लॉकडाउन की आशंकाओं ने बढ़ाई लोगों की चिंता, दुकानदारों ने लगाया मंहगाई का तड़का

punjabkesari.in Wednesday, Apr 21, 2021 - 12:13 AM (IST)

रेवाड़ी/महेंद्रगढ़ (योगेंद्र सिंह): दिल्ली में सात दिन के लॉकडाउन के बाद हरियाणा में भी लॉकडाउन को लेकर लोग अटकले लगाने लगे हैं। हालांकि देश के कई राज्यों में कोरोना कहर के कारण आंशिक लॉकडाउन तो कहीं नाइट कर्फ्यू के हालात हैं। दिल्ली में लॉकडाउन के बाद लोगों में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। दूसरे प्रदेश के लोग अपने परिवार के साथ एक बार फिर अपने प्रदेश की ओर जाने को बैचेन हैं। पिछले साल पलायन को लेकर जो हालात थे कुछ इसी प्रकार के हालात एक बार फिर प्रदेश में बनने लगे हैं। वहीं लॉकडाउन की आशंकाओं के बीच दुकानदार-व्यापारी वर्ग अपनी जेब गर्म करने में लग गए हैं। 

इस समय रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से लेकर चौक-चौराहों एवं हाइवे पर लोगों की भीड़ काफी नजर आ रही है। रेलवे स्टेशन पर कंफर्म टिकट नहीं होने के चलते लोग अंदर नहीं जा पा रहे लेकिन बस स्टैंड व सडक़ें लोगों की भीड़ से गुलजार हो रही हैं। दूसरे प्रदेश के जो लोग दक्षिण हरियाणा में काम करते हैं वह लॉकडाउन लगने की अफवाहों के चलते वापिस अपने घर की ओर लौटने लगे हैं। निजी कंपनी में काम करने वाले हों या फिर मेहनत-मजदूरी करने वाले सभी इस समय कैसे भी अपने घर लौटने की कोशिश कर रहे हैं। बस, ट्रक से लेकर लोडिंग वाहनों में लोग बैठकर जल्द से जल्द अपने घर पहुंचने को लालयित हैं।

इधर यह अपनी जेब भरने में लगे
पिछले साल के लॉकडाउन के हालात इस बार बनने की आशंकाओं के साथ ही रेवाड़ी, महेंद्रगढ़, नारनौल, कोसली, नांगल चौधरी से लेकर हर छोटे-बड़े शहर के कुछ व्यापारी व दुकानदार अलग ही खेल में लग गए हैं। इन लोगों ने खाने-पीने के सामान से लेकर बीड़ी, सिगरेट, खैनी, गुटखा आदि के रेट बढ़ा दिए हैं। तय कीमत पर सामान बेचकर यह अपनी जेब तो गर्म कर रहे हैं लेकिन प्रशासन के आदेश एवं नियमों को भी धत्ता बता रहे हैं। इसी प्रकार प्राइवेट बस वाले भी तय टिकट से अधिक पैसा वसूल रहे हैं। वहीं लोडिंग वाहन चालक भी लोगों को बैठाने के नाम पर उनकी जेब काट रहे हैं।

PunjabKesari, haryana

कोविड-19 की गाइड लाइन भूले लोग
बाहरी प्रदेश के लोग जल्दबाजी के चलते कोविड-19 की गाइड लाइन को भूल चुके हैं। किसी के मुंह पर मॉस्क नहीं तो किसी के गले में मॉस्क लटक रहा है। सोशल डिस्टेंसिंग का तो कहीं भी पालन नहीं हो रहा है। यहां तक छोटे-छोटे बच्चे भी बिना मॉस्क लगाए सडक़, चौराहों पर पैदल जा रहे या फिर लोडिंग वाहनों में बैठकर अपने गंतत्व की ओर जा रहे हैं।

पिछली बार पैदल गए थे अब पैदल नहीं जाना चाहते
रेवाड़ी में फर्नीचर की दुकान पर काम करने वाले मुनीश ने बताया कि पिछले साल लॉकडाउन में कई किलोमीटर पैदल फिर टैंकर में बैठकर मुरादाबाद तक का सफर तय किया था। इसी के चलते इस बार समय रहते यहां से जो भी साधन मिल रहा है उससे निकलने की कोशिश कर रहे हैं। यही कारण है कि कई लोगों के फर्नीचर ऑडर  हमने वापिस कर दिए हैं। अनाज मंडी में मजदूरी करने वाले लालू कछवाह ने बताया कि लॉकडाउन लग गया तो इनकम पूरी तरह खत्म हो जाएगी और मकान किराया कहां से देंगे और कैसे पेट भरेंगे। इसी के चलते डबल टिकट में बस में टिकट कराया है।

अफवाहों पर ध्यान नहीं दें: सरकार
लॉकडाउन की अफवाहों एवं लोगों के पलायन को लेकर प्रदेश सरकार लगातार बयान दे रही है कि लॉकडाउन लगने के हालात नहीं हैं। सभी लोग अफवाहों पर ध्यान नहीं दें। अपना काम रूटीन से करें लेकिन कोरोना बचाव के लिए सभी कोविड-19 गाइड लाइन का पालन अवश्य करें। बावजूद लोगों में सरकार की अपील का कोई असर नहीं हो रहा है।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Shivam

Recommended News

Related News

static