हठधर्मिता को छोड़ हकीकत को समझें पी.एम. मोदी : अशोक तंवर

punjabkesari.in Thursday, Jan 07, 2021 - 08:44 AM (IST)

चंडीगढ़ (संजय अरोड़ा) : हरियाणा की सियासत में पिछले लगभग 1 वर्ष से फ्री लांसर की भूमिका अदा कर रहे प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष डा. अशोक तंवर ने बुधवार को सियासी आक्रामकता दिखाते हुए सत्ताधारी भाजपा के साथ साथ अपनी पूर्व पार्टी कांग्रेस विशेष तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर हमला बोला। किसानों के मुद्दे पर डा. तंवर ने भाजपा व कांग्रेस दोनों ही दलों को घेरते हुए उन्हें किसान विरोधी बताया। पंजाब केसरी से विशेष बातचीत के दौरान डा. अशोक तंवर ने कहा कि  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गलत नीतियों के कारण जहां देश भर के किसानों पर संकट के बादल आ गए हैं तो वहीं खेती पर भी खतरा मंडराने लगा है।

यही कारण है कि देश भर के किसानों को अपना वजूद बचाने के लिए आज कड़कती ठंड के बीच सड़कों पर बैठना पड़ रहा है। ऐसे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी हठधर्मिता को छोड़कर खेती और किसानों की हकीकत को समझते हुए जबरन थोपे गए तीनों कृषि के काले कानूनों को रद्द करें। तंवर ने केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए तीनों कृषि कानूनों को देश के किसानों के खिलाफ बताया तो वहीं उन्होंने प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा की भी कड़े शब्दों में आलोचना करते हुए साफ कहा कि कांग्रेस की मिलीभगत के कारण ही आज किसानों को ये दिन देखने पड़ रहे हैं।

किसानों को ऐसे दिया जा रहा धोखा
कांग्रेस के पूर्व नेता डा. अशोक तंवर ने कहा कि भाजपा की सरकारें दोगले चेहरे और चरित्र वाली हैं। एक तरफ किसानों का खुद को हमदर्द होने का दंभ भरती हैं तो वहीं दूसरी ओर अपने चेहते पूंजीपतियों के घर भरने के लिए देश के इन्हीं किसानों से फरेब किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछले करीब 42 दिनों से हरियाणा, पंजाब, यूपी और राजस्थान सहित कई राज्यों के किसान टिकरी बॉर्डर, सिंघु बॉर्डर पर धरने पर बैठे हुए हैं। इन किसानों में हर वर्ग और हर आयु के लोग शामिल हैं मगर केंद्र सरकार बातचीत के नाम पर बार बार किसानों को गुमराह करने पर तुली हुई है। तंवर ने कहा कि यह बात समझ से परे है कि आखिर अपने मंसूबों के लिए देश के किसानों की बली क्यों चढ़ाई जा रही है। 

पी.एम. मोदी से पूछे तीन सवाल
अशोक तंवर ने किसानों के आंदोलन का समर्थन करते हुए कहा कि असल में ये आंदोलन किसानों का न होकर एक जन आंदोलन हैं और सरकार के झूठे प्रयोगों के कारण अब देश के हर वर्ग में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इन सवालों का जवाब दें कि ऐसे क्या हालात पैदा हो गए कि किसानों को बिना विश्वास में लिए उन्होंने कृषि और कृषकों को पूंजीपतियों के पास बेच दिया? इसके अलावा जब किसानों का पक्ष जानना और मानना ही नहीं तो फिर किस वजह से किसान प्रतिनिधियों को बार बार वार्ता के लिए बुलाया जा रहा है? और प्रधानमंत्री मोदी इस बात का भी जिक्र करें कि अब तक के 6 साल के शासनकाल में केंद्र सरकार ने देश के कितने किसानों की आय को दोगुणा किया है? तंवर ने कहा कि असल में केंद्र सरकार अंबानी और अडानी के दबाव में है और यही कारण है कि किसानों की बात को सुना नहीं जा रहा है।

कांग्रेस पर भी बोला हमला
वरिष्ठ नेता अशोक तंवर ने केंद्र शासित भाजपा सरकार के साथ साथ कांग्रेस पर भी बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि असल में कांग्रेस और भाजपा की मिलीभगत का ही परिणाम है कि आज किसानों को ये दिन देखने को पड़ रहे हैं। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि अपने समय में किसानों को राहत के नाम पर 2-2 रुपए का चैक बांटने वाले आज किस मुंह से किसानों को समर्थन देने की बात कह रहे हैं? उन्होंने कहा कि किसानों के आंदोलन को आज देश के हर नागरिक का समर्थन है और यदि सरकार ने 26 जनवरी से पूर्व किसानों की बात को स्वीकार करते हुए तीनों कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया तो निश्चित ही न केवल यह आंदोलन और दिशा लेगा बल्कि आने वाले वक्त में प्रधानमंत्री मोदी को इसका बड़ा खामियाजा भी भुगतना पड़ेगा।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Manisha rana

Recommended News

Related News

static