बैस्ट विलेज स्कीम में चुना गया गोरड़  गांव, 1000 लड़कों पर 1470 लड़कियां

punjabkesari.in Tuesday, Jul 12, 2022 - 09:01 AM (IST)

सोनीपत: ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान तहत गोरड़ गांव की 3 बेटियों को 50-50 हजार रुपए की प्रोत्साहन राशि प्रदान कर पुरस्कृत किया गया। उन्होंने गोरड़ वासियों की जागरूकता को सराहा। गांव में ङ्क्षलगानुपात प्रति 1000 लड़कों पर 1470 लड़कियां हैं। 

जिला स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में सोमवार को उपायुक्त कैंप कार्यालय में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान तहत प्रसव पूर्व ङ्क्षलग जांच निषेध अधिनियम (पी.सी. एंड पी.एन.डी.टी.) तहत बैस्ट विलेज स्कीम के पुरस्कार एवं प्रशंसा पत्र वितरण समारोह का आयोजन किया गया जिसमें मुख्यातिथि के रूप में उपायुक्त ललित सिवाच ने बेटियों व अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया। योजना तहत वर्ष 2021 में गांव के राजकीय विद्यालय गोरड़ की 10वीं की उन छात्राओं को पुरस्कृत किया गया जिन्होंने सर्वश्रेष्ठ परीक्षा परिणाम दिए। इनमें तमन्ना, महक और सीमा का अव्वल प्रदर्शन रहा जिन्हें प्रत्येक को 50 हजार रुपए प्रोत्साहन राशि से सम्मानित किया गया। 

पी.सी. एंड पी.एन.डी.टी. के अंतर्गत बैस्ट विलेज स्कीम तहत गोरड़-फरमाना को सर्वश्रेष्ठ गांव घोषित किया गया जिसमें स्थापित राजकीय विद्यालय की बेटियों को पुरस्कृत किया गया। उपायुक्त सिवाच ने गोरड़ गांव के चिकित्सा अधिकारी प्रभारी डा. रविश कुमार, सरपंच सतीश कुमार, पंच पूनम तथा ए.एन.एम. सुदेश व शर्मिला और आशा वर्कर सुमित्रा, गीता देवी और रोशनी सहित आंगनबाड़ी वर्कर सुरेखा, दर्शना व नीलम को वर्ष-2021 में ङ्क्षलगानुपात में सुधार के लिए उत्कृष्ट एवं सराहनीय कार्य करने के लिए प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया। डी.सी. ललित सिवाच ने कन्या भ्रूण हत्या पर चिंता व्यक्त की। सिविल सर्जन डा. जयकिशोर ने लोगों से आह्वान किया कि अवैध रूप से ङ्क्षलग जांच व गर्भपात करवाने वालों की सूचना जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को अवश्य दें। 
 


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Content Writer

Isha

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