10 जून के बाद खुलकर बोले कुलदीप बिश्नोई, माकन के खिलाफ वोट करने की बताई वजह
punjabkesari.in Tuesday, Jun 14, 2022 - 09:44 PM (IST)
चंडीगढ़(धरणी): राज्यसभा चुनाव में गेम चेंजर बने कुलदीप बिश्नोई को भले ही कांग्रेस ने पार्टी के सभी पदों से हटा दिया हो, लेकिन इससे बिश्नोई किसी भी तरह से मायूस नजर नहीं आ रहे। 10 जून के बाद पहली बार कैमरा पर आकर बिश्नोई ने कांग्रेस पार्टी पर जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने ना सिर्फ भूपेंद्र सिंह हुड्डा बल्कि राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी पर भी कई तरह की टिप्पणियां की। बिश्नोई कहा कि जब से आलाकमान ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को फ्री हैंड दिया, तब से कांग्रेस गर्त में जा रही है। पिछले दो विधानसभा चुनावों में फ्री हैंड देने के बाद भी कांग्रेस सत्ता में नहीं आई। बार- बार जनता द्वारा नकारने के बावजूद इस बार भी हाईकमान द्वारा हुड्डा को फ्री हैंड देना पार्टी के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने हुड्डा पर उदाहरण देते हुए कहा कि जिस बच्चे में दिमाग नहीं होता, उसे कितने भी अच्छे टीचर से ट्यूशन दिलवा दो उसके अंक अच्छे नहीं आ सकते। इसी प्रकार हुड्डा अपने दम पर कभी हरियाणा में सरकार नहीं बना सकते।
कांग्रेस को सत्ता में लाना मेरा सपना था- बिश्नोई
विश्नोई ने राहुल गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि मुझे प्रदेश अध्यक्ष पद देने की वायदा खिलाफी की गई। जबकि मैंने राहुल गांधी को स्वयं कहा था कि मैं रिजल्ट देना चाहता हूं। मैं एक वॉरियर हूं। मुझे जंग जीतनी आती है। कांग्रेस को सत्ता में लाना मेरा सपना था। मुख्यमंत्री किसी को भी बना देते मुझे कोई एतराज नहीं था। लेकिन राहुल गांधी ने प्रदेश अध्यक्ष बनाकर फ्री हैंड देने की बात कही। लेकिन मुझसे धोखा देने के बाद भी 1 महीने तक मात्र 5 मिनट मिलने का समय नहीं दिया। उन्होंने कहा कि मेरे जैसे नेता कार्यकर्ता जिससे बड़ा नफा नुकसान हो सकता है, उससे भागकर मिलना चाहिए था। उन्होंने कहा कि मैंने 8 साल मेहनत करके हरियाणा के एक-एक गांव में कार्यकर्ताओं की टीम खड़ी की है। मुझ से वायदा खिलाफी हुई है। जिसका मुझे दुख, गुस्सा और तकलीफ है और कांग्रेस पर तरस भी आ रहा है। इसके लिए राहुल गांधी मेरे जवाबदेह हैं।
वोट डालने वाले 30 सेकंड मेरे जीवन के सबसे मुश्किल पल थे- बिश्नोई
राज्यसभा के लिए कांग्रेस उम्मीदवार अजय माकन को बिश्नोई ने व्यक्तिगत मित्र, अच्छे और सुलझे हुए नेता बताते हुए कहा कि मैं उन्हें वोट देना चाहता था। लेकिन कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष के गलत फैसले के कारण राहुल गांधी से मिलकर नाराजगी जताना चाहता था। लेकिन मुझे समय नहीं दिया गया और वोट डालने वाला 30 सेकंड का वक्त मेरे जीवन का सबसे मुश्किल दौर था। अजय माकन के खिलाफ सात जन्म भी वोट नहीं डाल सकता। लेकिन हुड्डा कांग्रेस को भी वोट नहीं दे सकता। मैंने हुड्डा के खिलाफ प्रदेश अध्यक्ष के गलत फैसले के खिलाफ अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट दिया है। मैं अजय माकन से मिलकर इस बारे में व्यक्तिगत तौर पर बातचीत करूंगा।
राहुल गांधी एक के बाद एक गलत फैसले कर रहे हैं- बिश्नोई
विश्नोई ने कहा कि प्रदेशाध्यक्ष बनाने का फैसला आलाकमान ने मेरिट को छोड़कर दबाव में किया है। जब पार्टी दबाव में काम करती है तो उसका पतन निश्चित है। राहुल गांधी बेशक सुलझे हुए नेता हैं लेकिन एक के बाद एक गलत फैसले हो रहे हैं। पंजाब के बाद हरियाणा में गलत फैसले लिए गए। ऐसे में अच्छे रिजल्ट की कामना नहीं की जा सकती। राहुल गांधी को काम करने का तरीका बदलना होगा। मेरिट के आधार पर फैसले लेने होंगे, तभी मोदी का मुकाबला हो सकेगा। नहीं तो 2024 में कांग्रेस पार्टी फाइट में नहीं है। उन्होंने कहा कि आलाकमान कुछ लोगों की बात सुनती है। ऊपर बैठे कुछ लोग कान के कच्चे हैं। उन्होंने कहा कि अगर कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद मैंने कोई अलग फैसला लिया तो हरियाणा से हटकर राजस्थान की 32 विधानसभाओं और 7 लोकसभा सीटों पर कांग्रेस को भारी नुकसान होगा। बिश्नोई समाज मुझसे बहुत प्यार करता है और मैं उनके दिल में बसता हूं।
मेरी सदस्यता कानूनी तौर पर कांग्रेस पार्टी खत्म नहीं करवा सकती- बिश्नोई
विश्नोई ने कहा कि उनकी सदस्यता कानूनी तौर पर कांग्रेस पार्टी खत्म नहीं करवा सकती। लेकिन फिर भी ऐसा कुछ होता है तो चौधरी भजनलाल परिवार उपचुनाव से कभी नहीं डरा। तीन विधानसभा और एक लोकसभा चुनाव सरकारों के विरुद्ध जीते हैं। हुड्डा सरकार के दौरान तीन और चौधरी बंसीलाल की सरकार के वक्त में एक उप चुनाव जीता है।
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