Exclusive: हरियाणा के राजनीतिक हालात, कोरोना, कानून व्यवस्था आदि पर मंत्री विज से खास बातचीत

punjabkesari.in Tuesday, Jul 07, 2020 - 11:09 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा के गृह, स्वास्थ्य व निकाय मंत्री अनिल विज के चारों प्रमुख विभागों गृह, स्वास्थ्य, निकाय व मेडिकल एजुकेशन कोरोना की महामारी में सीधे रूप से जंग लड़ रहे हैं। पिछले एक माह से चोटिल अनिल विज अम्बाला अपने घर बिस्तर से इन चारों विभागों की कमान संभाल रहे हैं। इससे पहले भो कोरोना लॉक-डाउन में अनिल विज एक मात्र ऐसे मंत्री रहें हैं जो लगातार चंडीगढ़ अपने विभिन्न विभागों की बैठकें कर समयानुसार विभिन्न आदेश जारी करते रहे। गौरतलब है कि 9 जून को विज अम्बाला अपने बाथरूम में पैर स्लिप होने से चोटिल हो गए व उनकी सर्जरी हुई है।

अपनी सख्त और ईमानदार छवि के लिए सुप्रसिद्ध हरियाणा सरकार के गृह एवं स्वास्थ्य अनिल विज लॉकडाउन के दौरान प्रदेश का स्वास्थ्य ठीक रखने के लिए जहां हर समय गतिशील रहे, वहीं कुछ समय पहले बाथरूम में चोटिल हो जाने के बाद से उन्होंने अपनी कार्यशैली को घर पर विश्राम के दौरान भी गतिशील रखा। चोटिल होने के बाद भी गृह मंत्री के इरादे किस कदर मजबूत हैं उनसे बातचीत के कुछ अंश प्रस्तुत हैं।

प्रश्न- हरियाणा में कोरोना की सैम्पलिंग करीब 8000 प्रतिदिन है जोकि काफी कम हैं। जिसमें से 500 के करीब प्रतिदिन पॉजिटिव केस निकल रहे हैं। क्या टैस्टिंग बढ़ाई जाएगी?
उत्तर- हमारी टैस्टिंग देश में काफी अच्छे स्तर पर है लेकिन उसके बावजूद हम और अधिक टैस्टिंग करने का मन बना रहे हैं। एनटीजन टैस्टिंग किट आ चुकी हैं पूरे प्रदेश में टैस्टिंग स्पीड बढ़ाने की तैयारी की जा रही है।

प्रश्न- सोनीपत-फरीदाबाद-गुरूगा्रम ज्यादा सेंसटिव क्षेत्र हैं, इनको लेकर सरकार की क्या विशेष प्लानिंग हैं। दिल्ली में जिस प्रकार केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह के हस्तक्षेप से सैम्पलिंग बढ़ाई गई है। क्या हरियाणा सरकार की भी इसे बढाने की प्लानिंग है?
उत्तर- हरियाणा की सीमा दिल्ली से सटे होने के कारण प्रदेश बुरी तरह से प्रभावित हुआ है। पूरे प्रदेश के 80 प्रतिशत केस केवल इन्ही 4 जिलों में हैं। जब लाकडाउन था हरियाणा की स्थिति काफी ठीक थी लेकिन अनलाक होने के बाद हरियाणा की स्थिति काफी खराब हो गई। लेकिन उसके बावजूद हम अच्छे स्तर पर काम कर रहे हैं और हर व्यक्ति तक अच्छा इलाज पहुंच रहा है।

प्रश्न- पंजाब का दावा है कि उनकी मृत्युदर हरियाणा से कम है इसके बारे में क्या कहेगें?
उत्तर- ऐसा नहीं है, हरियाणा का मृत्यु दर भी काफी कम है और रिकवरी रेट करीब 76 प्रतिशत है जो कि पूरे देश में काफी अच्छी स्थिति है। बाकि मैं पंजाब के आंकडों के बारे में कुछ नहीं कर सकता।

प्रश्न- डबलिंग रेट हरियाणा में 19 दिनों का है। इसे और सुदृढ करने की क्या प्लानिंग हैं।
उत्तर- सभी चीजें काफी सुधार की ओर हैं। रही डब्लिंग रेट की बात तो इसमें बहुत जल्द और सुधार आएगा।

प्रश्न- वैक्सीन के ट्रायल के लिए रोहतक पीजीआई समेत पूरे भारत में 13 जगह चुनी गई हैं। कितनी सफलता की उम्मीद है?
उत्तर- रोहतक देश का प्रीमियम इंस्टीट्यूट है और बात वैक्सीयन के ट्रायल रिपोर्ट की तो इसके बारे में पहले कुछ नहीं कहा जा सकता। जब रिपोर्ट आएगी तो ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकेगा।

प्रश्न- मेडिसिन निर्माण में हरियणा के बहुत से व्यापारी हैं। जो पौंटा साहिब, बद्दी व अन्य जगह फैक्ट्रियां लगाए हैं। क्या सरकार की कोई रणनीति है जिससे यह लोग हरियाणा की ओर आकर्षित हों।
उत्तर- इसके लिए करनाल में अनाउंस किया गया है और करनाल को इसका हब बनाया जाएगा और सभी मैनफैक्चररस को एक छत के नीचे सभी प्रकार की सुविधांए दी जाएंगी।

प्रश्न- 70 से 80 प्रतिशन मैडीसन का रा-मैटिरियल चीन से आता है। यह रा-मैटीरियल हरियाणा में ही बने। इसके लिए क्या योजना है?
उत्तर- प्रधानमन्त्री जी ने देश से जो अपील की है उसपर पूरा देश उनके साथ खड़ा हो गया है। थोड़ा समय जरूर लगेगा लेकिन जल्द ही हमारी कोशिश यही रहेगी कि हर प्रकार की छोटी-बड़ी चीज यहीं बनें।

प्रश्न- हरियाणा में रोज 60 से 70 लोग वैटींलेटर व आक्सीजन पर रहते हैं उनका रिकवरी रेट क्या है?
उत्तर- हमारा रिकवरी रेट बहुत अच्छा है। जो मरीज शुरूआत में ही आ जाते हैं उन्हें न तो आक्सीजन की जरूरत होती है और न ही वैंटीलेटर की। जो मरीज देर में पहुंचते हैं उन्हे ही वेंटीलेटर की जरूरत होती है। हमने प्लाज्मा थैरेपी की भी इजाजत दे दी है। उससे भी मरीजों को फायदा मिलने वाला है।

प्रश्न- आजकल अधिकांश घोटाले धान घोटाला, शराब तस्करी मामला, अब चावल घोटाला सभी उपमुख्यमन्त्री दुष्यन्त चैटाला के विभाग से ही निकल रहे हैं।
उत्तर- ऐसा मुझे ध्यान नहीं है कि कोई ऐसा मामला सामने आया है जब कोई ऐसी बात विस्तार से सामने आएगी तभी कुछ कहा जा सकता है।

प्रश्न- प्रदेशाध्यक्ष को लेकर क्या चल रहा है। आपके हिसाब से प्रदेशाध्यक्ष कौन होना चाहिए। क्या यह मामला बरौदा चुनावों के बाद ही तय होगा।
उत्तर- प्रदेशाध्यक्ष की नियुक्ति के लिए केन्द्रीय नेतृत्व ने हमसे अपनी राय ली थी। हमने अपनी राय बता दी थी। अब केन्द्रीय नेतृत्व जो भी फैसला लेगा हम सभी को मंजूर होगा।

प्रश्न- बरौदा उपचुनाव में गठबन्धन का चुनाव चिन्ह क्या होगा? चाबी या कमल और किस पार्टी का प्रत्याशी मैदान में उतारा जाएगा।
उत्तर- पिछले चुनाव में दूसरे नम्बर की पार्टी भारतीय जनता पार्टी रही थी। इसलिए असूलन प्रत्याशी भाजपा का ही होना चाहिए। लेकिन फिर भी जो फैसला केन्द्रीय नेतृत्व करेगा वो ही सभी को मन्जूर होगा।

प्रश्न- बरौदा में हुड्डा ने उनके सामने मुख्यमंत्री को चुनाव लडऩे की चुनौती दी है।
उत्तर- ये जो भूपेन्द्र सिंह हुड्डा हैं, उन्हें फालतू की बातें करने की आदत है। अरे अभी तो हमने उन्हें चित किया है। अभी तो हमने उन्हें हराया है। समय बताएगा और बरौदा में गठबन्धन ही चुनाव जीतेगा।

प्रश्न- कबूतरबाजी मामले में क्या अभी तक मानव तस्करी का भी कोई सुराग एसआईटी को मिला है?

उत्तर- इसमें बहुत बातें सामने आई हैं। इसमें जो एसआईटी बनाई गई है वह बहुत गहराई से जांच कर रही है। पिछले करीब 200 ऐसे मामले जिनमें पीड़ितों ने शिकायतें तो दी थी लेकिन कार्यवाही नहीं हुई। उन फाईलों की भी जांच की जा रही है। यह तय है कि हरियाणा से इस कबूतरबाजी के खेल को जड़ से खत्म कर दिया जाएगा।

प्रश्न- कोरोना में मैडिकल रिसर्च में हरियाणा की क्या स्थिति है?
उत्तर- कोरोना को लेकर हमारे सभी संस्थान पूरी तरह से एक्टिव हैं। हमने जो नोडल आफिसर्रस नियुक्त किए हैं उन्हे यह आदेश दिए गए हैं कि कोरोना से जो भी डैथ हो रही हैं। उनकी अच्छी तरह से डैथ आडिट करें, ताकि सही कारणों का पता लग सके और अगले मरीजों को और अच्छा इलाज मुहैया करवाया जा सके।

प्रश्न- उत्तर प्रदेश कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी दूबे की चर्चा हरियाणा के मेवात, पलवल, फरीदाबाद में पनाह लेने की है। सुरक्षा एजेंसियों के क्या इनपुट हैं?
उत्तर- हरियाणा की पुलिस हमेशा अलर्ट रहती है। आपने देखा होगा अभी पीछे हरियाणा में भी इस प्रकार का दुस्साहस अपराधियों ने किया था जिसका बदला 24 घंटे में पुलिस ने ले लिया था। कानपुर हत्याकांड के मुख्य आरोपी दूबे अगर हरियाणा में छुपा होगा तो हरियाणा पुलिस उसे छोड़ेगी नहीं ,वैसे उसके यहाँ छुपे होने की कोई इन पुट नहीं हैं। 

प्रश्न- सफाई कर्मचारी लगातार प्रोटेस्ट कर रहे हैं। सरकार इन्हे कानपुर योद्धा कहती हैंै। उनके लिए क्या कदम उठाए जा रहे हैं।
उत्तर- सफाई कर्मचारियों ने कोरोना काल में अपनी जान हथेली पर रख प्रदेश की सेवा की है और मैं उनका तहेदिल से सम्मान करता हूं और रही मांगों की बात मेरी मीटिंग उनसे हुई थी। जिस पर ज्यादातर मांगें मैने उनकी मान ली थी, लेकिन कुछ मांगे जो मुख्यमंत्री के स्तर की थी वो हमने मुख्यमन्त्री जी के सामने रख दी, जो कि उम्मीद है वो भी मान ली जाएंगी।


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Shivam

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