जानिए गृह मंत्री अनिल विज को PGI से मेदांता क्यों ले गए परिजन

punjabkesari.in Wednesday, Dec 16, 2020 - 11:32 AM (IST)

अंबाला: कोरोना पॉजिटिव हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की जांच रोहतक पीजीआई के साथ अब मेदांता अस्पताल के डॉक्टरों की टीम भी करेगी। मंगलवार को रोहतक पहुंची डॉक्टरों की टीम ने पीजीआई के डॉक्टरों के साथ मिलकर स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज का इलाज शुरु कर दिया है। 

बता दें कि 20 नवंबर को ही अनिल विज ने कोरोना वैक्सीन 'कोवाक्सीन' के तीसरे चरण का पहला टीका लगवाया था। उन्हें अंबाला कैंट के नागरिक अस्पताल में यह टीका लगाया गया था। पीजीआई रोहतक की टीम की निगरानी में ही मंत्री विज को टीका लगाया था।  इसके बाद आधे घंटे तक उन्हें निगरानी में रखा गया था। इससे पहले रोहतक पीजीआई की टीम ने मंत्री अनिल विज के खून का नमूना लिया था। इसके बाद 5 दिसंबर को उन्होंने ट्वीट कर कहा था कि वे वैक्सीन लेने के बाद भी कोरोना पॉजिटिव हो गए।

विज को भारत बायोटेक और ICMR की ओर से विकसित की जा रही 'कोवाक्सीन' की डोज दी गई थी। यही नहीं, बवाल मचने के बाद खुद अनिल विज ने कहा था कि डॉक्टरों ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि कोरोना की वैक्सीन दूसरा डोज लेने के लगभग 14 दिन बाद से काम करना शुरू करती है जबकि वैक्सीन की दूसरी डोज पहली डोज के 28 दिन बाद लगाई जाती है, जिसके 14 दिन बाद ही शरीर में एंटीबॉडीज डेवलप होते हैं और तभी कोरोना से सुरक्षा मिल पाती है। साफ है कि इस पूरी प्रक्रिया में 42 से 45 दिन का वक्त लगता है। 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Isha

Recommended News

Related News

static