खेलो इंडिया यूथ गेम्स का पंचकूला के साथ- साथ इन शहरों में होगा आयोजन: CM
punjabkesari.in Sunday, Dec 12, 2021 - 09:39 AM (IST)
चंडीगढ़( चन्द्र शेखर धरणी): पंचकूला में खेलो इंडिया यूथ गेम्स के चौथे संस्करण के सफल आयोजन के लिए 31 दिसंबर तक सभी तैयारियां पूर्ण कर ली जाएंगी। 5 फरवरी से 14 फरवरी 2022 तक होने वाले इन खेलों में 25 प्रकार के विभिन्न खेलों का आयोजन किया जाएगा, जिनमें देश भर से लगभग 10 हजार खिलाड़ी भाग लेंगे। इन खेलों का शुभारंभ 5 फरवरी को पंचकूला के सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल स्टेडियम में होगा।पंचकूला के साथ- साथ अंबाला, शाहबाद, चंडीगढ़ और दिल्ली में इन खेलों का आयोजन किया जाएगा।
खेलो इंडिया गेम्स के तहत 25 प्रकार के विभिन्न खेल आयोजित किए जाएंगे। इसमें 20 खेल ऐसे हैं जो पहले से आयोजित किए जा रहे हैं। इसके अलावा इस बार पांच प्रादेशिक खेल भी जोड़े गए हैं, जिनमें पंजाब का गतका, मणिपुर का थांग-ता, केरल का कलारीपयट्टू, महाराष्ट्र का मलखंभ और योगासन शामिल हैं । इन खेलों के लिए आवश्यक आधारभूत संरचना के विकास के लिए 250 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिसमें 150 करोड़ रुपये बुनियादी ढांचे के विकास के लिए और 100 करोड़ रुपये अन्य उपकरणों व सुविधाओं के लिए खर्च होंगे।
सभी खेलों के अनुसार विकसित किए जा रहे हैं बुनियादी ढांचे की सभी तैयारियां निर्धारित समय अर्थात 31 दिसंबर तक पूर्ण कर ली जाएंगी। खिलाड़ियों के ठहरने, खाने पीने और परिवहन की संपूर्ण व्यवस्था की जा रही है।उन्होंने कहा कि अधिकतर खेलों के फाइनल मुकाबले 8 फरवरी से शुरू हो जाएंगे जिनका सीधा प्रसारण स्टार स्पोर्ट्स चैनल के माध्यम से होगा। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल कहते हैं कि खेलों के दौरान कोविड-19 के दिशा निर्देशों के अनुपालन को लेकर कोविड-19 के दिशा निर्देशों की अनुपालना सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने बताया कि अभी जो कोरोना के नए वेरिऐंट का पता चला है, उसके दो मामले देश में मिले हैं, उसको लेकर भी स्वास्थ्य विभाग व अन्य सभी विभाग सतर्क हैं और किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है ।
मनोहर लाल ने बताया कि हरियाणा निरंतर खेलों में आगे बढ़ रहा है और राज्य सरकार हर वर्ष खेलों के बजट में वृद्धि कर रही है। वर्ष 2014-15 में खेलों का बजट जहां 151 करोड़ रुपए था वह आज 2021-22 में 394 करोड रुपए हो गया है, जो कि दोगुना से भी अधिक है।उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा 'कैच दैम यंग' पॉलिसी के तहत बचपन से ही खेल प्रतिभाओं को तराशने के लिए 500 खेल नर्सरियां, जो कोविड-19 के कारण बंद हो गई थी उनको फिर से शुरू किया गया है। इसके अलावा, 500 और खेल नर्सरियों को विकसित किया जाएगा।
मनोहरलाल के अनुसार ग्रामीण स्तर पर खेल स्टेडियमों का नवीनीकरण किया जा रहा है। इसके अलावा, सरकार द्वारा मैपिंग भी करवाई जा रही है और जहां जहां खेल स्टेडियमों की संख्या कम है, वहां आवश्यकतानुसार खेल स्टेडियम बनाए जाएंगे। ओलंपिक खिलाड़ियों को तैयारी के लिए राज्य सरकार द्वारा 5 लाख रुपये की राशि एडवांस में देने की पहल को भी खिलाड़ियों ने सराहा है। इसके अलावा हरियाणा अकेला ऐसा प्रदेश है जहां देश ही नहीं दुनिया में ओलंपिक विजेता खिलाड़ियों को सर्वाधिक राशि इनाम स्वरूप दी जाती है। खेलों में हो रही हरियाणा की प्रगति को देखते हुए अन्य प्रांत भी हरियाणा की खेल नीति का अध्ययन कर रहे हैं।उन्होंने हर जिले के एक स्टेडियम में दिव्यांग खेल कॉर्नर बनाने की घोषणा की है। खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से खेलों के लिए तैयार करने के लिए पंचकूला में साइंटिफिक ट्रेनिंग एंड रिहैबिलिटेशन सेंटर बनाया जा रहा है। इसके अलावा, करनाल, हिसार, रोहतक और गुरुग्राम में भी इस तरह के केंद्र स्थापित किये जाएंगे।
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