विश्व स्तरीय स्टेशन के साथ होगा सैकड़ों एकड़ भूमि का कायाकल्प

punjabkesari.in Thursday, Jun 24, 2021 - 12:09 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी): पंचकूला-चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन को विश्व स्तरीय बनाने की योजना कदम दर कदम आगे बढ़ रही है। रेल मंत्री पीयूष गोयल की हरी झंडी के बाद बुधवार को भारतीय रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन की जेजीएम पारोमिता रॉय ने हरियाणा विधान सभा पहुंच अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के सम्मुख योजना का खाका पेश किया। इसके बाद विधान सभा अध्यक्ष और रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी स्टेशन पहुंचे, जहां उन्होंने परियोजना के व्यावहारिक पक्षों पर विमर्श किया। योजना ऐसी बन रही है कि स्टेशन के अपग्रेडेशन के साथ-साथ इसके साथ पड़ी सैकड़ों एकड़ भूमि का भी कायाकल्प हो सके। इस भूमि पर बड़े आवासीय और कॉमर्शियल प्रोजेक्ट स्थापित करने का प्रस्ताव है।

पारोमिता रॉय ने विधान सभा अध्यक्ष को बताया कि पंचकूला-चंडीगढ़ में विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन विकसित करने में सबसे अहम भूमिका यहां उपलब्ध 493.6 एकड़ भूमि की रहेगी। विश्व स्तरीय स्टेशन को विकसित करने के लिए इसके आसपास कुछ बड़े प्रोजेक्ट भी स्थापित करने होते हैं, जिसके लिए यह भूमि पर्याप्त है। इस परियोजना से जहां रेल यात्रियों की सुविधाओं में अभूतपूर्व इजाफा होगा, वहीं इससे पंचकूला और चंडीगढ़ के विकास को भी गति मिलेगी।

पारोमिता रॉय ने बताया कि परियोजना के तहत पूरे क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। इसमें दोनों शहरों के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए बड़ी संख्या में सड़कें और आरयूबी विकसित होंगे। यहां एयरपोर्ट की तर्ज पर सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। दोमंजिले वेटिंग लॉन्ज, यात्रियों की सुविधा के लिए 12 एक्सिलेटर तथा 6 लिफ्ट स्थापित होंगी। इस प्रोजेक्ट में रेलवे स्टेशन के नीचे से सब-वे भी स्थापित होगा। इसके थोड़ी दूरी पर रेलवे अंडर पास (आरयूबी) बनाने का प्रस्ताव है। यह नया रास्ता पंचकूला के सेक्टर 17-18 वाले चौक से शुरू होकर रेलवे स्टेशन के नीचे से होता हुआ चंडीगढ़ के इंडस्ट्रियल एरिया फेस-1 में निकलेगा। इससे पहले रेलवे कॉलोनी की सड़क को कला ग्राम के पास मध्य मार्ग से जोड़ा जाएगा और विकास नगर की तरफ की एक आरयूबी भी बनेगा।

अनुमानित 215 करोड़ रुपये की इस परियोजना के लिए अगस्त माह में टेंडर निकाले जा सकते हैं। प्रोजेक्ट के तीन साल में पूरा होने की संभावना है।  इस प्रोजेक्ट का सबसे ज्यादा लाभ उन लोगों को होगा, जिन्हें रोजाना अपने कार्यों के लिए चंडीगढ़-पंचकूला आना-जाना होता है।  जेजीएम पारोमिता रॉय ने बताया कि परियोजना में शामिल कुछ कार्यों के लिए चंडीगढ़ प्रशासन का सहयोग जरूरी है। विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता इसके लिए जल्द चंडीगढ़ प्रशासन से बात करेंगे।

गौरतलब है कि विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने 14 अप्रैल को केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर पंचकूला-चंडीगढ़ के लिए विश्व स्तरीय रेलवे स्टेशन, पंचकूला की तरफ रेलवे स्टेशन का विस्तार, पंचकूला और चंडीगढ़ को जोड़ने के लिए अंडरपास के निर्माण की मांग की थी। इसके दो दिन बाद यानी 16 अप्रैल को दोनों नेताओं ने ऑनलाइन बैठक कर इस सभी मांगों पर विस्तार से चर्चा की थी।   ज्ञान चंद गुप्ता ने केंद्रीय रेल मंत्री को बताया था कि पंचकूला चंडीगढ़ से सटा हुआ शहर है। यहां का रेलवे स्टेशन दोनों शहरों के बीच में हैं, लेकिन पंचकूला की तरफ वाले हिस्से में सुविधाओं का घोर अभाव है। इस रेलवे स्टेशन की पंचकूला से ठीक से कनेक्टिविटी भीनहीं है।

नाम बदलने के लिए जल्द मंत्रालय को पत्र लिखेंगे गुप्ता

चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन के नाम में पंचकूला को शामिल करने के लिए विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता जल्द रेल मंत्रालय को पत्र लिखेंगे। उन्होंने कहा कि यह स्टेशन पंचकूला की भूमि पर बना हुआ है और प्रस्तावित परियोजना में इसका विस्तार भी पंचकूला की दिशा में ही होना है। गुप्ता ने कहा कि अनेक बार पंचकूला आने वाले नए यात्रियों में भ्रम की स्थिति बन जाती है। उन्हें चंडीगढ़ पहुंचने पर लगता है कि पंचकूला स्टेशन इसके बाद आता होगा। वे जल्द ही इस स्टेशन का नाम पंचकूला-चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन करवाने के लिए रेल मंत्रालय को चिट्‌टी लिखेंगे।
 


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Content Writer

Isha

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