हरियाणा में लॉकडाऊन होने पर शिक्षा विभाग का फैसला, बच्चों को घर-घर जाकर दिया जाएगा खाना

punjabkesari.in Wednesday, Mar 25, 2020 - 10:34 AM (IST)

भिवानी : कोरोना के कहर से पूरी दुनिया सहमी हुई है। सी.एम. मनोहरलाल ने पूरे प्रदेश को लॉकडाऊन करने की घोषणा कर दी है। ऐसे में शिक्षा विभाग ने पहली से 8वीं कक्षा तक के बच्चों के पोषण को ध्यान में रखते हुए दोपहर का खाना घर-घर तक पहुंचाने का फैसला लिया है। जिला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण ने बताया कि 10 दिन का खाना व खाना पकाने के पैसे एक साथ हर बच्चे के घर पहुंचाया जाएगा।

कोरोना के कहर के चलते पूरे प्रदेश को 24 मार्च से 31 मार्च तक लॉकडाऊन कर दिया गया है। ऐसे में आमजन की जिम्मेदारी भी बनती है कि वो इसका पालन करे। कुछ लोगों को इस दौरान परेशानी भी उठानी पड़ सकती है, पर जान से जरूरी जीवन में कुछ नहीं। आमजन के साथ इस दौरान बच्चों को खासकर जो स्कूलों में जाकर दोपहर का भोजन करते थे उन्हें भी परेशानी होगी। इस परेशानी को दूर करने के लिए सरकार के निर्देश पर शिक्षा विभाग ने इन बच्चों को घर-घर जाकर मिड-डे मील देने के फैसला लिया है।

जिला शिक्षा अधिकारी अजीत श्योराण ने बताया कि जिला में करीब 58 हजार बच्चों को 10 दिन का मिड-डे मील एक साथ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि विभाग के आदेश पर बच्चों के घर मिड-डे-मील पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि ये छुट्टियां मौज मस्ती के लिए नहीं बल्कि बचाव के लिए की गई हैं। उन्होंने कहा कि 31 मार्च तक सभी बच्चे घर पर रहें और अपना बचाव करें। ये संक्रमण बहुत खतरनाक है। उन्होंने कहा कि हर बच्चे को मिड-डे मील 25 मार्च तक बांट दिया जाएगा।

ज्ञात रहे कि 10 दिन का मिड-डे-मील भिवानी में करीब 58 हजार बच्चों को बांटा जाएगा। इसके तहत पहली से 5वीं तक के बच्चों को 10 दिन के राशन में एक किलो राशन व 44 रुपए 80 पैसे राशन पकाने के दिए जाएंगे वहीं छठी से 8वीं तक के बच्चों को डेढ़ किलो राशन व 67 रुपए 10 पैसे प्रति बच्चा राशन पकाने के दिए जाएंगे। 


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Isha

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