अलविदा 2020 : सर्द हवाओं ने बढ़ाई ठिठुरन, घरों में दुबके रहे लोग

punjabkesari.in Thursday, Dec 31, 2020 - 03:49 PM (IST)

फरीदाबाद (सूरजमल) : साल के अंतिम दिन औद्योगिक नगरी फरीदाबाद में भी ठंड का प्रकोप जारी है। सर्द हवाओं ने जन-जीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। ठिठुरन बढऩे से आज लोगों को घरों में रहने पर विवश कर दिया। तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। लोगों को ठिठूरन महसूस हुई। आज पूरे दिन सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। लोग अपने घरों में दुबके रहे। जो लोग भी बाहर निकल रहे थे अपने आपको अच्छी तरह से कपड़ों में ढंक कर ही बाहर निकले।

लोगों ने सर्दी से बचने के लिए अलावा का सहारा लिया। बाजार हो या घर, अब सर्दी में तो गर्म पकवानों की मांग हो रही है। गर्म पकौडे, गाजर का हलुआ हो या बाजार में हलवाई की दुकान पर लगी दूध की कड़ाही। द तरों में लोग पानी गर्म कर सूप का आनंद लेते नजर आए। सर्दी के मौसम में बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है। वहीं कोहरे के कारण भी वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
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तापमान में आई गिरावट 
मौसम विभाग के अनुसार आज तापमान में भी काफी गिरावट दर्ज की गई। आज के दिन का अधिकतम तापमान 15 व न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। हवाओं ने सर्दी की ठिठुरन को और भी अधिक बढ़ा दिया। इससे वाहन चालकों को काफी दिक्कत हुई। ठंड से बचाव करने के लिए लोगों ने अलाव का सहारा लिया। जगह-जगह लोग गुटों में आग से खुद को सर्दी से बचाते नजर आए।

अलाव का ले रहे सहारा
सर्दी इस कदर है कि घर हो या द तर लोगों की कंपकंपी छुड़ा रहे हैं। कंप्यूटर पर काम करने वालों के हाथ ही काम नहीं कर रहे, तो घर पर महिलाओं को खाना बनाने से लेकर कपड़े धोने तक में आफत आ रही है। ऐसे में सर्दी से बचने को तरह-तरह के उपाय किए जा रहे हैं। द तरों में बाबू और अधिकारी पैरों के पास हीटर लगाने का जुगाड़ करते नजर आए, तो बाजारों में दुकान पर अलाव जला कर हाथ तापते नजर आए। ठंड ने जीव-जंतुओं को भी प्रभावित किया है। बाजार हो या घर, अब सर्दी में तो गर्म पकवानों की मांग हो रही है। गर्म पकौडे, गाजर का हलुआ हो या बाजार में हलवाई की दुकान पर लगी दूध की कडाही। द तरों में लोग पानी गर्म कर सूप का आनंद लेते नजर आए। सर्दी के मौसम में बच्चों व बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की जरूरत है।

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स्वास्थ्य का रखे खास याल 
ठिठुरती सर्दी में स्वास्थ्य का भी ध्यान रखने की जरूरत है। इस सीजन में दमा और दिल के मरीजों का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में स्पेशलिस्ट राय यही है कि वे इस मौसम में स्वास्थ्य का याल रखें। ठंड में हार्ट की नसें सिकुडऩे लगती हैं। चेस्ट इंफेक्शन तेजी से होता है। जिनके हार्ट कमजोर होते हैं उनका ब्लड प्रेशर बढऩे पर हार्ट फेलियर के चांस बढ़ जाते हैं। इसके अलावा दमा रोगियों को सांस संबंधी दिक्कत बढ़ जाती है। नवजात व पांच वर्ष तक बच्चों के स्वास्थ्य को लेकर भी खास एहतियात बरतने की जरूरत होती है। इस मौसम में बच्चों को वायरल, बुखार व निमोनिया होने का खतरा रहता है। ऐसे विशेषज्ञों की सलाह यही है कि  अभिभावक अपने बच्चों को ठंड से बचा कर रखें।

 


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Manisha rana

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