हरियाणाः कोरोना महामारी से जंग लड़ रहे कर्मचारियों को इस तारीख से दिया जाएगा दोगुना वेतन

punjabkesari.in Tuesday, Apr 14, 2020 - 08:37 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा में कोरोना से जंग लड़ रहे कर्मचारियों को पहली अप्रैल से दोगुना वेतन मिलेगा। किन कर्मचारियों को दोगुना वेतन मिलना है, सरकार ने यह भी स्पष्ट कर दिया है। डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, ग्रुप डी कर्मचारी जोकि कोरोना आइसोलेशन वार्ड, आईसीयू, ओटी, लेबर रूम, टेस्टिंग लैब में तैनात हैं। दोगुना वेतन बेसिक पे के बराबर मिलेगा।

सरकार इसके लिए वेब पोर्टल भी बना रही है। जिसके तहत यह तय किया जाएगा कि ये स्टाफ स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के अधीन या चिकित्सा शिक्षा व अनुसंधान विभाग में कार्यरत है। एनआईसी वेब पोर्टल तैयार कर रहा है। सर्वकर्मचारी संघ ने इस पर नाराजगी जताई है। संगठन ने कोविड 19 से जंग लड़ रहे सभी मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ के वेतन को डबल करने की बजाय कुछ के वेतन डबल करने के निर्णय को गलत बताया है।

संघ का मानना है कि सरकार के इस निर्णय से हेल्थ विभाग के कर्मचारियों में नाराजगी बढ़ेगी। सकसं ने हेल्थ विभाग के सभी मेडिकल व पैरा मेडिकल स्टाफ को बिना भेदभाव के डबल वेतन देकर प्रोत्साहित करने और आवश्यक सेवाओं में लगे सभी विभागों के कर्मचारियों व अधिकारियों को भी यह लाभ देने की मांग की है।

ठेके पर लगे सफाई कर्मचारी, सिक्योरटी गार्ड, वार्ड सर्वेंट, लिफ्ट मैन, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, धोबी, माली, चपरासी आदि पदों पर तैनात कर्मचारियों को डबल वेतन मिलना चाहिए।

20 अप्रैल तक सख्ती, लेकिन किसान न घबराएं
कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में लॉकडाउन को तीन मई तक बढ़ा दिया है। हालांकि,राज्य के किसानों को टेंशन लेने की जरूरत नहीं है। हरियाणा में किसानों की फसल खरीद में कोई दिक्कत नहीं आएगी।

प्रदेश में 15 अप्रैल यानी कल से सरसों की खरीद की जाएगी। जबकि गेहूं की खरीद का काम 20 अप्रैल को शुरू होगा। इसके लिए सरकार ने तैयारी कर ली है। प्रदेशभर में 1887 मंडी व खरीद केंद्र बनाए गए हैं। राज्य सरकार दावा कर रही है कि प्रदेश के किसानों को कोई दिक्कत नहीं आने दी जाएगी।

किसानों को मिलेगी सूचना, खरीद का ऐसा होगा पैटर्न
संक्रमण को देखते हुए इस बार कोई भी किसान सीधे मंडी में फसल लेकर नहीं जा सकेगा। हरियाणा सरकार सबसे पहले उन किसानों की फसल खरीदेगी जिन्होंने अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर करवा रखा है। ऐसे साढ़े 9 लाख किसान हैं, जिन्होंने अभी तक रजिस्ट्रेशन करवा लिया है।

सरकार किसानों को मंडी में फसल लेकर आने से पहले मैसेज, फोन कॉल, मुनादी से सूचित करेगी। इसके बाद वह किसान अगले दिन फसल लेकर मंडी में जाएगा। प्रत्येक मंडी में 50 किसान सुबह और 50 किसान शाम को फसल लेकर जाएंगे। खरीद केंद्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग व सैनिटाइजेशन का विशेष ख्याल रखा जाएगा। हरियाणा में करीब 15 लाख एकड़ में सरसों तो 60 लाख एकड़ में गेहूं की फसल है।

प्रदेश में धारा 144 लागू रहेगी, सरकारी दफ्तर भी शुरू होंगे
राज्य सरकार से जुड़े सूत्रों का कहना है कि सरकार 20 अप्रैल के बाद अपने सभी सरकारी दफ्तर खोलेगी। हालांकि इनमें ग्रुप-ए और बी के सभी अधिकारियों को बुलाए जाने के साथ ग्रुप-सी और डी के 30 फीसदी कर्मचारियों को रोस्टर प्रणाली के तहत बुलाया जा सकता है। लेकिन प्रदेश में धारा-144 लागू रहेगी। प्रदेश में मास्क या कपड़े से चेहरे को ढकना अनिवार्य रहेगा।

हॉट स्पॉट घोषित गुडग़ांव, पलवल, नूंह और फरीदाबाद को रेड जोन में रखा जाएगा। रेवाड़ी और महेंद्रगढ़ ग्रीन जोन में आएंगे, क्योंकि यहां अभी तक एक भी केस नहीं आए हैं। जबकि बाकी 16 जिले ऑरेंज जोन में रखे जाएंगे।

बॉर्डर पर स्वास्थ्य विभाग ने लगाए नाके
हरियाणा में विभिन्न्न जिलों की दूसरे राज्यों के साथ लगती सीमाओं पर अब स्वास्थ्य विभाग के नाके भी लगाए जा रहे हैं,ताकि हर किसी की जांच हो। दूसरे राज्य से हरियाणा में कृषि कार्यों के लिए आने वाले लोगों की बॉर्डर पर ही स्वास्थ्य जांच हो सके। स्वास्थ्य विभाग की ओर से बॉर्डर पर तंबू गाड़कर इन स्वास्थ्य नाकों को संचालित किया जा रहा है।

जहां स्वास्थ्य कर्मचारियों की ड्यूटी जांच के लिए लगाई जा रही है। दूसरे राज्यों से आने वाली कंबाइन मशीनों को बॉर्डर पर ही सैनिटाइज करने के बाद इसे ऑपरेट करने वाले लोगों और मजदूरों की पूरी तरह से स्वास्थ्य जांच की जाएगी। उसके बाद उन्हें मेडिकल सर्टिफिकेट जारी कर हरियाणा में एंट्री दी जाएगी।

इसी कड़ी में अब स्वास्थ्य नाके लगाकर ऐसे लोगों के स्वास्थ्य की जांच बॉर्डर पर ही की जा रही है। एसोसिएशन की राज्य प्रधान ओमपति कादियान व प्रवक्ता संदीप कुंडू ने बताया कि इन स्वास्थ्य नाकों पर बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी पूरी शिद्दत के साथ अपनी ड्यूटी निभा रहे हैं। इतना ही नहीं गांव-गांव में जाकर ग्रामीणों को भी जागरूक किया जा रहा है।

उनके अनुसार बहुउद्देशीय स्वास्थ्य कर्मचारी लोगों को सैनिटाइजेशन के बारे में जागरूक कर रहे है। विशेष रूप से फसली सीजन होने के कारण दूसरे पड़ोसी राज्यों व विभिन्न जिलों से कंबाइन व हार्वेस्टर चालक गेहूं कटाई के लिए आ रहे हैं।

विभिन्न नाकों पर ही पुलिस जवानों के साथ तैनात स्वास्थ्यकर्मी कृषि उपकरणों कंबाइन, ट्रैक्टर व हार्वेस्टर को सैनिटाइज करने बारे प्रेरित कर रहे हैं। इसके अलावा खेत में जाकर भी इन चालकों के स्वास्थ्य का विवरण या अन्य कोई समस्या आदि की पूरी डिटेल ले रहे है। स्वास्थ्यकर्मी लगातार इनके स्वास्थ्य को रोज ट्रैक करने का बीड़ा भी उठाए हुए हैं।


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Edited By

vinod kumar

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