प्रदेश के 25 लाख बेरोजगार नौजवानों के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है गठबंधन सरकार- कुंडू

punjabkesari.in Monday, Apr 25, 2022 - 09:32 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): प्रदेश में लगातार बढ़ती जा रही बेरोजगारी से तंग आकर युवा अपराध की राह पर निकल पड़ा है। आये रोज लूट-डकैती जैसी संगीन वारदातें अंजाम देते हुए अपराधी बेलगाम घूम रहे हैं और सरकार क्राइम कंट्रोल करने की बजाय किसानों को तूड़ी बेचने से रोकने के लिए धारा 144 लगा रही है। जनसेवक मंच संयोजक एवं महम से निर्दलीय विधायक बलराज कुंडू ने आज चंडीगढ़ स्थित एमएलए होस्टल में प्रेस कॉन्फ्रेंस को सम्बोधित करते हुए यह बात कही।जनहित से जुड़े मुद्दों को लेकर सरकार से तीखे सवाल करते हुए कुंडू ने कहा कि प्रदेश में हालात बेहद चिंताजनक होते जा रहे हैं लेकिन सरकार को इसकी रत्ती भर भी परवाह नहीं है।

शिक्षा और स्वास्थ्य तथा पुलिस से लेकर अनेक विभागों में लाखों पद रिक्त पड़े हैं लेकिन उन पर स्थाई भर्ती करने की वर्तमान सरकार की कोई नियत ही नहीं है। सरकार सिर्फ ठेकेदारी प्रथा को बढ़ावा देने में जुटी हुई है जिसका खामियाजा प्रदेश के नौजवानों को मौत के कुओं में उतरकर अपनी जान देकर चुकाना पड़ रहा है।

उकलाना क्षेत्र में हुए सेफ्टिक टैंक गैस हादसे में 4 नौजवानों की मौत का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि यह घटना इस बात को साबित करती है कि महज आठ-दस हजार रुपये की ठेके की नौकरी के लिए भी प्रदेश के युवा किस कद्र अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं लेकिन सरकार को उनकी कोई चिंता नहीं है। उनके परिवारों को स्थाई नौकरी और 20-20 लाख रुपये सरकार की तरफ से मुआवजा मिलना चाहिए। 

बलराज कुंडू ने कहा कि प्रदेश में करीब पच्चीस लाख नौजवान बेरोजगार घूम रहे हैं लेकिन सरकार स्थाई भर्तियां नहीं कर रही। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग में 30 हजार से अधिक पद रिक्त हैं और स्वास्थ्य विभाग में 17 हजार से भी अधिक, इसी प्रकार से पुलिस महकमे में हजारों पद खाली पड़े हैं और सरकार भर्तियां ना करके अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है।

प्रदेश में जो भयावह हालात बने हुए हैं उसे देखते हुए मुख्यमंत्री को तुरंत अपनी कैबिनेट की मीटिंग बुलाकर हालत सुधारने के लिए जरूरी कदम उठाने चाहिए। बलराज कुंडू ने कहा कि खाद की कमी के चलते किसानों को गेहूं की कम पैदावार होने का नुकसान उठाना पड़ा है लिहाजा सरकार को 500 प्रति क्विंटल के हिसाब से किसानों को बोनस देना चाहिए। डीजल के रेट बढ़ने और खाद-बीज महंगे होने से लागत कई गुना बढ़ चुकी है लेकिन महंगाई के दौर में किसानों की आय पहले से भी कई गुणा घट गई है लेकिन सरकार को इसकी कोई फिक्र नहीं है। आज किसान-मजदूर से लेकर कर्मचारी, व्यापारी तक हर वर्ग महंगाई की मार झेलने को मजबूर है लेकिन सरकार ने सिर्फ गठबंधन के सहयोगियों को ही कमाई करने की छूट दे रखी है।

बलराज कुंडू ने खेल एवं खिलाड़ियों सहित बदहाली झेल रहे स्टेडियमों का भी मामला उठाया और कहा कि कितनी हैरानी की बात है कि सरकार खिलाड़ियों से भी वसूली करने की सोच सकती है और जब दबाव पड़ता है तो तुरन्त यू-टर्न ले लेती है। क्या आंखें मूंदकर ऐसे बेतुके फैंसले लिए जाते हैं। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि एक तरफ सरकार अपना आंकड़ा दे और दूसरी तरफ मैं धरातल पर सर्वे करवाकर अपना आंकड़ा दूंगा, बेरोजगारी को लेकर सरकार के झूठे आंकड़ों की अपने आप पोल खुल जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार में हिम्मत है तो इन सभी मुद्दों पर मुझसे सार्वजनिक रूप से बहस करे। 

एक अन्य सवाल का जवाब देते हुए बलराज कुंडू ने कहा कि एक साजिश के तरह बड़े स्कूलों में मर्ज करने की आड़ लेकर प्राथमिक स्कूलों को बंद करके प्राइवेट स्कूलों को बढ़ावा दिया जा रहा है। नियम 134ए एवं आरटीई को लेकर भी सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए कुंडू ने साफ कहा कि गरीब के बच्चों को शिक्षित करना इस सरकार की प्राथमिकता ही नहीं है। यह सरकार सिर्फ झूठ बोलने और बेहद सफाई के साथ झूठ बोलने की कला में ही माहिर है जिसको आम जनता की दुःख तकलीफों से कोई लेना-देना नहीं। गठबंधन सरकार पहले तो गरीबों को हसीन सपने दिखाती है और फिर उन सपनों को तोड़ने का काम करती है जो किसी अपराध से कम नही है।

 

 


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Content Writer

Vivek Rai

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