करनाल: किसान नेताओं और प्रशासन की बैठक बेनतीजा, अब महापंचायत में बनेगी आगामी रणनीति

punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 04:18 PM (IST)

करनाल (विकास मेहला): करनाल में किसानों और प्रशासन की बीच हुई बैठक में कोई नतीजा नहीं निकल पाया है। बैठक खत्म होने के बाद अब किसान नाराज होकर बाहर निकले। वह अब यहां से अनाज मंडी जाएंगे, जहां महांपचायत चल रही है, वहां पर आगामी रणनीति तैयार करेंगे। बता दें कि करनाल प्रशासन के साथ 11 किसान नेताओं की जिला सचिवालय में बैठक हुई। इन 11 किसान नेताओं में राकेश टिकैत, जोगेंद्र उग्राहा, विकास सीसर, दर्शनपाल, गुरना चढूनी, योगेंद्र यादव, राजेवाल, दल्लेवाल, रामपाल चहल, इंद्रजीत कामरेड इत्यादि शामिल रहे।  

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किसान नेताओं और प्रशासन के बीच बैठक में दो से तीन दौर की वार्ता हुई। इस दौरान किसान नेताओं ने एसडीएम आयुष सिन्हा को संस्पेंड करने व मृतक किसान के परिवार को मुआवजा देने की मांग रखी। लेकिन किसानों और प्रशासन के बीच बैठक में कोई सहमति नहीं बन पाई, जिसके बाद किसान नेता सचिवालय से बाहर आ गए।

बैठक के बाद भारतीय किसान यूनियन के नेता गुरनाम सिंह चढूनी ने बताया कि उन्होंने प्रशासन के सामने एसडीएम को संस्पेंड करने व मृतक किसान के परिवार को मुआवजा देने की मांग रखी थी, लेकिन प्रशासन ने हमारी एक भी मांग नहीं मानी है। उन्होंने कहा कि अब हम अनाजमंडी में चल रही किसानों की पंचायत में जाकर आगे का फैसला लेंगे।

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वहीं संयुक्त किसान मोर्चा के नेता योगेन्द्र यादव ने कहा कि हमारी मांगों को लेकर सरकार छोटी से छोटी मांग पर सहमति नहीं जता रही है। यहां तक कि हमने केवल एसडीएम को सस्पेंड करने का मांग रखी लेकिन इस पर भी सहमति नहीं बनी। वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार हमारी बात मानने को राजी नहीं है। अब हम पंचायत स्थल पर जाकर आगामी रणनीति तैयार करेंगे। 

इससे पहले बीते कल भी किसान नेताओं की करनाल प्रशासन के साथ बैठक हुई थी, लेकिन यह बैठक भी बेनतीजा रही थी। किसान नेता तीन मांगों को लेकर अड़े हुए हैं। उनकी मांग है कि मृतक किसान के परिवार को 25 लाख का मुआवजा व परिवार के एक सदस्य को नौकरी, लाठीचार्ज में घायल किसानों को 2-2 लाख रुपए मुआवजा और आरोपी एसडीएम समेत तमाम पुलिस अधिकारियों पर सख्त कार्रवाई की जाए। 
 

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Content Writer

vinod kumar

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