किसानों को मिली बड़ी राहत, हरियाणा में इस बार कृषि यंत्रों पर तीन गुणा तक बढ़ेगी सब्सिडी राशि

punjabkesari.in Sunday, Jun 28, 2020 - 09:09 AM (IST)

हरियाणा का कृषि एवं कल्याण विभाग प्रदेश के किसानों को इस बार बड़ी राहत देने जा रहा है। सबमिशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन के अंतर्गत किसानों को दी जाने वाली सबसिडी राशि में करीब तीन गुणा की बढ़ौतरी की गई है। पिछले वित्त वर्ष में किसानों को कृषि यंत्रों पर करीब 103 करोड़ रुपए की सबसिडी दी गई थी। इस बार करीब 300 करोड़ रुपए का प्रस्ताव है। प्रस्ताव के अनुमोदित होने के बाद जिलावार लक्ष्य निर्धारित कर किसानों को कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित करने एवं व्यक्तिगत रूप से कृषि यंत्रों पर सबसिडी दी जाएगी।

उल्लेखनीय है कि हरियाणा में पिछले करीब 4 वर्ष से सबमिशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन योजना लागू है। इसके तहत व्यक्तिगत तौर पर किसानों को 8 विभिन्न कृषि उपकरणों पर 40 से 50 फीसदी का अनुदान दिया जाता है जबकि कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित करने हेतु 80 प्रतिशत तक सबसिडी दी जाती है। इस योजना से छोटे एवं सीमांत किसानों विशेषकर किसान उत्पादक समूहों को बहुत लाभ मिलता है। कृषि एवं कल्याण विभाग की ओर से वित्त वर्ष 2019-20 के लिए 103 करोड़ रुपए का अनुदान किसानों को दिया गया था, चालू वित्त वर्ष के लिए 300 करोड़ की सबसिडी दिए जाने का प्रस्ताव है। खास बात यह है कि कस्टम हायरिंग सैंटर की स्थापना हेतु 80 फीसदी अनुदान से किसान आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर होते हैं। जाहिर है कि इस बार बजट में तीन गुणा वृद्धि होने के बाद पिछली बार की तुलना में अधिक किसानों को योजना का लाभ मिलेगा।

अब तक 3 हजार सैंटर हो चुके हैं स्थापित
प्रदेश में खासी संख्या में हर साल खरीफ सीजन में धान बोया जाता है। हर बार हजारों हैक्टेयर में धान की पराली जलाई जाती है। इसी को लेकर अवशेष प्रबंधन के लिए हरियाणा में कस्टम हायरिंग सैंटर खोलने की योजना अमल में लाई गई। अवशेष प्रबंधन हेतु हरियाणा समेत चार राज्यों की सरकारें 80 फीसद अनुदान पर कृषि यंत्र देती हैं। किसान समूह या समिति बना कस्टम हायरिंग सैंटर खोल सकते हैं। अब तक हरियाणा में करीब 3 हजार कस्टम हायरिंग सैंटर खोले जा चुके हैं। 

इन यंत्रों पर मिलता है अनुदान
कृषि विभाग की ओर से किसानों को सुपर स्ट्रा मैनेजमैंट सिस्टम अटैच विद कम्बाइन, हैप्पी सीडर, पैडी स्ट्रा चोपर, कटर कम स्परिंडर, रिवर्सेबल, रोटरी स्लैशर,जीरो टील ड्रिल तथा रोटावेटर पर सबसिडी दी जाती है। इसी तरह से किसानों को कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित करने हेतु किसानों के स्वयं सहायता समूह सोसायटी में पंजीकृत किसानों,महिलाओं के किसान समूहों को 10 लाख रुपए तक की सबसिडी दी जाती है। जिन किसान उत्पादन समूहों व किसानों के पास खुद का टै्रक्टर व कम्बाइन है तो वे कस्टम हायरिंग सैंटर स्थपित कर सकते हैं। 

सभी आवेदक किसानों को मिलेगी सबसिडी: जे.पी. दलाल
कृषि मंत्री जे.पी. दलाल का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने की जो घोषणा है, उसी के तहत प्रदेश सरकार किसानों को बड़ी राहत देने जा रही है। उन्होंने बताया कि इस बार सरकार ने उन सभी किसानों को सबसिडी योजना तहत अनुदान देने का फैसला किया है, जिन्होंने आवेदन किया था। ऐसे में इस बार सभी आवेदनकत्र्ताओं को अनुदान दिया जाएगा। 

यह है सबसिडी का प्रावधान
सबमिशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन स्कीम तहत गांव में 8 से 11 किसान समूह बनाकर अपने गांव में कस्टम हायरिंग सैंटर स्थापित कर सकते हैं और इस पर हरियाणा सरकार की ओर से 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जाता है। सरकार की इस योजना से जहां एक ओर कस्टम हायरिंग सैंटरों की स्थापना से रोजगार स्थापित होता है वहीं छोटे व सीमांत किसानों को न्यूनतम दर पर कृषि यंत्र उपलब्ध हो जाते हैं। व्यक्तिगत श्रेणी में भी किसानों को 40 से 50 प्रतिशत अनुदान पर कृषि यंत्र उपलब्ध करवाए जाते हैं। सामान्य को 40 प्रतिशत एवं महिला, अनुसूचित, छोटे व सीमांत किसानों को 50 प्रतिशत सबसिडी दी जाती है। योजना तहत हरिजन, महिला, लघु और सीमांत किसानों को 2 लाख रुपए और अन्य किसानों को 1.60 लाख रुपए अनुदान दिया जाता है।

 


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Edited By

Manisha rana

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