हरियाणा आयुष योग कोच की भर्ती में पदनाम बदलकर भारी भ्रष्टाचार- श्वेता ढुल

punjabkesari.in Monday, Jun 06, 2022 - 08:55 PM (IST)

चंडीगढ़(धरणी): हरियाणा सरकार के भाषण आश्वासन में कुछ व धरातल पर कुछ और करने को लेकर आज रोहतक में रिक्रूटमेंट एक्टिविस्ट श्वेता ढुल द्वारा एक प्रेस वार्ता की गयी। जिसके माध्यम से योग जगत में हो रहे भारी घोटाले व अनियमितताओं की सूचिबद्ध जानकारी दी गयी. इस मौके पर योग जगत से NIS कोच अपनी यूनिफार्म में मौजूद रहे, साथ ही योग सहायक व योग शिक्षक भी दिखे।

हरियाणा सरकार के 6500 गांव में व्यायामशाला खोलने, हर व्यायामशाला में योग सहायक व 1000 योग शिक्षक रखने के पुराने व हर साल 21 जून अंतराष्ट्रीय योग दिवस पर नए वादे की तरह परोसने पर आपत्ति जताई. कोई पक्का रोज़गार न होने पर भी क्यों विश्विद्यालयों में योग पढ़ाया जा रहा है उसपर भी कड़ी नाराज़गी जताई.

70 में से 67 योग कोच के पद खाली पड़े हैं,  NIS डिप्लोमा धारक दर दर की ठोकरे खा रहे हैं, इनके साथ आयुष योग सहायक, योग शिक्षक, सहायक प्रोफेसर की एक भी नियमित नियुक्ति नहीं। ऐसे में कैसा खोखला योग दिवस मनाएगी हरियाणा सरकार?

श्वेता ढुल ने कहा कि हरियाणा में आयुष विभाग द्वारा आयुष योग कोच पदनाम से 2021 में भर्ती अनुबंध पर निकली गयी व हरियाणा कौशल रोज़गार निगम को ज़िम्मेदारी दी गयी. इसमें गड़बड़ इस प्रकार हैं

कोच की भर्ती आयुष नहीं खेल विभाग का काम है. योग को एक खेल की तरह खेलो इंडिया में भी शामिल किया गया है, यह हरियाणा खेल पॉलिसी में भी शामिल है, इसके स्पोर्ट्स ग्रेडेशन भी बनते हैं फिर यह भर्ती खेल विभाग नहीं आयुष विभाग कैसे कर रहा है?

कोच की भर्ती में आवश्यक योग्यता में NIS डिप्लोमा ना होना भी घोटाले का ही सूचक है। इसकी योग्यता वैलनेस इंस्ट्रक्टर वाली मांगी गयी लेकिन पदनाम कोच से ऐतराज़.आवेदन की अंतिम तिथि 06-अप्रैल-2022 दी गई थी लेकिन 29-मार्च-2022 को ही अपने चहेते अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए।

श्वेता ढुल  ने कहा कि 2018 में हरियाणा सरकार द्वारा 1000 योग वॉलंटियर की भर्ती निकाली गई थी। जिसमें से 500 को ही भर्ती किया गया। तथा लगभग डेढ़ साल बाद इनको हटा दिया गया ये कहकर आपकी भर्ती अब आयुष विभाग करेगा। लगभग दो साल होने के बाद अब तक भी इनको दुबारा भर्ती नहीं किया गया।

हरियाणा में योग विषय को 2022-23 के सत्र से अब 10 वीं कक्षा तक अनीवार्य कर दिया गया है। हरियाणा में लगभग 14000 स्कूल है लेकिन एक भी योग शिक्षक नहीं। स्कूल के पीटीआई को 4-5 दिन की योग की ट्रेनिंग करवा कर योग शिक्षक की जिम्मेवारी दे दी जाती है। अगर ये होता रहा तो  योग डिप्लोमा और डिग्री धारक युवा कहां जाएगा??हरियाणा में विश्वविद्यालयों व कॉलेजों में योग में मास्टर डिग्री करवाई जाती है और 30 से 40 हज़ार युवा डिग्री कर चुके हैं। लेकिन आज तक एक भी विश्वविद्याल, कॉलेज में सहायक प्रोफ़ेसर पद की नियमित भर्ती नहीं हुई।

श्वेता ढुल ने कहा कि योग एक खेल, चिकित्सा तथा शिक्षा का विषय है और हरियाणा में योग विभाग की योग कोच, योग सहायक, योग थेरेपिस्ट, योग टीचर तथा सहायक प्रोफेसर की जाने वाली भर्तियों की कोई निर्धारित रोजगार नीति नहीं है। उम्मीद की जाती है कि हरियाणा सरकार इसपर जल्द से जल्द संज्ञान लेगी तथा योग में होने वाली भर्तियों के लिए सरकार एक निश्चित रोजगार नीति लागू करेगी।

 


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Content Writer

Vivek Rai

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