लू और भीषण गर्मी चुनावी अभियान में बड़ी बाधा, प्रत्याशियों को बदलनी पड़ी रणनीति

punjabkesari.in Wednesday, Jun 15, 2022 - 09:15 AM (IST)

जींद : 19 जून को हो रहे नगर परिषद प्रधान और पार्षदों के चुनावी अभियान में मौसम बहुत बड़ी बाधा बना हुआ है। लू और भीषण गर्मी के चलते प्रत्याशियों को दिन में घरों के दरवाजों पर दस्तक देने के बाद भी कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा। इसे देखते हुए प्रत्याशियों को चुनावी अभियान की अपनी रणनीति पूरी तरह बदलनी पड़ रही है।

नगर परिषद चुनावों में अब महज 5 दिन का समय बचा है। प्रत्याशियों के पास मतदाताओं के दरवाजे पर दस्तक देने के लिए कम समय है। उनकी परेशानी लू और 44 डिग्री से ज्यादा तापमान ने और बढ़ा दी है। दिन के समय प्रत्याशी अपने चुनावी अभियान पर निकलते हैं तो घरों के दरवाजे खटखटाने से लेकर बैल बजाने तक का कोई रिस्पांस नहीं मिल रहा। लोग अपने घरों के दरवाजे सुबह 10 बजे से सायं 5 बजे तक नहीं खोल रहे हैं।


भीषण गर्मी के कारण लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहे। वोट के लिए दरवाजे खटखटाने और बैल बजाने वाले प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों से परेशान होकर काफी लोगों ने अपने घरों के गेट पर लगी बैल बंद करवा दी हैं। दरवाजे खटखटाए जाने के बावजूद लोग दरवाजे नहीं खोल रहे। इस कारण दिन में प्रधान और पार्षद पद के प्रत्याशियों तथा उनके समर्थकों को रिहायशी कालोनियों में डोर-टू-डोर संपर्क अभियान चलाने का कोई फायदा नहीं मिल रहा।

बदली रणनीति, दिन में बाजार, सुबह-शाम घरों में दस्तक
निकाय चुनावों के दंगल में उतरे प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को अपनी रणनीति बदलनी पड़ी है। दिन में रिहायशी कालोनियों में प्रत्याशियों और उनके समर्थकों के लिए लोग दरवाजे नहीं खोल रहे हैं। इसे देखते हुए प्रत्याशियोंं और उनके समर्थकों ने दिन में बाजारों में वोट के लिए दस्तक देनी शुरू की है। रिहायशी कालोनियों में सुबह 7 से 10 बजे तक और सायं 5 से 9 बजे तक चुनावी अभियान चलाने पर प्रत्याशी और उनके समर्थक मजबूर हुए हैं।

अभी तक चुनावी दंगल में बड़े नेताओं की नहीं हुई है एंट्री
जींद नगर परिषद के चुनावी दंगल में अभी तक बड़े नेताओंं की एंट्री नहीं हुई है। कई राजनीतिक दल पार्टी सिंबल पर प्रधान पद का चुनाव लड़ रहे हैं तो एक मुख्य विपक्षी दल ने एक निर्दलीय प्रत्याशी को अपना समर्थन दिया हुआ है। प्रधान के चुनाव को विधानसभा का मिनी चुनाव कहा जा रहा है लेकिन इसके बावजूद अभी तक बड़े नेताओं की चुनावी अभियान में एंट्री नहीं हुई है।


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Content Writer

Isha

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