंह सिरसा की तरफ से फिल्मी अभिनेता अमिताभ वचन की करोड़ों रुपए की राशि स्वीकार करना सिख हत्याकांड के पीडित परिवारों के जखमों पर नमक छिड़कने के सम्मान है, जोकि सिख पंथ कभी बरदाश्त नहीं कर सकता। जत्थेदार दादूवाल ने कहा कि समय रहते मनजिंद्र सिंह सिरसा को यह राशि वापस देकर समूचे सिख पंथ से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि मनजिंद्र सिंह सिरसा ने ऐसा न किया तो उसको देश-विदेश में हर जगह सिख संगतों का विरोध के लिए तैयार रहना चाहिए, क्योंकि गुरू घर संगतो की श्रद्धा के साथ की दसवंध सेवा के साथ चलते हैं मानवता के हत्याकांड के दोषियों के पैसों के साथ नहीं चलते।
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