स्वास्थ्य सेवाएं होंगी प्रभावित, जिले के सभी एनएचएम कल रहेंगे हड़ताल पर

punjabkesari.in Wednesday, Jun 08, 2022 - 09:55 AM (IST)

फरीदाबाद: स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा से संबद्ध भारतीय मजदूर संघ के आह्वान पर 9 जून को 17 सूत्रीय मांगों के सर्मथन में स्वास्थ्य विभाग के सभी एनएचएम कर्मचारी एक दिन का संकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं में व्यवधान उत्पन्न होगा। इसके बाद भी सरकार द्वारा एनएचएम कर्मचारियों की अनदेखी की जाती है तो एनएचएम कर्मचारी स्वास्थ्य कर्मचारी संघ हरियाणा के बैनर तले बड़े आंदोलन के लिए विवश होंगे जिसकी पूर्णत: जिम्मेदारी सरकार व प्रशासन की होगी।

यह हैं मुख्य मांगे 
मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार द्वारा 2 नवंबर 2021 को की गई घोषणा के बाद भी एनएचएम के कर्मचारियों को 7वां वेतन आयोग कमीशन का लाभ नहीं दिया गया है जोकि पूर्णतया माननीय मुख्यमंत्री के आदेशों की अवहेलना को दर्शाता है अत:जल्द से जल्द सातवें पे कमीशन का पत्र जारी किया जाए।
- मुख्यमंत्री की सहमति व 4 वर्ष बीत जाने के पश्चात भी एनएचएम की सर्विस बायलाज की वेतन विसंगति को दूर नहीं किया गया है संघ आपसे मांग करता है कि जल्द से जल्द वेतन विसंगतियों को दूर किया जाए।
- हरियाणा सरकार द्वारा घोषित कोरोना प्रोत्साहन राशि 5000 सभी कर्मचारियों को जल्द से जल्द दी जाए जबकि मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार के द्वारा पूर्व राशि की घोषणा 2020 में कर दी गई थी।
- सर्व शिक्षा अभियान की तर्ज पर एनएचएम कर्मचारियों को ग्रेच्युटी का लाभ दिया जाए,  एनएचएम कर्मचारियों को कैशलेस मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जाए।
- एनएच में कार्यरत चिकित्सा अधिकारियों को सेवा नियमों का लाभ दिया जाए व प्रारंभिक वेतन 80,000 किया जाए।
- एनएचएम कर्मचारियों को 58 वर्ष तक गेस्ट अध्यापकों की तर्ज पर सेवा सुरक्षा प्रदान की जाए।
- एड्स कंट्रोल सोसाइटी का कर्मचारियों को एनएचएम के तर्ज पर स्टेट शेयर व सेवा नियमों का लाभ दिया जाए।
- एनएचएम कर्मचारियों का वर्ष 2017 व 2019 में आंदोलन व हड़ताल के दौरान काटा गया वेतन एमपीएचई हड़ताल आंगनवाड़ी हड़ताल की भांति अवकाश मानकर वेतन जल्द जारी किया जाए।
- एनएचएम कर्मचारियों की तमिलनाडु और मणिपुर राज्य की तर्ज पर रेगुलर पॉलिसी बनाई जाए।
- एनएचएम कर्मचारी की आकस्मिक मृत्यु होने पर 20 लाख की सहायता राशि व आश्रित को एनएचएम के तहत नौकरी प्रदान की जाए। संघ लगातार प्रत्येक जिले में कष्ट निवारण समिति के गठन की मांग को उठाता रहा है वर्तमान में जिला कुरुक्षेत्र में अधिकारियों की मनमानी व अनदेखी के चलते एक एनएचएम कर्मचारी को आत्महत्या जैसा कठोर कदम उठाना पड़ा है आपसे अनुरोध है कि प्रत्येक जिले में जिला कष्ट निवारण समिति बनाया जाए और संघ के 2 प्रतिनिधि को इसमें शामिल किया जाए।
- एनएचएम कर्मचारियों की वन टाइम वॉलंटरी ट्रांसफर पॉलिसी बनाया जाए व कपल केस लागू किया जाए।
-  हटाए गए कोरोना योद्धा 39 दिनों से नौकरी बहाली को लेकर आंदोलन पर हैं कोरोना योद्धा के प्रति सहानुभूति रखते हुए जल्द नौकरी बहाल की जाए।
- एनएचएम में आउटसोर्सिंग पॉलिसी के तहत लगाए गए कर्मचारियों को एनएचएम में शामिल किया जाए।
- यूएचसी के कर्मचारियों को एनएचएम के कर्मचारियों की तर्ज पर 1 जनवरी 2018 से सर्विस बायलॉज का लाभ देना सुनिश्चित करें।


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Content Writer

Isha

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