जुलाई-अगस्त में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन दी जाए : वी उमाशंकर

punjabkesari.in Sunday, May 30, 2021 - 02:08 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने बताया कि सरकार के प्रयास है कि सितंबर से पहले सिंगल प्रोटेक्शन के तहत हरियाणा के सभी लोगों को कम से कम एक डोज कोविड वैक्सीन की लग जाए। सरकार को जून के मध्य तक वैक्सीन की सप्लाई पर्याप्त मात्रा में मिलने की उम्मीद है। अगर ऐसा हुआ तो जुलाई-अगस्त में प्रतिदिन दो लाख लोगों को वैक्सीन लगाने का टारगेट सरकार का है। ऐसे में 40 दिनों में 80 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन हो जाएगी। हरियाणा में 18 से 45 वर्ष की आयु के लोगों की संख्या 2 करोड़ 20 लाख है। सरकार का यह भी प्रयास रहेगा कि जुलाई-अगस्त में एक करोड़ से ज्यादा लोगों को वैक्सीनेशन दे दी जाए। जानकारी के अनुसार हरियाणा में वैक्सीनेशन के वेस्टेज में भी काफी कमी आई है और वहीं येलो फंगस का एक भी केस अभी तक हरियाणा में नहीं मिलने की जानकारी है।

हरियाणा सरकार देहात में कोरोना कंट्रोल करने के मामले में काफी संतुष्ट भी नजर आ रही है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर ने बताया कि देहात में आज कोरोना पूर्णतय कंट्रोल में है। रोजाना 55000 टेस्टिंग की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार हरियाणा के रोहतक-भिवानी-हिसार-जींद जिलों में कोरोना का जबरदस्त प्रकोप रहा है। 20 अप्रैल से 26 मई तक हरियाणा में कोरोना के कारण हिसार में 450, गुरुग्राम में 391, भिवानी में 300, जींद में 293, रोहतक में 284, करनाल में 281, अंबाला में 273, फरीदाबाद में 255, चरखी दादरी में 76, फतेहाबाद में 215, झज्जर में 103, कैथल में 161, कुरुक्षेत्र में 121, महेंद्रगढ़ में 93, नुहं में 56, पलवल में 76, पंचकूला में 153, पानीपत में 237, रेवाड़ी में 86, यमुनानगर में 129, सिरसा में 193, सोनीपत में 132 मृत्यु हुई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार सर्वाधिक मृत्यु वाले क्षेत्रों में हरियाणा सरकार विभिन्न पहलुओं पर अध्ययन करवाने की तैयारी में है।  सूत्रों के अनुसार कोरोना की दूसरी तीव्र लहर के दौरान फील्ड में अच्छा काम करने वाले अधिकारियों को जहां सरकार की तरफ से शाबाशी मिल सकती है। 

ब्लैक फंगस के इंजेक्शन पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध न होने के कारण पीजीआई के डॉक्टर्स ने जिन तीन दवाइयों को वैकल्पिक दवाई के तौर पर बताया है। वह टेबलेट है और उसके कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। यह ब्लैक फंगस के शिकार माइल्ड मरीजों के उपयोग में सार्थक साबित हो सकती हैं। चर्चाओं के अनुसार हरियाणा के अलावा दो-तीन अन्य राज्यों ने भी वैकल्पिक दवाई के लिए ऐसे सुझाव भारत सरकार को भेजे हैं।मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमा शंकर के अनुसार ब्लेक फंगस के इलाज के लिए हरियाणा वैकल्पिक दवाई के  सुझाव भारत सरकार को भेजे ,जिनकी अभी स्वीकृत्ति का इंतजार है।

दूसरी तरफ ब्लैक फंगस की वजह से लोगों में भय का माहौल है और दवा ना उपलब्ध होने के चलते कई लोग अपनी जान से हाथ भी धो बैठे हैं ।हालांकि सरकार का दावा है कि इस समय इस दवा के इंजेक्शन उपलब्ध हैं ,लेकिन शुरू में दवा की किल्लत जरूर आई थी ।हालांकि पहले यह कहा जा रहा था कि जिन लोगों को करोना हुआ है या जो डायबिटिक हैं उनको ब्लैक फंगस बीमारी अपना शिकार बना रही है, लेकिन यह केवल भ्रम ही साबित हुआ। यह बीमारी दूसरे अन्य लोगों को भी अपनी गिरफ्त में ले रही है बीमारी के बढ़ते प्रभाव को लेकर सरकार चिंता में है। राज्य का कोई ऐसा जिला नहीं है जहां यह के सामने नहीं आ रहे हैं जिस तरह से केस बढ़ रहे हैं और दवा की शॉर्टेज है उसको लेकर हरियाणा मेडिकल कॉरपोरेशन ने बकायदा इसके लिए टेंडर भी जारी किए हैं ।लेकिन टेंडर एक लंबी प्रक्रिया है और इसके जरिए दवा कब हासिल होगी यह देखने वाली बात है क्योंकि आमतौर पर यह देखने में आता है कि टेंडरों के जरिए जब किसी भी दवा की मारामारी होती है तो रेट ज्यादा आते हैं या फिर दवा निर्माता कंपनियां सामने ना आकर उसके डिस्ट्रीब्यूटर ही आगे आते हैं जिसके चलते इस प्रकार के टेंडर से नहीं चढ़ते।

वी उमाशंकर के अनुसार प्रदेश के सभी 135 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट लगाए जाएंगे ताकि ऑक्सीजन की तुरंत आपूर्ति सुनिश्चित हो सके। उन्होंने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को मजबूत किया जा रहा है। इसे हरियाणा सरकार चैलेंज के रूप में ले रही है। अस्पतालों में स्थापित किए जा रहे ऑक्सीजन प्लांट सम्भावित तीसरी लहर में उपयोगी सिद्ध होंगे। उन्होंने कहा कि चूंकि विशेषज्ञों द्वारा यह आशंका जताई जा रही है कि तीसरी लहर में बच्चे ज्यादा प्रभावित होंगे। इसीलिए सरकार किसी प्रकार की ढिलाई नहीं बरत रही है।

इस अवसर पर मारुति सुजुकी के एम डी केनिचि आयुकावा ने इस महामारी के संकट से भारत के जल्द बाहर आने की कामना करते हुए हरियाणा सरकार का आभार व्यक्त किया। इसके साथ आवश्यकता अनुसार और सहयोग करने का आश्वासन दिया। वी उमाशंकर ने बताया की गुरुग्राम सिविल अस्पताल सेक्टर 10 में एक टन और आधे टन क्षमता के दो प्लांट लगाए गए हैं। इनसे 100 से 150 बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी। इसी प्रकार ईएसआई अस्पताल सेक्टर 9 ए में एक टन क्षमता और ईएसआई अस्पताल सेक्टर 3 मानेसर में एक टन क्षमता के प्लांट लगाए गए हैं।

वी उमाशंकर के अनुसार परिवार पहंचान पत्र अत्यंत लाभकारी साबित होगा। जॉब के लिए, कंट्रेक्च्युल वर्कर को रखने, मेरी फसल मेरा ब्यौरा में, सरल की सभी सर्विसिज में। सभी प्रमाण पत्रों को जोड़ने व पंजीकरण में, कास्ट सर्टिफिकेट, डोमोसाईल जैसे सभी जगह इसकी आवश्यकता रहेगी। 2021-22 में भर्ती के लिए वन टाइम रजिस्ट्रशन व कॉमन एलिजिबिल्टी टेस्ट शुरू होना एक क्रांतिकारी कदम है। जिसकी अंतिम तिथि 31 मई तक बड़ाई गयी है। जिसको आगे बढ़ाने का निर्णय भी सरकार का होने बारे जल्दी स्थिति स्पष्ट हो जाएगी। पहले 31 मार्च तक थी। जुलाई में इसके टेस्ट संभावित हैं। वन टाइम रजिस्ट्रेशन हर वर्ग की ए, बी, सी, डी कैटेगरी की पोस्टों का लगभग कॉमन डाटा है। वन टाइम रजिस्ट्रेशन करने के लिए जैसे ही उम्मीदवार कंप्यूटर पर एच.एस.एस.सी. की वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करेगा।

उसको एक यूनिक आईडी नंबर प्राप्त हो जाएगा। जिसको लोगिन करने के बाद वन टाइम रजिस्ट्रेशन का फॉर्म खुलेगा। उसमें कैंडिडेट सारे फैक्ट्ज जैसे नेम, फादर नेम, मदर नेम इत्यादि अपने सभी कालम भरेगा। उसके बाद अपनी एजुकेशन, क्वालीफिकेशन भरेगा। सभी शिक्षा संबंधी डाक्यूमेंट्स या अपनी आईडी संबंधी डाक्यूमेंट्स अपलोड करेगा। उसके बाद  सिस्टम ऑटोमेटेकली उसको वार्न करेगा। वह सभी जानकारी दोबारा डाउनलोड करके हार्ड कॉपी निकाल कर उसे पढ़कर चेक करेगा और फिर अपने हस्ताक्षर करेगा। उसके बाद वह फिर इसको अपलोड करेगा। इसके बाद जैसे ई बैंकिंग के द्वारा पहले फीस भरी जाती है अब भी वही सिस्टम रहेगा। इसके बाद जो ई-चालानिंग है उसका नंबर इसमें भरा जाएगा। इसके बाद जो बैंक से डॉक्यूमेंट मिला है उसे अपलोड किया जाएगा। इसी प्रकार जब वह अपना प्रोसेस पूरा कर देगा तो उसको एक यूनीक आईडी नंबर जो मिला है उसमें सारी जानकारी एक लोकल डिजिटल डाटा बैंक के नाते जिसमें उसके परिवार आधार कार्ड, फैमिली आई कार्ड इत्यादि सभी लिंक हो जाएंगे।


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

Manisha rana

Recommended News

Related News

static