शादी के 5 महीने बाद ही दहेज की बलि चढ़ी विवाहिता, परिजनों ने आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग

punjabkesari.in Monday, Apr 19, 2021 - 09:23 AM (IST)

कैथल : गांव धौंस की बेटी प्रियंका जिसकी शादी करीब 5 महीने पहले गांव क्योड़क निवासी अभिषेक के साथ हुई थी कि 17 अप्रैल को संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई है। मृतका के परिजनों ने प्रियंका के ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है। 20 वर्षीय प्रियंका के पिता अभे राम ने बताया कि शादी के बाद से ही उसके ससुरालवाले दहेज को लेकर मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताडि़त कर रहे थे व इस बारे प्रियंका ने भी मुझे कई बार बताया था। ससुरालवाले हमसे गाड़ी व गहनों की मांग कर रहे थे, जिसे मैं देने में असमर्थ था। उसकी मौत से एक दिन पहले भी प्रियंका ने अपनी मां को फोन कर बताया था कि मेरे ससुरालवाले मुझे तंग कर रहे हैं और दहेज नहीं देने पर वे मुझे मार देंगे। जिसके चलते मैंने शादी करवाने वाले बिचौलिये से संपर्क किया और उसने मुझे आश्वस्त किया था कि उसने प्रियंका के ससुरालवालों से बात कर ली है और अब वे उसको दहेज के लिए तंग नहीं करेंगे। 

इसके अगले ही दिन 17 अप्रैल को दोपहर करीब 1.30 बजे उसकी मौत की खबर आ गई। हमने मौके पर जाकर देखा तो प्रियंका की लाश बैड पर पड़ी थी और लोहे के गार्डर पर चुन्नी बंधी हुई थी। जिसे देख यह लग रहा था कि प्रियंका की हत्या करके ही उसे गार्डर पर लटकाया गया है और हत्या को आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की गई है। क्योड़क चौकी इंचार्ज ए.एस.आई. रणदीप सिंह ने बताया कि पुलिस ने प्रियंका के पिता की शिकायत पर पति अभिषेक, सास सुमन, चाचा सुरेश व जेठ संदीप निवासी क्योड़क पर धारा-302, 34 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बता दें कि सिविल अस्पताल में गांव क्योड़क से भी कई मौजिज लोग पहुंचे थे, जो मृतका का अंतिम संस्कार गांव क्योड़क में किए जाने की मांग कर रहे थे, लेकिन गांव धौंस के लोगों ने उनकी मांग को नहीं माना।

परिजनों ने छोटूराम चौक पर शव रखकर लगाया जाम
मृतका का पोस्टमार्टम करवाने के लिए पहुंचे परिजनों के साथ गांव धौंस से सैंकड़ों ग्रामीण सिविल अस्पताल पहुंचे थे। परिजनों व ग्रामीणों में प्रियंका की मौत पर उसके ससुरालवालों के प्रति काफी रोष था। पुलिस द्वारा सभी आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं कर पाने से भी ग्रामीण नाराज थे। पोस्टमार्टम करवाने के बाद परिजन प्रियंका के शव को लेकर करनाल रोड बाईपास स्थित छोटूराम चौक पर पहुंचे और शव को सड़क पर रखकर जाम लगा दिया। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार नहीं करती, वे प्रियंका का अंतिम संस्कार नहीं करेंगे। करीब 30 मिनट तक ग्रामीणों ने जाम लगाए रखा। 

एस.डी.एम. के आश्वासन पर खोला जाम
परिजनों व ग्रामीणों द्वारा सिविल अस्पताल में भारी संख्या में पहुंचने की सूचना पर एस.डी.एम. संजय कुमार, डी.एस.पी. कुलवंत सिंह, सदर थाना एस.एच.ओ. जयभगवान, सिविल लाइन एस.एच.ओ. रमेश चंद्र, क्योड़क चौकी इंचार्ज ए.एस.आई. रणदीप सिंह भी अपनी टीम के साथ अस्पताल पहुंचे और ग्रामीणों का समझाने का प्रयास किया। ग्रामीण एक ही जिद्द पर अड़े थे कि पुलिस पहले सभी आरोपियों को गिरफ्तार करे। जब ग्रामीणों ने चौक पर जाम लगा दिया तो एस.डी.एम. संजय सिंह ने मृतका के परिजनों को आश्वासन दिया कि शाम तक पुलिस सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लेगी। इसके बाद जाम खोल दिया गया और प्रियंका के शव को लेकर ग्रामीण गांव धौंस लौट गए, जहां प्रियंका का अंतिम संस्कार किया गया।

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Content Writer

Manisha rana

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