प्लॉट देने के नाम पर 15 करोड़ की ठगी

punjabkesari.in Saturday, Jul 16, 2022 - 07:33 PM (IST)

गुड़गांव, (ब्यूरो): फरुखनगर में बिल्डर द्वारा प्लॉट देने के नाम पर 78 लोगों को 15 करोड़ रुपये की चपत लगा दी। आरोपी ने वर्ष 2017 में रुपये लिए और एक साल में प्लाट डेवलप करने का आश्वासन दिया था। अब तक न तो प्लॉट ही मिला है और ना ही रुपए वापस मिले। आरोप है कि अब उन्हें पता लगा है कि बिल्डर ने टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग से कोई अनुमति भी नहीं ली थी। पुलिस ने मामले में छानबीन शुरु कर दी।

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पुलिस को दी शिकायत में आशीष नेगी सहित पीड़ित लोगों का कहना है कि उन्होंने अपने खून-पसीने की कमाई में से फरुखनगर में अमाया ग्रीन सेक्टर-3 में एक-एक प्लॉट बुक कराया था। जिसको स्वयाची इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड द्वारा डेवलप किया जाना था। इस कंपनी के निदेशक विजय राजन व सेल्स पर्सन मनीष, चंदन जायसवाल, मनोज दुबे, मोहन, बब्बन, शाकिर अहमद व शाबिर अहमद ने इन परिवारों को आश्वासन दिया कि वे एक वर्ष के दरमियान प्रोजेक्ट को डेवलप कर उन्हें सौंप देंगे। उन्हें बताया गया कि उक्त प्लाट से संबंधित अनुमति, अनुमोदन, अनुज्ञा पत्र व अन्य तमाम तरह के लाइसेंस उन्होंने संबंधित विभाग व सरकार से लिए हुए हैं।

 

यह प्रोजेक्ट पूरी तरह से सुरक्षित है। इसी प्रोजेक्ट में और साढ़े तीन एकड़ जमीन जोड़कर सभी परिवारों को प्लाट दे दिया जाएगा। सभी को रजिस्ट्री कराने के साथ कब्जा दिया जाएगा। ऐसे प्रलोभन देकर हमें प्लाट खरीदने के लिए उकसाया गया। अब पांच वर्ष बीत गए, लेकिन किसी को भी डेवलेपर ने ना तो प्लाट ही दिया है और ना ही उन्हें रुपये वापिस लौटाए गए हैं। यह भी मालूम हुआ है कि यह डेवलेपर जमीन का मालिक भी नहीं है और ना ही उसने सरकार से जमीन से संबंधित कोई अनुमोदन लिया है। पीड़ित की शिकायत पर पुलिस ने मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी।


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Content Writer

Pawan Kumar Sethi

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