घोटालों को लेकर हुड्डा ने सरकार पर साधा निशाना, अजीब सी हालत है तेरे आने के बाद...

punjabkesari.in Wednesday, Aug 12, 2020 - 12:37 PM (IST)

चंडीगढ़ (बंसल) : पूर्व मुख्यमंत्री व नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने एक के बाद एक घोटालों को लेकर प्रदेश सरकार पर हमला बोला है। सरकार पर शायराना अंदाज में तंज कसते हुए उन्होंने कहा, ‘एक अजीब सी हालत है तेरे आने के बाद, सुबह का दर्द शाम तक पुराना हो जाता है।’ हर 15 दिन बाद एक घोटाला पुराना हो जाता है और नया घोटाला सामने आ जाता है। उनका कहना है कि शराब और रजिस्ट्री घोटाला इतना बड़ा है कि लाख कोशिशों के बावजूद सरकार दबा नहीं पाई। 

सरकार शराब घोटाले को अधिकारियों पर डालने की कोशिश कर रही है जबकि विपक्ष की मांग है कि असली घोटालेबाजों का पर्दाफाश होना चाहिए। ऐसे में हाईकोर्ट के सीटिंग जज, सी.बी.आई. या जे.पी.सी. की तरह विधानसभा की कमेटी बनाकर जांच करवाई जाए, जिसमें सभी दलों के विधायक शामिल हों। रजिस्ट्री घोटाले का जिक्र करते हुए हुड्डा ने कहा कि मौजूदा सरकार में कई साल से अवैध कालोनियां बसाने का गोरखधंधा चल रहा है।

लॉकडाऊन दौरान भी 32 शहरों में करीब 30,000 रजिस्ट्रियों में धांधली के खेल का खुलासा हुआ है। यही नहीं, लॉकडाऊन में सरसों और चावल खरीद में भी धांधली सामने आई है। जींद के भाजपा विधायक ने खुद माना है कि हर ईंट पर भ्रष्टाचार की मोहर लगी है। वहां 4 साल में भाजपा नेता ने जमकर घोटाले किए। पत्रकार वार्ता में नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि कांग्रेस घोटालों के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन करेगी और जरूरत पड़ी तो राज्यपाल को भी ज्ञापन सौंपेगी।

घोटाले पर घोटाले कर राजस्व को खाली कर दिया
हुड्डा ने कहा कि घोटाले पर घोटाले कर मौजूदा सरकार ने राजस्व को खाली कर दिया है और कर्ज बढ़ता जा रहा है। सरकार कई कल्याणकारी योजनाओं को बंद कर रही है। कर्मचारियों के महंगाई भत्ते पर रोक लगा दी गई है। वेतन देना भी दूभर हो गया है। उन्हें वेतन 1 तारीख को मिलना चाहिए था, अब 20 तारीख तक मिलता है। सरकार ने करोड़ों रुपए घोटालों में उड़ा दिए, अगर सरकारी खजाने में जाते तो सीधा फायदा जनता को होता।

मानसून सत्र में लेकर आएंगे प्राइवेट मैंबर बिल
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार लगातार कर्मचारी और किसान विरोधी फैसले ले रही है जिस वजह से पक्के और कच्चे कर्मचारी आंदोलनरत हैं। सरकार रोजगार देने की बजाय छीनने में लगी है। पहले 1983 पी.टी.आई. और अब खेल कोटे से गु्रप-डी में भर्ती 1500 कर्मचारियों को भी नौकरी से निकालने की तैयारी है। कांग्रेस कर्मचारियों के साथ खड़ी है और पी.टी.आई. की बहाली के लिए विधानसभा के मानसून सत्र में प्राइवेट मैंबर बिल लेकर आएगी।

कृषि अध्यादेशों से मंडियां और सरकारी खरीद तंत्र होगा कमजोर
3 नए कृषि अध्यादेशों बारे हुड्डा ने कहा कि देशभर के किसान विरोध कर रहे हैं, क्योंकि कहीं भी एम.एस.पी. का जिक्र नहीं है। इससे सरकारी मंडियां और खरीद तंत्र कमजोर होगा और सीधा लाभ पूंजीपतियों को होगा। सरकार किसानों के हक में कोई फैसला लेना ही चाहती है तो एक और अध्यादेश लाना चाहिए, जिसमें किसानों को एम.एस.पी. देने का वायदा शामिल हो। इसके तहत मंडी से बाहर पूंजीपति फसल एस.एस.पी. से कम रेट पर खरीदता है तो दंडित करने का प्रावधान किया जाए। 

बेरोजगारी और अपराध में हरियाणा टॉप पर
हुड्डा ने दोहराया कि उनकी सरकार दौरान विकास के हर पैमाने पर देश में हरियाणा पहले पायदान पर था। अब बेरोजगारी और अपराध में टॉप पर है। खिलाड़ी नियुक्तियों को लेकर सवाल कर रहे है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में एस.टी./एस.सी., ओ.बी.सी. और गरीब तबके के आरक्षण को लेकर स्पष्टता नहीं है, इसलिए इस तबके में काफी संशय हैं, जिन्हें दूर करना चाहिए।


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Edited By

Manisha rana

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