नगर निगम के रिकार्ड रुम में लगी आग, घोटाले की फाइल को जलाने के लिए आग लगाने का आरोप

punjabkesari.in Monday, Aug 17, 2020 - 10:26 AM (IST)

फरीदाबाद (दीपक पांडेय) : नगर निगम में 50 करोड़ के घोटाले की जांच के बीच ही अकाउंट ब्रांच के रिकार्ड रूम में आग लगने का मामला सामने आया है। घोटाले की जांच चीफ इंजीनियर कर रहे थे। वहीं अकाउंट ब्रांच से चीफ इंजीनियर ने घोटाले से संबंधित कुछ कागजात भी मांगे थे। हालांकि अकाउंट ब्रांच ने एक माह बाद भी उपलब्ध नहीं कराए गए थे। ऐसे में अकाउंट ब्रांच के अधिकारी पूरे संदेह में घेरे में आ गए थे। अब आग लगने के बाद स्थिति और भी संदेहजनक बन गई है। आग लगने की खबर से पूरे नगर निगम में हड़कंप मच गया है। मामले को लेकर पार्षद ने रिकार्ड रूम का निरीक्षण भी किया। वहीं आरोप लगाया कि घोटालों की फाइल को जलाने के लिए जानबूझ कर आग लगाई गई। 

निगम आयुक्त ने पूरे मामले को पूरी गंभीरता से लेकर कमेटी का गठन कर दिया। जो जांच करके पता लगाएगी कि आग लगने का क्या कारण था। कौन इसका जिम्मेदार है। वहीं आग में क्या-क्या कागज जलकर खाक हुए है। वार्ड नंबर 37 के पार्षदों सहित कई अन्य पार्षदों ने अकाउंट ब्रांच के खिलाफ निगम आयुक्त को शिकायत देते हुए कहा कि उनके वार्ड में जो कार्य नहीं हुए है। उसके लिए अकाउंट ब्रांच की ओर से भुगतान कर दिया गया है।

इस मामले में करीबन 50 करोड़ का घोटाला हुआ है। उन्होंने बताया कि वार्ड में 27 में ऐसे कार्य हुए है। जिनमें एक करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान कर दिया गया। यह खर्चा नालियों की रिपेयरिंग, इंटरलॉकिंग टाइल लगाना और स्लैब लगाने पर खर्च किया गया है। लेकिन आज तक ये काम उनके वॉर्ड में हुए ही नहीं। जब उन्होंने दूसरे वॉर्डों के पार्षदों के कार्यों की स्टडी की तो यही सामने आया। कुल मिलाकर 40 वॉॅर्ड में से 10 ऐसे वॉर्ड हैं जहां पर कोई काम नहीं हुआ और ठेकेदार को पेमेंट कर दी गई है।

एक माह बीतने के बाद भी नहीं दी रिपोर्ट
आयुक्त डॉ यश गर्ग ने पार्षदों की शिकायत पर मामले की जांच चीफ इंजीनियर, संयुक्त आयुक्त और जेडटीओ हेडक्वार्टर को जांच के आदेश दिये। जांच के दौरान पार्षद दीपक चौधरी, सुरेंद्र अग्रवाल, महेंद्र सरपंच, दीपक यादव को बुलाया गया क्योंकि इन्हीं के वॉर्ड में काम हुआ नहीं और ठेकेदार को भुगतान हो गया। चीफ इंजीनियर ने अकाउंट ब्रांच से कार्यों की  रिपोर्ट मांगी थी ताकि इसकी सत्याता को जांचा जा सके कि काम हुए भी हैं या नहीं। लेकिन अकाउंट ब्रांच ने कमेटी को कोई रिकार्ड उपलब्ध नहीं कराया।

पूरे अकाउंट ब्रांच को किया गया सील 
आग लगने के बाद पूरे अकाउंट ब्रांच को सील कर दिया गया।  रविवार को जैसे ही गार्ड को अकाउंट ब्रांच के रूम से धुंआ उठते दिखाई देने पर उन्होंने निगम अधिकारियों को इसकी सूचना दी। इसके बाद फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग को बुझाया। इसके बाद पूरे अकाउंट ब्रांच को सील कर दिया गया। 

पूरे मामले की होनी चाहिए गहनता से जांच 
पार्षद दीपक चौधरी ने पूरे मामले की गहनता की जांच करने का आरोप लगाया है। उन्होंने बताया कि निगम में 50 करोड़ रुपए के घोटाले की जांच चल रही थी। ऐसे में रिकार्ड रूम में ही आग लग जाना संदेहजनक स्थिति पैदा कर रहा है। उन्होंने बताया कि रविवार को आग लगने की सूचना मिली तो हम मौके पर पहुंचे। पूरे मामले की गहनता से जांच होनी चाहिए।

आयुक्त ने जांच के लिए टीम की गठित 
इस बारे में नगर निगम आयुक्त डॉ यश गर्ग ने बताया कि अकाउंट ब्रांच के रिकार्ड रूम में लगी आग को लेकर एक टीम का गठन किया गया है जिसमें एनआइटी संयुक्त आयुक्त, अतिरिक्त आयुक्त और चीफ इंजीनियर को शामिल किया गया है। जांच की पूरी रिपोर्ट सोमवार 3 बजे तक मांगी है। 


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Edited By

Manisha rana

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