ऐसा भी होता है- जो योग नहीं कर सकते नहीं, फिर भी करते रहे योग का प्रदर्शन!

punjabkesari.in Tuesday, Jun 22, 2021 - 09:51 AM (IST)

डेस्क: भाजपा कैडर के विधायकों में मुख्यमंत्री मनोहर लाल एकमात्र ऐसे नेता हैं जो अपनी फिटनेस के प्रति न केवल सजग हैं, बल्कि नियमित रुप से शारीरिक (संघ की शब्दावली) करते हैं। संघ शिक्षा वर्ग में दंड प्रहार के कौशल से सभी को प्रभावित करते रहे हैं, दंड प्रहार के साथ अकेले ही 6 और 7 लोगों का मुकाबला करने की कला के गुर अब विरोधियों के राजनीतिक प्रहार का सामना करने में काम आ रहे हैं, योग उनके जीवन का अंग भी है। योग की क्रिया करने में उनका कोई सानी नहीं है।

मोरनी में साहसिक खेलों में अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर चुके हैं, उनकी आयु भी इसमें बाधक नहीं है इसके विपरीत कुछ जनप्रतिनिधि ऐसे भी हैं, जो आजकल पार्टी से ज्यादा अपनी फिटनेस पर ध्यान देते हुए जिम में पसीना बहा रहे हैं। आयु में बढ़ रही प्रौढ़ता और चेहरे की झुर्रियां दूर करने के लिए कारगर उपाय भी अपना रहे हैं। प्राकृतिक चिकित्सा में विश्वास रखने वाले जनप्रतिनिधि कोरोना को झेलने के बाद अब पूरे परिवार के साथ जिम की ओर अधिक आकर्षित हो गए हैं। शारीरिक  से  उनका नाता टूट गया है। 

संक्रमण के कारण शहरी क्षेत्रों में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की शाखाएं अभी पहले की तरह नहीं लग पा रही। योग के प्रति अधिक झुकाव न होने के कारण अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग का प्रदर्शन करना उनकी राजनीतिक विवशता बन गया। कुछ ऐसे भी थे जिन्होंने शिक्षक को स्पष्ट कह दिया कि उनसे योग की यह क्रिया नहीं हो पाएगी। कुछ नेताओं का आभामंडल इतना हावी और प्रभावी है जो एक बार उनके संपर्क में आ जाता है उनका ही होकर रह जाता है। 

कांग्रेसी विचारधारा के जिम संचालक को न केवल अपनी पार्टी के रंग में रंग दिया बल्कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मुलाकात की उनकी चिर प्रतीक्षित अभिलाषा को भी साकार कर दिया।  राजनीतिक विरोधी जिम संचालक आजकल पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी पढ़ रहा है। नेताजी की जिम के प्रति इतनी ललक और कसक है कि सुबह जिम पर पहुंचने वालों में सबसे पहले होते हैं। अपने स्वास्थ्य के प्रति सजगता के रोल मॉडल भी बनते जा रहे हैं। कुछ नेता ऐसे भी रहे जो सिर्फ रस्मी तौर पर ही योग दिवस पर शामिल हुए, इससे आगे पीछे उनका योग से कोई नाता नहीं है। पार्टी की गुड बुक में शामिल होने के लिए योग का प्रदर्शन करना और उसे सोशल मीडिया में प्रचारित करना उनकी विवशता बन गया था।


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Content Writer

Shivam

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