हरियाणा सरकार ने गन्ना किसानों को दी बड़ी राहत, गन्ने के भाव 12 प्रति क्विंटल बढ़ाए

punjabkesari.in Thursday, Sep 09, 2021 - 05:27 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा सरकार ने प्रदेश के गन्ना किसानों को एक बड़ा तोहफा दिया है। गुरुवार को प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल की अध्यक्षता में शुगर केन कंट्रोल बोर्ड की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। जिसमें प्रदेश के सहकारिता मंत्री, कृषि व सहकारिता विभाग के एडीशनल चीफ सेक्रेट्री, फाइनेंस एडीशनल चीफ सेक्रेट्री समेत महत्वपूर्ण अधिकारी मौजूद रहे। जिसमें 350 रुपए प्रति क्विंटल भाव वाले गन्ने में बारह तथा लेट वैरायटी 345 रुपए भाव वाले गन्ने में दस रुपये की बढ़ोतरी की गई है। यानि अब हरियाणा में गन्ने का भाव देश में सर्वाधिक 362 और 355 रुपए हो गया है।

इस बारे में प्रदेश के सहकारिता मंत्री डॉ बनवारी लाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हरियाणा के मुख्यमंत्री समय-समय पर प्रदेश के किसानों के लिए क्रांतिकारी कदम उठाते रहते हैं और उनके दिशा निर्देश के बाद यह महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है।पंजाब में पिछले 4 साल से गन्ने का भाव 310 रुपए प्रति क्विंटल था। लेकिन अगले साल होने वाले चुनावों के दबाव में पंजाब सरकार ने इकट्ठे 50 रुपए की बढ़ोतरी की है। लेकिन हरियाणा सरकार ने पिछले साल भी 10 रुपए की बढ़ोतरी करके किसानों को तोहफा दिया था। सहकारिता मंत्री ने बताया कि इस फैसले से विभाग पर 80-90 करोड रुपए का अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।

डॉ बनवारी लाल ने बताया कि प्रदेश सरकार किसानों को समय पर पेमेंट मिले, इसके लिए समय-समय पर फैसले लेती रही है। जिसमें एथेनॉल प्लांट लगाए जाने का फैसला अहम है। क्योंकि सरकार ने पेट्रोल में 20 फ़ीसदी एथेनॉल की परमिशन दे रखी है। जिसके चलते शाहाबाद में लगाए जाने वाला एथेनॉल प्लांट की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है। पानीपत में 45 कैपेसिटी को बढ़ाकर 60 किया जाएगा। करनाल में भी एथेनॉल प्लांट लगाया जाएगा। इसके साथ साथ हम हर बड़ी शुगर मील के साथ 2-3 छोटी शुगर मिलस को जोड़ेंगे।

जो क्लस्टर के रूप में काम करेंगी। जिससे प्लांट लगाने की लागत हमारी कम हो जाएगी। एथेनॉल का रेट अच्छा मिलने से चीनी मिलों को अतिरिक्त लाभ होगा। जिससे वह किसानों की अदायगी समय पर कर सकेंगी। साथ ही पिछले साल हमने पलवल, महम और कैथल में गुड़-शक्कर बनाने की प्रक्रिया आरंभ की थी। इस मीटिंग में हमने पहले से बेहतर क्वालिटी के गुड और शक्कर बनाने के दिशा निर्देश दिए हैं। जो कि 250 ग्राम 500 ग्राम और 1 किलो की पैकिंग के साथ-साथ कैंडी टाइप में पैकिंग के आदेश भी दिए गए हैं। ताकि होटलों में भी हमारे यह प्रोडक्ट जा सकें। साथ ही अच्छी मार्केटिंग के साथ मिलों की आमदनी को बढ़ाने की तरफ कदम बढ़ाए जाएंगे। ताकि किसानों को इसका सीधा लाभ मिल सके।

डॉ बनवारी लाल ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने समय-समय पर किसानों के हित में फैसले लिए हैं। समय-समय पर फसलों के रेट बढ़ाए हैं। किसान हित मुख्यमंत्री मनोहर लाल के लिए सर्वोपरि है। यह फैसला किसी आंदोलन के प्रेशर में नहीं लिया गया। पिछले साल भी गन्ने के भाव में 10 रुपए की बढ़ोतरी की गई थी। मुख्यमंत्री के दिशा-निर्देश पर नवंबर के पहले हफ्ते में मील शुरू करने का फैसला भी किसानों के हितों को देखते हुए लिया गया है। क्योंकि जल्दी खेत खाली होने पर किसान अगली फसल की तैयारी कर सकेगा। साथ ही लास्ट स्टेज में मजदूर न मिल पाने के कारण किसान को महंगी मजदूरी न करवानी पड़े, इसलिए भी मीलों को जल्दी शुरू करने का फैसला मुख्यमंत्री के दिशा निर्देश पर लिया गया है। डॉ बनवारी लाल ने बताया कि कॉविड के कारण बैंको की रिकवरी पर भी काफी फर्क पड़ा है। स्थिति सुधारने पर रिकवरी में भी सुधार लाया जाएगा।



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Content Writer

Isha

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