65 वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में शामिल होने के लिए ज्ञानचंद गुप्ता परिवार सहित पहुंचे कनाड़ा

punjabkesari.in Monday, Aug 22, 2022 - 09:45 AM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : राष्ट्रमंडल सांसदों की सबसे बड़ी वार्षिक सभाओं में से एक हैलिफ़ैक्स, कनाडा में सीपीए कनाडा क्षेत्र द्वारा आयोजित 65 वें राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन में सम्मिलित होने के लिए हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता आजकल कनाडा में हैं। दुनिया के सबसे खूबसूरत वॉटरफॉल्स में से एक नियाग्रा फॉल्स के अद्भुत दृश्य को आज अपनी कनाडा यात्रा के दौरान हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने परिवार सहित देखा। नियाग्रा फॉल्स के बारे में शायद ही कोई ऐसा हो, जो नहीं जानता हो। इसकी प्राकृतिक खूबसूरती का कोई जवाब नहीं। एकबार जो उस विहंगम दृश्य को देख ले, फिर जिंदगी भर नहीं भूल नहीं पाता।

अमरीका और कनाडा के बॉर्डर पर बहता यह झरना दुनिया का सबसे खूबसूरत झरनों में से एक है, जिसे नायग्रा वॉटरफॉल कहते हैं। हर साल लाखों की संख्या में टूरिस्ट इसखूबसूरत झरने को देखने के लिए वहां पहुंचते हैं। घूमने-फिरने और स्कून की सांस लेने के लिए यह जगह बेस्ट है। यहां पहुंच कर लोग नैचुरल ब्यूटी का आनंद लेते हैं। वहीं एडवेंचर के शौकीन वहां बोटिंग करने भी पहुंचते हैं। संयुक्त राज्य अमरीका और कनाडा के इंटरनैशनल बॉर्डर पर बहते इस वाटरफॉल पर 3 झरनों का मिलन होता हैं, इसलिए इसे नायग्रा वाटरफॉल का सामूहिक नाम दिया गया। संयुक्त राज्य अमरीका के न्यू यॉर्क और कनाडा के ओंटारियो राज्य के बीच बहते इस झरने की ऊंचाई 167 फीट है।इस झरने का प्रवाह नायग्रा नदी में होता है। एरी और ओंटारियो झील दोनों ही नायग्रा नदी पर मिलती हैं। 167 फीट की ऊंचाई से बहते इस झरने का प्रवाह दुनिया में सबसे तेज है। 

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चन्द गुप्ता ने बताया कि सम्मेलन में भारत के 23 पीठासीन अधिकारी और राज्य विधानमंडलों के 16 सचिव भी शामिल हैं, जो सीपीए के सदस्य भी हैं। सम्मेलन के दौरान विभिन्न विषयों पर आठ कार्यशालाएं आयोजित की जाएंगी। राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (सीपीसी) के बारे में जानकारी देते ज्ञान चन्द गुप्ता ने कहा कि सम्मेलन राष्ट्रमंडल सांसदों की सबसे बड़ी सभा है जो प्रमुख वैश्विक राजनीतिक मुद्दों और विकास पर चर्चा और बहस करने के लिए एक मंच पर आते हैं। 1948 और 1959 के बीच यह सम्मेलन द्विवार्षिक रूप से आयोजित होता था, वर्ष 1961 से यह वार्षिक रूप से आयोजित हो रहा है। कोविड-19 वैश्विक महामारी के कारण, सम्मेलन 2019 से आयोजित नहीं किया गया है। 64वां राष्ट्रमंडल संसदीय सम्मेलन (CPC) युगांडा (2019) में आयोजित किया गया।

ज्ञान चन्द गुप्ता ने बताया कि राष्ट्रमंडल की प्रमुख ग्रेट ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय हैं। अपने पिता के इस्तीफे के बाद चुनावों के परिणामस्वरूप उन्हें यह उपाधि मिली।मुखिया की उपाधि विरासत से प्राप्त नहीं की जा सकती है, इसलिए राष्ट्रमंडल राष्ट्रों के नए प्रमुख का चुनाव प्रत्येक बैठक में मतदान द्वारा किया जाता है। राष्ट्रमंडल में सभी 6 महाद्वीपों में दुनिया के 54 देश शामिल हैं।सदस्यों की कुल आबादी 2.1 अरब है, जो दुनिया की आबादी का लगभग एक तिहाई है। इसकी कुल जनसंख्या का 1.17 बिलियन भारत में रहते हैं। भारत के बाद, जनसंख्या के हिसाब से अगला सबसे बड़ा राष्ट्रमंडल देश पाकिस्तान (176 मिलियन), बांग्लादेश (156 मिलियन), नाइजीरिया (149 मिलियन) हैं। राष्ट्रमंडल राष्ट्रों का भूमि क्षेत्र कुल विश्व भूमि क्षेत्र का लगभग 21% है। क्षेत्रफल के हिसाब से सबसे बड़े राष्ट्रमंडल देश कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और भारत हैं।


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Content Writer

Manisha rana

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