सरकार को किसानों की बात को गंभीरता से सुनना चाहिए : निशान सिंह

punjabkesari.in Thursday, Dec 03, 2020 - 09:01 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : जननायक जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता अजय चौटाला और इनसो के राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय चौटाला के बाद अब जेजेपी के प्रदेश अध्यक्ष निशान सिंह ने भी आज कहा कि सरकार को किसानों की बात को गंभीरता से सुनना चाहिए और जल्द-से-जल्द इसका समाधान निकालना चाहिए। उन्होंने कहा की इन आंदोलनों से आपसी भाईचारा बिगड़ता है और आर्थिक हानि भी होती है। उन्होंने कहा कि अगर देश का किसान, देश का अन्नदाता सड़कों पर बैठे तो इससे बड़ा नुकसान कुछ नहीं हो सकता। यह बात निशान सिंह ने पंजाब केसरी से खास बातचीत के दौरान चंडीगढ़ में कही। 

निशांत सिंह ने जननायक जनता पार्टी को चौधरी देवीलाल की नीतियों की पार्टी बताया और कहा कि कांग्रेस पार्टी केवल अपने राजनीतिक हित साधने में लगी है। उन्हें किसानों से कोई मतलब नहीं है। वह अपनी राजनीतिक जमीन तलाश रही है। उन्होंने चंडीगढ़ में पंजाब के युवा कांग्रेसी नेताओं द्वारा किया गया हंगामा  महज एक ड्रामा बताया और कहा कांग्रेस केवल और केवल हाजिरी दिखाना चाहती है।

इस मौके पर निशान सिंह ने आगामी निकाय चुनाव पर भी बात किए उन्होंने कहा कि गुडगांव में हुई मीटिंग में इन चुनावों को लेकर कमेटियां बनाई जा चुकी हैं और कमेटियों में अधिकृत लोगों को भा.ज.पा. की कमेटी से बातचीत करने के लिए बोला गया है। यह तय है कि चुनाव मिलकर लड़ेंगे। हमने अपने लोकल लेवल पर भी कमेटियां बनाई है और उन्हें कहां-कहां कौन-कौन सी सीट पर चुनाव लड़ना है, इसे लेकर सर्च करने के लिए कहा गया है। इसी प्रकार भारतीय जनता पार्टी भी सर्च कर रही है। वह भी अपनी बात रखेंगे। उसके बाद डिसाइड होगा कि कौन सी सीट पर किसे चुनाव लड़ना चाहिए। 

निशान सिंह ने आगामी पंचायत चुनावों पर भी बात की और कहा कि जिला परिषद के मेंबर और उसके चेयरमैन की बात हो और पंचायत समितियों की बात हो उस पर पार्टी के हिसाब से हमेशा से लड़ा जाता रहा है। लेकिन पंच- सरपंच का चुनाव भाईचारे का चुनाव होता है। पार्टी उस पर भी विचार करेगी कि क्या करना है?  उन्होंने पंचायती चुनावों में 50% महिलाओं की भागीदारी और प्राइवेट सेक्टर में 75% हरियाणा के युवाओं की भागीदारी  के ऑर्डिनेंस की भी तारीफ करते हुए कहा कि यह जेजेपी के मेनिफेस्टो में थी और हरियाणा सरकार ने इसे माना। ऑर्डिनेंस आ चुका है जब महिलाओं का हम बराबर में हक मानते हैं तो राजनीति में भी उनकी बराबर की भागीदारी होनी चाहिए। 


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Manisha rana

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