केसीबी ड्रेन के टूटने से सैंकड़ो एकड़ फसल हुई जलमग्न, किसानों ने मांगा मुआवजा

punjabkesari.in Saturday, Jul 25, 2020 - 05:18 PM (IST)

झज्जर(प्रवीण): झज्जर जिले के गांव छुड़ानी में केसीबी ड्रेन के टूटने से करीब 300 एकड़ में खड़ी धान और ज्वार की फसल डूब गई है। हालही में बनी मातन लिंक ड्रेन जहां केसीबी में मिलती है, वहीं से केसीबी ड्रेन टूट गई जिसके चलते मातन लिंक ड्रेन और केसीबी ड्रेन का पानी गांव के खेतों में भर गया। कड़ी मशक्कत के बाद सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने ड्रेन के टूटे हुए मुहाने को ठीक तो कर दिया लेकिन खेतों में  पानी खड़ा होने से धान की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है।

करीब 40 साल से खुली पड़ी मातन माईनर को इस बार खुदाई कर केसीबी में जोड़ दिया गया। लेकिन मातन लिंक माईनर का बैड लेवल केसीबी के बैड लेवल से काफी नीचे कर दिया गया जिसके कारण मातन लिंक ड्रेन का पानी केसीबी में डालने के लिए मोटरें लगानी पड़ गई । लेकिन पहली बारिश में ही मातन लिंक नहर में अत्यधिक मात्रा में पानी आ गया और मातन लिंक ड्रेन भी ओवरफ्लो हो गई।

लापरवाही विभाग की और नुकसान भुगतने पर किसान मजबूर है। किसानों ने बताया कि केसीबी ड्रेन की कई वर्षाें से छटाई नही की गई और ना ही उसके किनारे मजबूत किए गए। केसीबी ड्रेन रोहतक के कुलताना से निकलकर छारा और बुपनिया से होते हुए दिल्ली की तरफ जाती है। बरसाती पानी की निकासी के लिए बनी ड्रेन का कुछ हिस्सा रोहतक सिंचाई विभाग के, तो कुछ हिस्सा झज्जर सिंचाई विभाग के मातहत आता है। रोहतक सिंचाई विभाग अपने हिस्से की सफाई और छटाई लगभग हर साल करवा देता है लेकिन छुड़ानी गांव से शुरू होने वाले केसीबी के झज्जर सिंचाई विभाग वाले हिस्से की सफाई कई वर्षाें से धरातल में नही हुई है जिसके कारण केसीबी में पानी का बहाव रूक जाता है और यही वजह रही कि आज केसीबी के टूटने से सैंकड़ो एकड़ फसल बर्बाद हो गई


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Isha

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