Coronavirus: ''''भारत में शनि संयोग के कारण 29 जून तक रहेगा कोरोना का प्रभाव''''

punjabkesari.in Wednesday, Apr 08, 2020 - 06:32 PM (IST)

चंड़ीगढ़ (धरणी): जाने माने ज्योतिषी व श्री भुवनेश्वरी ज्योतिष केंद्र. हजारीबाग के आचार्य अमरेन्द्र मिश्र ने कहा है कि आधुनिक भारत की कुण्डली वृष लग्न और कर्क राशि की है। जीव कारक ग्रह गुरु से अष्टम राहु लग्न में हैं। मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि 5 ग्रह कर्क राशि में हैं। वर्षारम्भ एक जनवरी को भी पंचग्रही योग लग्न से अष्टम में बना और राहु की सप्तम दृष्टि पड़ी। चूंकि गुरु, शनि, सूर्य, बुध और केतु पर राहु की दृष्टि राजा, राज्य, प्रजा, धार्मिक और आर्थिक जीवन के लिए आकस्मिक पीड़ा कारक कहा जाता है।

मिश्र ने बताया, '' वस्तुत: 26 दिसंबर 2019 को धनु राशि में बने सूर्य चन्द्र बुध गुरु शनि केतु के षटग्रही संयोग पर राहु की सप्तम दृष्टि के कारण प्राकृतिक विपदा की स्थिति बन चुकी थी।

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     "एक राशौ यदा यान्ति चत्वार: पञ्च वा ग्रहा:प्लावन्ति मही सर्वे रुधिरेण जलेन वा"।

    
आधुनिक भारत की कुण्डली के तृत्तीय भाव में कर्क राशि के सूर्य शनि बुध चन्द्र और शुक्र हैं। तृत्तीय भाव से पड़ोस का भी अध्ययन होता है, सूर्य चन्द्र बुध शुक्र जैसे द्रुतगामी ग्रहों के साथ शनि की स्थिति ने भारत का सम्बन्ध हमेशा पड़ोसी राष्ट्रों के साथ अनुकूल नहीं रहा है। अब जबकि आधुनिक भारत की कुण्डली में 11 अगस्त 2019 से चन्द्र शनि दशा प्रभावी है, (चन्द्र+शनिअर्थात विषयोग) आयातित विषाणु रोग से भारत के भी प्रभावित होने की स्थिति बनी। पूर्वकृत फलादेशों की पुनरावृत्ति करते हुए पुन: कहना चाहूंगा कि गुरु शनि संयोग के कारण 24 जनवरी 2020 से 29 जून 2020 तक भारत इस रोग के कुप्रभाव से पीड़ित रहेगा।''


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Shivam

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