बड़ी खबर: मानसून सत्र से पहले हो सकता है हरियाणा मंत्रिमंडल का विस्तार !

punjabkesari.in Friday, Jul 16, 2021 - 06:15 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): मोदी मंत्रिमंडल के विस्तार के बाद अब मनोहर मंत्रिमंडल में होने वाले विस्तार और विभागों के फेरबदल को लेकर चर्चाएं जोरों पर हैं। माना जा रहा है कि मानसून सत्र से पहले यह बदलाव देखे जा सकते हैं। लेकिन क्या जीटी रोड बेल्ट से किसी विधायक को तवज्जो मिलेगी ? यह आने वाले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा। 

मनोहर लाल पार्ट वन सरकार में जीटी रोड पर शाहाबाद मारकंडा से कृष्ण बेदी व इंद्री से कर्णदेव कंबोज को राज्यमंत्री, असंध से बख्शीश सिंह विर्क को मुख्य संसदीय सचिव, अंबाला से अनिल विज, पानीपत के इसराना से कृष्ण लाल पंवार और सोनीपत से कविता जैन को कैबिनेट मंत्री बनाया गया था और मनोहर लाल स्वय भी जीटी रोड के करनाल विधानसभा से जीतकर मुख्यमंत्री बने थे। यानि मुख्यमंत्री के अलावा छह मंत्री केवल जीटी रोड से ही थे। लेकिन मनोहर लाल पार्ट टू में जीटी रोड के सभी मंत्रियों की अनिल विज को छोड़कर हार हो गई। 
 



अनिल विज जीटी रोड पर जीतने वाले मंत्रियों में से एक मात्र शख्स हैं और वह छठी बार चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे। मनोहर लाल सरकार ने उन्हें इस बार पहले से अधिक ताकतवर मंत्रालय सौंपे है। वह इस बार वह ग्रह, स्वास्थ्य, शहरी निकाय और तकनीकी शिक्षा के मंत्री हैं। मनोहर लाल पार्ट टू में भाजपा को जजपा और निर्दलीय विधायकों का समर्थन प्राप्त है। जीटी रोड बेल्ट पर थानेश्वर सीट से दूसरी बार विधायक बने सुभाष सुधा, घरौंडा से हरविंदर कल्याण, पानीपत शहरी विधायक प्रमोद विज, पानीपत ग्रामीण सीट से महीपाल ढांडा, इंद्री से रामकुमार कश्यप, अंबाला सिटी से असीम गोयल विधायक है।

जातीय और क्षेत्रीय संतुलन किस प्रकार से भाजपा साध पाएगी यह तो समय ही बताएगा। लेकिन भारतीय जनता पार्टी हमेशा से शहरी वोटरों आधारित पार्टी रही है। मनोहर लाल पार्ट वन सरकार में भारतीय जनता पार्टी को पूरी जीटी रोड बेल्ट पर से अनुमान से भी अधिक सीटों पर जीत हासिल हुई थी और लगभग बाकि जिलों में भी शहरी मतदाताओं ने दिल खोलकर भाजपा को वोट दिए थे। इस बार भी शहरी सीटों पर परिणाम ज्यादातर भाजपा के हक में रहे हैं। इसलिए यह तो साफ है कि भारतीय जनता पार्टी इस विस्तार में इस प्रकार से निशाना साधेगी कि मतदाता अपने आप को ठगा हुआ महसूस नहीं करेंगे। 

भारतीय जनता पार्टी इस विस्तार में किस समाज को तवज्जो दे सकती है, पर सबकी निगाहें हैं। क्योंकि पार्ट वन में ब्राह्मण समुदाय से राम विलास शर्मा, सीमा त्रिखा मुख्य संसदीय सचिव और पंजाबी समाज से मनीष ग्रोवर राज्यमंत्री रह चुके हैं और यह समुदाय मनोहर लाल खट्टर के मुख्यमंत्री बनने के बाद पूरी तरह से भारतीय जनता पार्टी के साथ जुड़ा है। लेकिन इस बार पंजाबी समाज से केवल एक अनिल विज ही मंत्री हैं और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद पंजाबी समाज से हैं।



चर्चा है कि मंत्रिमंडल विस्तार में जीटी रोड पर मौजूद थानेसर सीट से सुभाष सुधा और पानीपत शहरी सीट से विधायक प्रमोद विज में से क्या किसी को शामिल कर सकती है। वहीं घरौंडा विधानसभा से हरविंदर कल्याण जो कि रोड जाति से हैं। इनका नंबर भी इस विस्तार में पड़ सकता है। रोड बिरादरी कई सीटों पर निर्णायक भूमिका अदा करती हैं। 

हालांकि रोड बिरादरी से निर्दलीय विधायक रणधीर सिंह गोलन को पर्यटन विभाग का चेयरमैन बनाया गया है। लेकिन भाजपा ने अपने कोटे से अभी तक इस कार्यकाल में इस समुदाय को प्रतिनिधित्व नहीं दिया है। इसलिए घरौंडा से विधायक हरविंदर कल्याण की भी लॉटरी खुलने की चर्चा है। मुख्यमंत्री के लायल विधायकों में कल्याण की गिनती होती है। इस कार्यकाल में जाट समुदाय से पांच मंत्री दुष्यंत चौटाला, जेपी दलाल, कमलेश ढांडा, रंजीत सिंह चौटाला और संदीप सिंह मंत्री पद पर आसीन होने के कारण जाट समुदाय से किसी को भी प्रतिनिधित्व मिलना मुश्किल है।


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Content Writer

vinod kumar

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