शराब तस्करी में बनी SIT को एक्साईज विभाग ने अभी तक नहीं दिया कोई रिकार्ड: सूत्र

punjabkesari.in Tuesday, Jul 28, 2020 - 11:26 AM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा में कोरोना काल में लाक डाउन के दौरान शराब तस्करी व गोदामों से शराब चोरी होने के मामले में ग्रह मन्त्री अनिल विज द्वारा बनाई गई स्पेशल इन्कवेरी टीम (एस.ई.टी.) 31 जुलाई तक अपनी रिपोर्ट देगी या नही देगी। इस पर सभी की निगाहें लगी हुई हैं। एस.ई.टी. ने 31 मई तक इस जांच की रिपोर्ट देनी थी। मगर 2 महीने का समय एस.ई.टी. ने तब मांग लिया था। जिसकी अवधी 31 जुलाई तक है। इस एस.ई.टी. का नेतृत्व वरिष्ठ आई.ए.एस. अधिकारी टी.सी. गुप्ता कर रहे हैं। इस कमेटी में पुलिस विभाग के ए.डी.जी.पी. स्तर के एक अधिकारी तथा आबकारी काराधान के एक उच्चाधिकारी शामिल हैं। सूत्रों का कहना है कि एस.ई.टी. ने 5 बार एक्साइज विभाग से गोदामों में लाकडाउन से पहले रखी गई शराब का रिकार्ड मांगा है। सूत्रों का कहना है कि हरियाणा एक्साइज विभाग ने इस मामले में कोई भी रिकार्ड एस.ई.टी. को नही दिया है। ऐसी भी जानकारी मिली है कि एस.ई.टी. के किसी भी पत्र का जवाब आजतक एक्साइज विभाग ने नही दिया है।

गृह मन्त्री अनिल विज प्रारम्भिक दिन से ही मामले की गम्भीरता और इसमें शामिल ताकतवर लोगों की संलिप्तता की आशंका को देखते हुए एस.आई.टी. (स्पेशल इन्वैस्टिगेशन टीम) बनाना चाहते थे। मगर सरकार ने अनुमति एस.ई.टी. की अनुमति दी। एस.ई.टी. की शक्तियों को लेकर अनिल विज ने अतीत में सवाल भी उठाया था। हरियाणाा के अन्दर शराब घोटाले को लेकर विपक्ष काग्रेंस हो या इनेलो भी सरकार पर हमलावर रहे हैं। एस.ई.टी. की रिपोर्ट क्या आती है इस पर भी सबकी निगाहें हैं एस.ई.टी. केवल किसी भी बिन्दु को लेकर केवल सिफारिश कर सकती है। एस.ई.टी. की इन सिफारिशों को सरकार कितना मानेगी और कितना नही मानेगी। यह भी भविष्य के गर्भ में है। अगर सरकार ने एस.आई.टी. बनाई होती तो किसी भी एस.आई.टी. के पास असीम शक्तियंा होती है और वह किसी भी व्यक्ति या रिकार्ड को समन कर सकती है।

सोनीपत के खरखौदा में हुए इस शराब कांड में जंहा व्यवस्था की पोल खोल दी है वहीं 2019 मंे सील हुए इस स्टाक में 2020 मार्च में बनी बियर की बोतलें पाना और उस बा्रन्ड की शराब की बोतलें पाना जो यंहा बनते हुए नही कई सवाल खडे कर रहा है। इन्ही बातों को देखते हुए अनिल विज पहले दिन से ही इस मामले में काफी गम्भीर नजर आ रहे हैं।   शराब तस्करी का जो मामला है यह हरियाणा में कंहा-कंहा हुआ इसकी छानबीन के लिए अनिल विज ने सरकार को तभी पत्र लिखा था व 3 आई.ए.एस. अधिकारियों के नाम प्रस्तावित कर किसी एक के नेतृत्व में जांच बिठाने का प्रस्ताव रखा था। टी.सी. गुप्ता की अध्यक्षता में बनी एस.ई.टी. टीम ने पुलिस विभाग के ए.डी.जी.पी. स्तर के अधिकारी सुभाष यादव शामिल किए गए थे। जोकि 31 मई को रिटायर हेा गए। उनकी जगह मो0 अकील को एस.ई.टी. का मैम्बर बनाया गया।

सूत्रों का कहना है कि एस.ई.टी. ने अभी तक अपनी जांच को लेकर सरकार से और समय बढाने की मांग को लेकर कोई पत्र नही लिखा है। ऐसी भी सम्भावनांए हैं कि 31 जुलाई तक एस.ई.टी. अपनी रिपोर्ट सबमिट कर दे। वहीं दूसरी तरफ प्रदेश के उप-मुख्यमन्त्री एवम् आबकारी विभाग के मन्त्री दुष्यन्त चैटाला ने इस बात से इंकार किया है कि आबकारी विभाग एस.ई.टी. को रिकार्ड नही दे रहा। उन्होने इस मामले को गम्भीर मामला बताते हुए सख्त कार्यवाही का आश्वासन दिया है, वहीं गृहमन्त्री अनिल विज ने कहा कि एस.ई.टी. ने समय बढाने की अभी तक कोई मांग नही की है।
 


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Isha

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