पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड व विभागों की लापरवाही, देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हुआ हिसार

punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2020 - 01:44 PM (IST)

हिसार (रमनदीप): आम जनता की सेहत को बचाए रखने के लिए पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और विभिन्न सरकारी विभाग किस संजीदगी से काम करते हैं, इसका उदाहरण आज आपको मिल सकता है। एन.जी.टी. के आदेशों पर सील हुए अवैध ईंट-भ_े फिर से चालू हो गए हैं और विभाग इसकी जिम्मेदारी एक दूसरे पर डालकर बचने की कोशिश कर रहे हैं। दूसरी ओर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड लैड बैटरी बनाने वाली अवैध फैक्टरी पर कार्रवाई की बजाय शिकायतकत्र्ता को गोल-मोल जवाब में उलझाकर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहा है।  किस विभाग की जिम्मेदारी है, अधिकारियों की क्या जिम्मेदारी है, इन्ही सवालों के जवाब के बीच जनता की सेहत को सीधा नुक्सान हो रहा है। 

सरकारी महकमों के ठीक  से काम नहीं करने का ही नतीजा है कि हिसार देश के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल हो गया है। पिछले महीने हिसार का प्रदूषण स्तर पूरे देश में सबसे अधिक दर्ज किया गया था।शिकायत पर कार्रवाई की बजाय शिकायतकत्र्ता को ही धमकाने लगे पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारी सामाजिक कार्यकत्र्ता राजीव सरदाना ने पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड को मिर्जापुर एरिया में लैड बैटरी बनाने वाली अवैध फैक्टरी के बारे में अपनी शिकायत दी थी।

बोर्ड के अधिकारियों ने इस पर कार्रवाई करने की बजाय गोल-मोल जवाब देकर पूरे मामले को निपटाने की कोशिश की और शिकायतकत्र्ता पर ही शिकायत वापिस लेने का दबाव डाला गया। शिकायत के बाद भी जब इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई तो राजीव सरदाना ने इस बारे में सी.एम. विंडो पर अपनी शिकायत दर्ज करवाई। सी.एम. विंडो पर दर्ज शिकायत के जवाब में अधिकारियों ने पूरे मामले पर गोल-मोल जवाब बनाकर उच्च अधिकारियों को भेज दिया। इस मामले पर अब राजीव सरदाना ने मुख्यमंत्री को अपनी शिकायत भेजी है। राजीव सरदाना के अनुसार बोर्ड के अधिकारियों ने ना तो यहां पर बने रही बैटरियों के बारे में कोई वीडियो आदि बनवाई और ना ही यहां पर कोई सैम्पल आदि लिए। पॉल्यूशन बोर्ड ने इस मामले में अवैध फैक्टरी मालिक को फायदा पहुंचाया है।

फिर शुरू हो गए सील किए गए 5 ईंट-भट्टे
मौजूदा हालात ये है नियमों की पालना नहीं करने वाले इन ईंट-भट्टो में से 5 ईंट-भट्टे फिर से चालू हो गए हैं। जब इस बारे में पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के एस.डी.ओ. अप्रणेश कौशिक से बात की गई तो उन्होंने कहा कि उनका काम इनको पर्यावरण की एन.ओ.सी. देने का होता है। इनके खिलाफ केस दर्ज है या नहीं इससे उनका कोई मतलब नहीं है। इस बारे में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के अधिकारी बता सकते हैं।

जानकारी में नहीं है, सोमवार को चैक करवाएंगे : सिहाग
सील किए गए भट्टे फिर से कैसे चालू हो गए जब इस बारे में जिला खाद्य एवं आपूर्ति अधिकारी सुभाष सिहाग से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि इस बारे में जानकारी नहीं है। सोमवार को ए.एफ.एस.सी. को इस बारे में जांच करने के लिए भेजा जाएगा। अगर कोई ईंट-भट्टा चालू पाया गया तो उसके खिलाफ दोबारा से एफ.आई.आर. दर्ज करवाई जाएगी।जुर्माना किया है, कोर्ट केस की तैयारी है : पॉल्यूशन बोर्ड
इस शिकायत के बारे में पॉल्यूशन बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि फैक्ट्री मालिक पर 2 लाख का जुर्माना लगाया गया है। एनवायरमैंट कोर्ट में केस दायर करने की तैयारी की जा रही है। यह फैक्टरी कब से चल रही थी इस बारे में अन्य विभागों से जानकारी ली जा रही है। 


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Isha

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