इंडस्ट्री के लिए 1600 करोड़ रूपए के प्रोजेक्ट पर चल रही है बड़ी तैयारी: प्रमोद विज

punjabkesari.in Thursday, Oct 07, 2021 - 12:08 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : औद्योगिक एवं ऐतिहासिक नगरी पानीपत में अगले 3 साल में लगभग 500 करोड रुपए के विकास कार्य करने की तैयारी पूरी कर ली जा चुकी है। जिसे लेकर 22-23 प्रोजेक्ट पर फीजिबिलिटी रिपोर्ट भी आ चुकी है। जिसमें 70 साल पुराने असंध रोड और गोहाना रोड के अंडरपास को रेनूएट के साथ साथ दो नए अंडरपास, शिव चौक से आजाद नगर तक एक बड़ा अंडरपास तथा पानीपत को ट्रैफिक से निजात दिलवाने के लिए गोहाना रोड असंध रोड को फोर लाइन बनाने, ड्रेन नंबर वन पर पुल बनाए जाने तथा इंडस्ट्रियल एरिया को जीटी रोड के साथ कनेक्ट करने जैसे बड़े प्रोजेक्ट शामिल हैं।

जिसे लेकर करनाल लोकसभा सांसद संजय भाटिया भी प्रयासरत हैं। यह जानकारी पानीपत शहर के विधायक प्रमोद विज ने बातचीत के दौरान दी है। उन्होंने बताया कि पानीपत एक भीड़भाड़ वाला क्षेत्र है। बहुत से दूसरे प्रदेशों की आबादी भी यहां रहती है। औद्योगिक नगरी होने के कारण यहां सुविधाओं दिया जाना अति आवश्यक है। जिसे लेकर वह बड़े स्तर पर काम कर रहे हैं और मुख्यमंत्री मनोहर लाल इसमें पूरा सहयोग दे रहे हैं।

प्रमोद विज ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत नगर निगम में 72 करोड़ की राशि विकास कार्यों के लिए प्रदान की थी। जिस पर निरंतर काम चल रहा है। विज ने बताया कि नया बस स्टैंड पानीपत से दूर बनाए जाने के कारण लोगों को आने-जाने में तकलीफ ना हो, इसे लेकर भी एलिवेटड बस स्टॉप आर्य स्कूल के सामने बनाया जाएगा। जिसे लेकर फाइल नेशनल हाईवे के पास पहुंच गई है और मुख्यमंत्री भी एक लेटर कैबिनेट मंत्री गडकरी के पास अप्रूवल के लिए भेजेंगे। इसकी फ्लैक्सिबिलिटी रिपोर्ट भी आ चुकी है। साथ ही पानीपत शहर के अंदर दाखिल होने वाले मार्ग असंध रोड पुलिस नाके के पास एक फ्लाईओवर बनाए जाएगा। ताकि इस मार्ग पर ट्रैफिक की समस्या को खत्म किया जा सके। साथ ही बारिश के दिनों में पूरा शहर पानी से डूब जाता था।

पानीपत के मुख्य बाजार पचरंगा, इंसार बाजार में आने जाने के रास्ते घंटों बंद रहते थे। बहुत पुरानी समस्या थी। इसे लेकर हमने प्रेजेंटेशन दी थी। मैंने पूर्व में पब्लिक हेल्थ के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी देवेंद्र सिंह और यूएलबी के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी को मौके पर बुलाया था और पानीपत के कमिश्नर समेत पब्लिक हेल्थ के अधिकारियों के साथ एक मीटिंग हुई थी। मुख्यमंत्री द्वारा भी संवैधानिक रूप से इसे अप्रूव  किया गया। क्योंकि पानीपत शहर की पाइप लाइन और सीवरेज पाइप 50 से 60 साल पुराने हैं। जो कि गल चुके हैं। घरों में पीने के स्वस्थ पानी की बजाय गंदा पानी एक बड़ी समस्या थी। इस प्रोजेक्ट की डीपीआर हमें शुक्रवार को मिल जाएगी और 100 करोड़ की लागत के इस प्रोजेक्ट को 2 महीने में काम शुरू करवाने का प्रयास रहेगा। इस समस्या का स्थाई समाधान किया जाएगा।

प्रमोद विज ने बताया कि करोना कॉल के कारण जहां पूरा देश प्रभावित हुआ, पानीपत 1 इंडस्ट्रियल एरिया होने के कारण आर्थिक रूप से काफी कमजोर हुआ है। इंडस्ट्री ही हमारी पहचान है। इसे लेकर कई नई योजनाएं चलाई जाएंगी। जिससे इंडस्ट्री मजबूत हो और लोगों को रोजगार मिले। विज ने बताया कि पानीपत का फायर स्टेशन पुरानी इंडस्ट्रियल एरिया में मौजूद है। जबकि नई इंडस्ट्री सेक्टर 25 पार्ट 1-2, सेक्टर 29 पार्ट 1- 2, चौटाला रोड और कुराड में चली गई है। जहां आग की कोई घटना होने के बाद इंडस्ट्री पूरी तरह से बर्बाद हो जाती थी।

जिसे लेकर मुख्यमंत्री से प्रार्थना की गई और अब नया फायर स्टेशन सेक्टर 25 पार्ट 2 में जिमखाना क्लब के सामने 2 एकड़ में बनाए जाने की डीपीआर तैयार हो चुकी है। तीन चार महीने में इस पर काम शुरू हो जाएगा। मैंने एक बार विधानसभा में एक बात कही थी कि अगर पानीपत को कुछ सुविधाएं दो तो 2024 में डबल जीएसटी मिल जायेगा।  इस पर मुख्यमंत्री द्वारा गंभीरता दिखाई गई और बड़े बड़े प्रोजेक्ट यहां जल्दी आ जाएंगे। विज ने बताया कि यहां इंडस्ट्री की एक बड़ी समस्या वाटर ट्रीटमेंट प्लांट की थी। क्योंकि हर यूनिट तपेश ना होने की वजह से वाटर ट्रीटमेंट प्लांट जेडएलडी नहीं लगा सकते। इसके लिए मुख्यमंत्री से प्रार्थना की गई।

पानीपत का एसटीवी प्लांट जो सिवाह में मौजूद है। वहां पर सीवरेज का वाटर ट्रीट होकर चार करोड़ लीटर पानी मिल रहा है। अब जल्द ही यह सेक्टर 29 पार्ट 2 में मिलना शुरू हो जाएगा। जिसका टेंडर हो चुका है। इंडस्ट्री को इसका लाभ होगा। पानी की लागत 90 फ़ीसदी कम हो जाएगी। इस प्रोजेक्ट में 1600 करोड रुपए की लागत आएगी। इस पर बड़ी मेहनत चल रही है। मैंने विधानसभा में इस पर क्वेश्चन भी लगाया था। साथ ही मैं छोटे इंडस्ट्री को लेकर एचएसआईडीसी के एमडी को भी मिला हूं। क्योंकि उनके पास इतना स्पेस नहीं है।

इंडस्ट्रीज एरिया में छोटे प्लाट ना मिल पाने के कारण मजबूरी में लोगों को अनऑथराइज्ड जगह पर प्लाट लेने पड़ते थे। मैंने यह मामला एमडी के संज्ञान में लाया है। रिफाइनरी के पास 600-700 एकड़ जगह पड़ी है। उन्होंने 1 महीने में यहां ऑक्शन करने का आश्वासन दिया है। साथ ही पानीपत के सेक्टर 29 पार्ट वन और टू, सेक्टर 25 पार्ट वन और टू में बहुत सारी लैंड अनसोल्ड और अनप्लांड पड़ी है। छोटे उद्योगपति शहर के नजदीक ही इंडस्ट्री लगाने में इंटरेस्ट रखते हैं। मैंने इस लैंड में हजार पंद्रह सौ गज के प्लाट काटे जाने की विनती की है। मैं लगातार उनके संपर्क में रहूंगा और 1 साल में हुड्डा में एचएसआईडीसी की पड़ी प्रॉपर्टी में प्लाट काटकर ऑक्शन के जरिए उद्योग पतियों को दिए जाएंगे।


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Content Writer

Manisha rana

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