खेलो इंडिया के चौथे संस्करण की मेजबानी जून में करेगा हरियाणा: संदीप सिंह

punjabkesari.in Thursday, Apr 14, 2022 - 09:14 AM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): लंबे समय से खेलो इंडिया की मेजबानी करने का इंतजार अब हरियाणा प्रदेश का समाप्त होने को है। जल्द इस कार्यक्रम की लॉन्चिंग सेरेमनी में कार्यक्रम की रूपरेखा घोषित हो जाएगी। मार्च के अंत में हरियाणा सरकार इस कार्यक्रम का आयोजन करना चाहती थी। लेकिन अंडर-18 गेम्स होने के कारण बच्चों के पेपर प्रभावित ना हो, इस दृष्टि से इसे जून में करवाने का फैसला किया गया है। खेलो इंडिया संस्करण का पहला आयोजन केंद्र सरकार द्वारा 2018 में दिल्ली स्थित इंदिरा गांधी इनडोर स्टेडियम में किया गया था। दूसरा 2019 में महाराष्ट्र के पुणे में तथा तीसरा 2020 गुवाहाटी में आयोजन हुआ। हरियाणा को खेलो इंडिया की मेजबानी करने का अवसर 2021 में फाइनल हुआ था। लेकिन एन वक्त कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण सब धरा का धरा रह गया। हरियाणा सरकार इसे करवाने को लेकर बेहद उत्साहवर्धक है। दरअसल जीवन को स्वस्थ और तरोताजा रखने के साथ-साथ टीम वर्क की भावना में बढ़ोतरी होना आज की युवा पीढ़ी के लिए बेहद जरूरी है। खेलों से रणनीतिक, विश्लेषणात्मक सोच, नेतृत्व कौशल, लक्ष्य निर्धारण और जोखिम लेने का हौसला जीवन को बेहद सकारात्मक बना देता है। स्वस्थ समाज ही मजबूत राष्ट्र का निर्माण करता है। इसी दृष्टि से केंद्र सरकार द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम की शुरुआत की गई।

हरियाणा की माटी मजबूत- गठीले शरीर वाले गबरुओं को जन्म देती है और हरियाणा का नौजवान पूरे विश्व में अपनी ताकत का डंका बजा चुका है। हरियाणा सरकार लगातार नई पीढ़ी को आज से भी अधिक ताकतवर और जोशीले बनाने के लिए लगातार उत्साहवर्धक नई-नई योजनाओं को लाकर खेलों के प्रति बच्चों को आकर्षित कर रही है। इस महत्वपूर्ण विषय को लेकर पंजाब केसरी ने हरियाणा के खेल मंत्री संदीप सिंह से विशेष मुलाकात की। जिसमें उन्होंने बताया कि खेलो इंडिया कार्यक्रम के लिए पूरा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार है। प्रदेश सरकार ने विभाग को मेजबानी में किसी प्रकार की कोताही- लापरवाही और कमी ना रहे इसके आदेश दिए हैं। खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव लेवल के अधिकारी इस काम को स्वयं अपनी देखरेख में कर रहे हैं। लगातार संबंधित विभागों की बैठकर भी जारी है। हम हिस्सा लेने वाले सभी प्रदेशों के मुख्यमंत्री- स्पोर्ट्स मंत्री को भी इसके लिए इनवाइट करने की अपनी रूपरेखा शुरू किए हुए हैं। लॉन्चिंग सेरेमनी के दिन पूरी रूपरेखा सभी तिथि के अनुसार घोषित की जाएंगी। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी इस प्रोग्राम को लेकर काफी उत्साहित हैं और कार्यक्रम को लेकर मुख्यमंत्री ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी कई बार वार्ता की है और मुख्यमंत्री इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री को भी आमंत्रित करेंगे। 10-11 दिन चलने वाले इस कार्यक्रम की ओपनिंग और क्लोजिंग सेरेमनी पंचकूला में होगी हरियाणा खेलों में और आगे बढ़े, इसे लेकर सरकार विभाग और कोच दिन-रात प्रयासरत हैं।

खेल मंत्री संदीप सिंह ने बताया कि हरियाणा प्रदेश खिलाड़ियों की दृष्टि से देश में नंबर वन पर है। इसी कारण हरियाणा प्रदेश को बेस्ट स्टेट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। जिसका श्रेय केवल सरकार को ही नहीं खिलाड़ियों की मेहनत को जाता है। पिछले 7-8 सालों से हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ियों का प्रदर्शन बहुत शानदार रहा और नई पीढ़ी को उभारना और अच्छे प्रदर्शन के लिए कामयाब करना सरकार की जिम्मेदारी बनता है। नई योजनाओं- नई चीजों का परिणाम एकदम नहीं मिलता, लेकिन सरकार लगातार प्रयास किए हुए हैं। सिंह ने बताया 2019 में खेल मंत्री  बनने के बाद डाइट को 125 से 250 और फिर इसे 400 किया। बहुत अच्छी क्वालिटी के ट्रैक सूट- अच्छी क्वांटिटी के साथ हम खिलाड़ियों को उपलब्ध करवा रहे हैं। जबकि पहले एक बार धोने से ही ट्रैक सूट पहनने लायक नहीं बचता था। हमने प्रदेश के खिलाड़ियों की संख्या को बढ़ाने के लिए सैकड़ों नर्सरिया तैयार की है।

संदीप सिंह ने बताया कि इस आयोजन से हरियाणा के स्पोर्ट्स को बेहद लाभ होने वाला है। प्रदेश का इंफ्रा पूरी तरह से बेहतर हो जाएगा। 2010 में दिल्ली कॉमनवेल्थ गेम्स मे मैंने भी भाग लिया था और मुझे देख कर बहुत बच्चों का हौसला बड़ा। आज प्रदेश ही नहीं देश के बहुत से खिलाड़ी नीरज चोपड़ा जैसा बनने का सपना देख रहे हैं। कुछ योगेश्वर दत्त, कुछ रानी रामपाल बनकर प्रदेश का नाम ऊंचा करना चाहते हैं। प्रदेश सरकार भी लगातार कैश अवार्ड और नौकरियां देकर खिलाड़ियों के हौसले में इजाफा कर रही है। आज हरियाणा की पॉलिसी देश के सभी राज्यों में सबसे अधिक बेहतर है। हम खेलने से पहले तैयारी के लिए भी खिलाड़ियों को पैसे देते हैं। हरियाणा छोटा सा राज्य है, लेकिन देश में सबसे अधिक 540 करोड रुपए का बजट स्पोर्ट्स पर खर्च करता है। हम बच्चों, अभिभावकों और कोच को मोटिवेट करने के लिए तरह-तरह की योजनाएं चलाते हैं। बच्चों की रुचि स्पोर्ट्स में लाने को लेकर हमने लगातार प्रयास किए हैं। 

खेल मंत्री संदीप सिंह द्वारा कुछ समय पहले ही पंचकूला स्टेडियम में एकाएक पहुंचकर संबंधित अधिकारियों को डांट लगाते हुए सख्त आदेशों की पालना के निर्देश दिए थे। उस पर चर्चा करते हुए संदीप सिंह ने बताया कि पंचकूला स्टेडियम में खिलाड़ियों के लिए बनाए गए ट्रैक पर हमने लोगों द्वारा सैर करने की शिकायतें पहुंच रही थी, जिससे प्रैक्टिस में खिलाड़ियों को बाधा आती थी और कोचस को भी यह लोग रोकने पर ट्रांसफर तक की धमकी देते थे। इस पर संदीप सिंह ने अचानक सुबह वहां विजिट किया और ट्रैक सूट पहनकर ट्रैक पर बहुत से लोग सैर करते पाए गए। संदीप सिंह ने इस गंभीर मामले पर तुरंत प्रभाव से अधिकारियों की बैठक ली और 3 तरीके के कार्ड इशू करने के आदेश दिए। जिसमें एक कार्ड खिलाड़ियों के लिए जो पूरे स्टेडियम में जाकर अपनी ट्रेनिंग कर पाएंगे। दूसरे कार्ड खिलाड़ियों को लाने ले जाने या साथ आने वाले अभिभावकों- सगे संबंधियों के लिए जो स्टेडियम के अंदर जाएंगे लेकिन फील्ड में नहीं जा पाएंगे और तीसरा सैर करने वाले लोगों के लिए जो मात्र रोड पर सैर कर पाएंगे। इसके साथ साथ खेल मंत्री ने बताया कि स्टेडियम की चारदीवारी छोटी होने के कारण बहुत से लोग दीवारें फांद कर सैर करने के लिए आ जाते थे। मेन गेट से वाकिंग के लिए आने वाले लोग भी सुंदर ट्रैक से आकर्षित होकर वहां पहुंचते थे। जिस कारण दीवारों को ऊंची करने का काम भी चल रहा है। वहीं तीन-चार कोच भी गैर उपस्थित पाए गए जोकि कभी कभार ही आते थे। इस पर भी संदीप सिंह ने कहा कि पुराना समय भूल जाओ, सैलरी ड्यूटी के लिए दी जाती है। जब मन किया तो आ जाओ, जब मन नहीं किया तो मत आओ, ऐसा नहीं चलेगा। संदीप सिंह ने बताया कि इसी लापरवाही के चलते एक कोच पंचकूला, एक सोनीपत, एक जींद और एक अंबाला के कोच को भी सस्पेंड किया गया है।

 

 

 


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Content Writer

Isha

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