भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता के रूप में जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं-अशोक अरोड़ा

punjabkesari.in Monday, Apr 04, 2022 - 06:30 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी):पूर्व स्पीकर,मंत्री व कांग्रेस नेता अशोक अरोड़ा ने कहा कि आज प्रदेश में 32 विधायक कांग्रेस के हैं। एक मजबूत विपक्ष की भूमिका कांग्रेस निभा रही है। भूपेंद्र सिंह हुड्डा विपक्ष के नेता के रूप में जनता की लड़ाई लड़ रहे हैं। लोगों को विकल्प के रूप में कांग्रेस नजर आई है। लेकिन कांग्रेस में फूट पर हाईकमान को फैसला लेना चाहिए कि जनता की सोच के हिसाब से संगठन की जिम्मेदारी सौंपने चाहिए। लगातार आम आदमी पार्टी में शामिल हो रहे नेताओं पर बोलते हुए अरोड़ा ने कहा कि टिकट के चहेते अलग ठिकाना ढूंढ रहे हैं। पहले प्रदेश में नेताओं की टिकट के लिए पहली पसंद भाजपा, दूसरे कांग्रेस और तीसरी जेजेपी थी। अब पहली पसंद कांग्रेस है। कुछ नेता जहां की हवा चलती है, वही भाग लेते हैं।पश्चिम बंगाल में सरकार बनने पर ममता की पार्टी में नेताओं का लगातार शामिल होना सामने आया। अब पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी है। अगर कल मुस्लिम लीग की बनेगी तो बहुत से लोग उसमें भी शामिल हो जाएंगे।

पंजाब विधानसभा के आपात बुलाए गए सेशन में चंडीगढ़ दावे को लेकर किया गया प्रस्ताव पास हरियाणा में लगातार बड़ा राजनीतिक मुद्दा बना हुआ है। प्रदेश के पूर्व मंत्री पूर्व विधानसभा स्पीकर एवं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अशोक अरोड़ा ने इस पर बड़ी टिप्पणी करते हुए कहा है कि आज देश महंगाई से त्राहिमाम-त्राहिमाम किए हुए हैं। भ्रष्टाचार, बेरोजगारी चरम सीमा पर है। ऐसे में लोगों का इन मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह ने चंडीगढ़ पहुंचकर केंद्रीय नियम लागू करने की घोषणा की। पंजाब में बनी आम आदमी पार्टी की सरकार लंबे चौड़े वायदे करके सत्ता पर आसीन हुई। लेकिन पंजाब की आर्थिक हालत ऐसी है कि इस बोझ को सहन नहीं कर सकती। इसीलिए इस प्रकार के असंवैधानिक प्रस्ताव को पास किया गया है। जबकि सुप्रीम कोर्ट द्वारा अंतर्राज्यीय विवाद से जुड़ा प्रस्ताव कोई विधानसभा द्वारा पास करने पर रोक है। एसवाईएल का फैसला कैप्टन अमरिंदर सरकार के वक्त 2004 में हुआ। लेकिन कैप्टन ने नदी समझौते के सभी फैसले रद्द किए। सुप्रीम कोर्ट ने दखल देते हुए इस फैसले को असंवैधानिक करार दिया और फैसला हरियाणा के हक में देते हुए केंद्र सरकार को नहर बनवाने के लिए आदेश जारी किए। यह दोनों पार्टियां भाजपा और आप जनता का ध्यान को भटकाने के लिए इस प्रकार के ड्रामेबाजी या कर रही है।

चंडीगढ़ पर हरियाणा का 40 फ़ीसदी हक, किसी से भीख नहीं मांग रहा हरियाणा :अशोक अरोड़ा

 आपात बुलाए गए हरियाणा विधानसभा के सेशन पर बोलते हुए अरोड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ पर हरियाणा का 40 फ़ीसदी हक है। हरियाणा किसी से भीख नहीं मांग रहा। हरियाणा के मुख्यमंत्री को एक्स वाई एल की लड़ाई लड़नी चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने हरियाणा के हक में फैसला दिया। जिस पर मुख्यमंत्री ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी। जिसमें इंडियन नेशनल लोकदल की तरफ से मैं, पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला और अजय चौटाला भी शामिल हुए थे। जिसमें प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति से मिलने का प्रस्ताव पास हुआ था। लेकिन आज तक प्रधानमंत्री से मुख्यमंत्री ने मिलने तक का समय नहीं लिया। इससे इस सरकार की सोच का पता लगता है। प्रदेश सरकार को विधानसभा में तुरंत प्रभाव से एक प्रस्ताव पास करना चाहिए कि केंद्र जल्द से जल्द एसवाईएल का निर्माण करें। केंद्र ने इसका निर्माण करना है और केंद्र-राज्य दोनों ही जगह भाजपा की सरकार है। आज हरियाणा की प्यासी धरती को एसवाईएल की जरूरत है। सर्वोच्च न्यायालय के फैसले के आधार पर केंद्र सरकार को यह कदम उठाना चाहिए।

चंडीगढ़ की अलग विधानपालिका की जरूरत को नकारते हुए अरोड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ में अपना मेयर बनता है। चंडीगढ़ पर पंजाब हरियाणा का 60- 40 फ़ीसदी अधिकार है। अभी तक बहुत से मुद्दों पर विवाद नहीं सुलझा है। एसवाईएल के पानी और अबोहर- फाजिल्का के 107 हिंदी भाषी गांव हरियाणा को दिए गए। अगर चंडीगढ़ की विधानसभा बना दी गई तो पंजाब और हरियाणा दोनों ही अपना अधिकार नहीं छोड़ेंगे। इसलिए इसकी जरूरत नहीं है।


 

 

 


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Content Writer

Vivek Rai

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