हरियाणा विधानसभा में किसानों को श्रद्धांजलि देने पर नहीं बनी सहमति, सरकार ने नहीं दिया कोई जवाब

punjabkesari.in Friday, Aug 20, 2021 - 06:59 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): हरियाणा विधानसभा में मानसून सत्र के पहले दिन दिवंगतों को श्रद्धांजलि भेंट करते समय उस समय माहौल गरमा गया जब नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि देने की मांग उठाई। कांग्रेस के कई विधायकों ने हुड्डा का समर्थन किया लेकिन सरकार ने हुड्डा की मांग पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।

सदन की कार्यवाही के दौरान गठबंधन सरकार की तरफ से उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने हरियाणा के पूर्व राज्यपाल जगन्नाथ पहाडिय़ा को याद करते हुए सदन की तरफ से श्रद्धांजलि भेंट की। पहाडिय़ा का कोरोना की दूसरी लहर के दौरान निधन हुआ था। सदन में आज जिन दिवंगत जनप्रतिनिधियों को श्रद्धांजलि भेंट की गई उनमें से ज्यादातर का कोरोना की दूसरी लहर के दौरान निधन हुआ है। उप मुख्यमंत्री ने हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सतबीर कादयान, पूर्व मंत्री डॉ. कमला वर्मा, पूर्व उपमंत्री प्रो.महा सिंह, पूर्व राज्य मंत्री राव धर्मपाल, बहादुर सिंह, पूर्व विधायक किताब सिंह, दरियाव सिंह रजौरा, चौधरी जिले सिंह तथा पूर्ण सिंह को श्रद्धांजलि दी।

विधानसभा के बजट सत्र से लेकर मानसून सत्र के बीच मृत्यु को प्राप्त हुए जनप्रतिनिधियों के अलावा फ्लाइंग सिख मिल्खा सिंह को याद करते हुए उपमुख्यमंत्री ने कहा कि मिल्खा सिंह सदियों तक उभरते खिलाडिय़ों तथा युवाओं के लिए प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा जब अपनी पार्टी की तरफ से दिवंगतों के प्रति शोक व्यक्त कर रहे थे तो उन्होंने कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे आंदोलन में मारे गए किसानों को श्रद्धांजलि भेंट करते हुए सरकार से आग्रह किया कि शोक प्रस्तावों में किसानों को भी शामिल किया जाए। इस बात को लेकर सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से मामूली तकरार भी हुई, जिसे संभालते हुए स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने साफ किया कि यह सदन शोक प्रस्ताव पुस्तिका में शामिल सभी दिवंगतों के प्रति अपनी श्रद्धांजलि व्यक्त करता है।

शोक प्रस्तावों में किरण चौधरी के माता-पिता का नाम नहीं शामिल
हरियाणा विधानसभा नियमावली अथवा परंपरा के अनुसार सदन के सदस्य, हरियाणा के सांसद तथा उनके परिजनों के निधन पर सदन की तरफ से श्रद्धांजलि भेंट की जाती है। आज पेश किए गए शोक प्रस्तावों में कांग्रेस विधायक किरण चौधरी के माता-पिता का नाम शामिल नहीं था। सरकार तथा विपक्ष की तरफ से शोक प्रस्ताव पढ़ते समय भी किसी ने उनके माता-पिता का नाम शामिल नहीं करवाया तो वह खुद खड़ी हुई और अपने सैनिक पिता की शौर्य गाथा को विधानसभा के समक्ष रखते हुए स्पीकर से आग्रह किया कि उनके माता-पिता के नाम भी शामिल किए जाएं।

सदन में इन्हें भी किया गया याद
सदन में देश की आजादी के संघर्ष में अपना बहुमूल्य योगदान देने वाले हरियाणा के स्वतंत्रता सेनानियों के निधन पर भी शोक व्यक्त किया गया, उनमें गांव खेडक़ी, जिला गुरुग्राम के अमी लाल, गांव दुबलधन, जिला झज्जर के ललती राम और गांव करीरा, जिला महेन्द्रगढ़ के प्रभाती लाल शामिल हैं।

इसी प्रकार, मातृभूमि की रक्षा करते हुए हरियाणा के जिन 24 वीर शहीदों ने शहादत दी उन्हें भी सदन में शत-शत नमन किया गया। इन वीर शहीदों में जिला सिरसा के डबवाली के लेफ्टिनेंट अमतोज सिंह सिद्धू, जिला रोहतक के गांव फरमाणा के सूबेदार अजीत सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव दोंगड़ा जाट के नायब सूबेदार विजय कुमार शर्मा, जिला रेवाड़ी के गांव मुमताजपुर के नायब सूबेदार मनोज कुमार, जिला पानीपत के गांव अहर के उप निरीक्षक भुरू सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव नांगल सिरोही के उप निरीक्षक बजरंग कुमार, जिला भिवानी के गांव फूलपुरा के हवलदार बलवान सिंह, जिला चरखी दादरी के गांव मोड़ी के हवलदार वेदप्रकाश, जिला गुरुग्राम के गांव दमदमा के नायक आकाश खटाना, जिला जींद के गांव ढाठरथ के नायक कपिल देव, भिवानी के सिपाही महेन्द्र सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव कमानिया के सिपाही बिपरीन बिछवालिया, जिला जींद के गांव छातर के सिपाही प्रेमचंद, जिला रेवाड़ी के गांव बीदावास के सिपाही दलीप कुमार, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव ढाणा के सिपाही इंद्रजीत सिंह, जिला हिसार के गांव खरकड़ी के सिपाही सुरेन्द्र सिंह, जिला महेन्द्रगढ़ के गांव ढाणी मामराज के सिपाही पवन सिंह, जिला रेवाड़ी के गांव रतनथल के सिपाही विनोद कुमार, जिला भिवानी के गांव मिरान के सिपाही अमित, जिला झज्जर के गांव आसोदा के सिपाही रजनीश, जिला झज्जर के गांव सरौला के सिपाही उमेद सिंह, जिला जींद के गांव गांगोली के सिपाही राकेश कुमार, जिला हिसार के गांव चानौत के सिपाही जगमहेन्द्र सिंह और जिला चरखी दादरी के गांव काकड़ौली ह_ी के कमांडो सोनू पिलानिया शामिल हैं।

इसके अलावा, मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भाई गुलशन खट्टर, उप-मुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला की नानी व विधायक नैना सिंह चैटाला की माता कांता देवी, राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के चाचा चौधरी प्रताप सिंह मलिक, सांसद डॉ. अरविंद कुमार शर्मा के पिता सतगुरु दास शर्मा, सांसद नायब सिंह की ताई जगीरो देवी, सांसद रामचंद्र जांगड़ा के भाई वेदपाल जांगड़ा, विधायक किरण चौधरी के पिता ब्रिगेडियर आत्मा सिंह तथा माता सरला आत्मा सिंह, विधायक सुभाष सुधा की बहन लाजवंती तथा भाई कुलभूषण सुधा, विधायक राकेश दौलताबाद के भाई संदीप जांघु, विधायक लक्ष्मण नापा के भाई ओमप्रकाश, विधायक नीरज शर्मा के मौसा मास्टर महेश चंद्र शर्मा तथा बुआ शांति देवी, विधायक हरविन्द्र कल्याण की माता सोना देवी, विधायक मामन खान की सास हाजऱा बेगम, विधायक लक्ष्मण सिंह यादव के चाचा लाला राम, विधायक जगदीश नायर के भाई हरिचंद नायर तथा भतीजे जयवीर नायर, विधायक शैली चौधरी की माता स्नेहलता तथा विधायक बिसम्बर सिंह के भाई हवलदार राकेश कुमार के दु:खद निधन पर भी गहरा शोक व्यक्त किया गया।

विधानसभा कमेटियों में शामिल किए नए सदस्य
हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने विधायक शैली को वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के लिए जन स्वास्थ्य, सिंचाई, बिजली एवं लोक निर्माण (भवन एवं सडक़ें) की सबजेक्ट कमेटी की विशेष आमंत्री मनोनीत किया है। इसी प्रकार विधायक राम कुमार को वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के लिए याचिका समिति का विशेष आमंत्री मनोनीत किया गया है। विधायक नरेन्द्र गुप्ता को वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के लिए शहरी निकाय व पंचायती राज संस्थान समिति और विधायक शमशेर सिंह गोगी को वर्ष 2021-22 की शेष अवधि के लिए विशेषाधिकार समिति का विशेष आमंत्री मनोनीत किया गया है।


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Content Writer

Shivam

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