CDS की सिफारिश में पूर्व सैनिकों को नजर आ रहे दोष ही दोष, सैनिकों पर पड़ेगा विपरीत असर

punjabkesari.in Saturday, Nov 21, 2020 - 11:57 AM (IST)

जींद : देश के सी.डी.एस. (चीफ ऑफ डिफैंस स्टाफ) जनरल बिपिन रावत की सैनिकों की पैंशन को लेकर की गई सिफारिश से हरियाणा में 2 लाख पूर्व सैनिकों पर विपरित असर पड़ेगा। पूर्व सैनिकों के सभी रैंकों पर सिफारिश का एक समान असर होगा। सी.डी.एस. की सिफारिश में पूर्व सैनिकों को दोष ही दोष नजर आ रहे हैं। इनके विरोध में पूर्व सैनिक आंदोलन करने से लेकर अदालत में कानूनी लड़ाई लडऩे के सभी विकल्पों पर गंभीर मंथन कर रहे हैं। 

जनरल बिपिन रावत ने केंद्र सरकार को सैनिकों की पैंशन को लेकर सिफारिश भेजी है। सिफारिश में कहा गया है कि सेना में 35 साल की सर्विस पूरी करने के बाद ही पूर्व सैनिकों को पूरी पैंशन मिलेगी। 35 साल से कम की सर्विस पर पैंशन में कटौती होगी। पूर्व सैनिकों की पैंशन में इस कटौती का पूर्व सैनिक विरोध कर रहे हैं। हरियाणा में विभिन्न रैंकों के लगभग 2 लाख पूर्व सैनिक हैं। इनमें 65 प्रतिशत जवान, 25 प्रतिशत जे.सी.ओ. और 10 प्रतिशत अफसर शामिल हैं। पैंशन में कटौती की सिफारिश का इन सभी रैंकों पर एक समान और विपरित असर पड़ेगा।

पूर्व सैनिक परिषद हरियाणा के उपाध्यक्ष और दिल्ली के जंतर-मंतर पर पूर्व सैनिकों के आंदोलन की कोर कमेटी के सदस्य कर्नल डी.के. भारद्वाज का कहना है कि पूर्व सैनिकों के अलावा इस समय देश की सेना में रहकर देश की हिफाजत कर रहे वर्तमान सैनिकों और सैन्य अधिकारियों में भी पैंशन कटौती की सी.डी.एस. की सिफारिश को लेकर भारी रोष है। पैंशन में कटौती पूर्व सैनिकों के सभी रैंकों पर एक समान होगी। पूर्व सैनिकों का कोई भी रैंक पैंशन में कटौती की मार से अछूता नहीं रहेगा। 

सेना को नहीं मिलेगी स्टैंडर्ड की मैन पावर, देश की रक्षा होगी प्रभावित : कर्नल भारद्वाज
सैनिकों की पैंशन में कटौती को लेकर सी.डी.एस. की सिफारिश पर पूर्व सैनिक परिषद हरियाणा के उपाध्यक्ष कर्नल डी.के. भारद्वाज का कहना है कि यह सिफारिश लागू हुई तो सेना को उस स्टैंडर्ड की मैन पावर जवानों से लेकर अफसरों के रैंक में कहीं भी नहीं मिल पाएगी जिसकी सेना को जरूरत होती है। सेना को सब- स्टैंडर्ड की मैन पावर मिलेगी और इससे देश की रक्षा प्रभावित होगी। कर्नल भारद्वाज का कहना है कि सेना के सभी रैंकों और पूर्व सैनिकों के सभी रैंकों में सी.डी.एस. की सिफारिश पर रोष है। सैनिकों के मनोबल पर इसका विपरित असर पड़ेगा। 

विरोध के सभी विकल्पों पर कर रहे विचार
पूर्व सैनिक परिषद सी.डी.एस. की सैनिकों की पैंशन में कटौती की सिफारिश के विरोध के सभी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं। जींद पूर्व सैनिक परिषद के प्रधान कर्नल इंद्र सिंह भारद्वाज और प्रदेश उपाध्यक्ष कर्नल डी.के. भारद्वाज का कहना है कि सड़कों पर उतरकर इस सिफारिश के विरोध में प्रदर्शन किया जाएगा। फिलहाल इस मसले पर वर्चुअल मीटिंग की जा रही है। केंद्र सरकार सी.डी.एस. की सिफारिश पर अमल करेगी तो उसके खिलाफ कोर्ट में लड़ाई भी मजबूती से लड़ी जाएगी। आज जरूरत सेना का मनोबल बढ़ाने की है न कि गिराने की। 
 
केंद्र के फैसले को अदालत में दी जा सकती है चुनौती : एड. विनोद बंसल
सैनिकों की पैंशन में कटौती की सी.डी.एस. की सिफारिश पर केंद्र सरकार अमल करती है तो उसके फैसले को अदालत में चुनौती दी जा सकती है। सेना के जवानों और अफसरों के केस लडऩे वाले एडवोकेट विनोद बंसल का कहना है कि जो सैनिक नौकरी कर रहे हैं और जो रिटायर हो चुके हैं उनकी पैंशन में कटौती नियमों के खिलाफ होगी और इसे अदालत में चुनौती दी जा सकती है। 
 


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Isha

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