दुर्भाग्य की बात है, जीरो आवर में विपक्ष के लोगों को बोलने का मौका देना चाहिए था: बलराज कुंडू

punjabkesari.in Tuesday, Aug 24, 2021 - 08:06 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी): विधानसभा सत्र की कार्यवाही को लेकर जहां सत्ता पक्ष के विधायक पूरी तरह से संतुष्ट नजर आ रहे हैं। वहीं विपक्ष में बैठी कांग्रेस और कुछ निर्दलीय विधायक इस पर कई सवालिया निशान खड़े कर रहे हैं। इस बारे में महम से विधायक बलराज कुंडू ने बातचीत के दौरान कहा कि बड़े दुर्भाग्य की बात है कि जीरो आवर के दौरान विपक्ष के लोगों को बोलने का मौका देना चाहिए था, ताकि ज्वलनशील मुद्दों पर चर्चा हो और उसका समाधान हो। अच्छी नीतियां बने, लेकिन इस दौरान सत्ता पक्ष के विधायक अपने क्षेत्र की सड़कें और गलियां न बनने का रोना रोते रहे।

कुंडू ने कहा कि पेपर लीक मुद्दा एक गंभीर विषय है। यह प्रदेश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ का मुद्दा है। 8 लाख 30 हजार बच्चों ने इस भर्ती के लिए अप्लाई किया। सरकारी खजाने में करोड़ों रुपए जमा हुए और आसानी से कह दिया गया कि पेपर लीक हो गया। 2014-15 के दौरान जब सरकार बनी तो एचएसएससी, एचपीएससी के पेपरों के फटाफट रिजल्ट निकाले जा रहे थे। रिजल्ट के अगले दिन ही इंटरव्यू किए गए और 24 घंटे में उनका परिणाम घोषित कर दिया गया। सरकार ने खूब वाहवाही लूटी। कहा गया कि दो 2 साल से लटके हुए पेपर हमने फटाफट कर दिए। बड़ी-बड़ी बातें की गई। उस सिस्टम कि मैं तारीफ करता हूं। लेकिन यह तंत्र टेबल 1 साल तक चला। फिर से पुराने ढर्रे पर सिस्टम आ खड़ा हुआ। अब फिर से पहले की तरह पेपर लीक होना, नकल होना और पेपर पोस्टपोन होना शुरू हो गया।

उन्होंने कहा कि एचएसएससी के चेयरमैन भारत भूषण भारती की कुछ साल पहले वीडियो वायरल हुई। उन पर प्रेशर बनाया गया। कुछ दिनों के लिए उन्हें हटा भी दिया गया था। लेकिन फिर उन्हें गंगाजल में नहलाकर पवित्र करके दोबारा से लगा दिया गया।यह नकल का मामला नहीं है। पेपर लीक का मामला है। आखिर यूपीएससी का पेपर क्यों नहीं लीक होता। क्योंकि वहां एक दुरुस्त तरीके से काम किया जाता है। मैंने सेशन में सुझाव दिया है। अगर सही में सरकार की नीयत ठीक है तो पेपर 1 तरह के क्यों बनाए जाते हैं। 10 तरह के पेपर बनाए जाने चाहिए। 2 को सुरक्षित अलग से रखें। जो कि अगर कहीं किसी भी प्रकार की ऐसी घटना होती है तो उनका इस्तेमाल किया जा सके। बाकि 8 तरह के पेपरों को अलग-अलग जिले में भिजवाए। 10 मिनट पहले ही पता लगना चाहिए कि किस जिले में कौन सा पेपर भेजा जाएगा। इससे इस तरह की सभी संभावनाएं खत्म हो जाएंगी। क्योंकि यह घोटाला बहुत बड़ा है। षड्यंत्र की जम्मू से तार जुड़ना एक आसान बात नहीं है। क्योंकि अंदर के तंत्र को ही पता है कि पेपर जम्मू में छपवाए जाते हैं।

इसके साथ कुंडू ने कहा कि मैंने सेशन के दौरान अपने विधानसभा क्षेत्र महम में पानी और जलभराव का मुद्दा उठाया है। साथ ही साथ महम गर्ल्स कॉलेज का मुद्दा भी मैंने उठाया है। मैं 2 साल से यह मुद्दा उठा रहा हूं। लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से कोई रिजल्ट नहीं मिला। मुख्यमंत्री सबका साथ-सबका विकास की बात करते हैं। लेकिन आगे देखा जाएगा कि कुछ नतीजा निकलेगा या नहीं। सेशन के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल के द्वारा बलराज कुंडू पर भोलाभाला विधायक होने की टिप्पणी की गई थी। जिस पर कुंडू ने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल समझते हैं कि मैं कॉल अटेंशन मोशन कांग्रेस के कहने पर लाता हूं। लेकिन सच यह है कि मैं अपनी समझ, बुद्धि और विवेक से लगाता हूं और मैंने यह कॉल अटेंशन मोशन कांग्रेस से कहीं पहले लगा दिए थे।
 

(हरियाणा की खबरें टेलीग्राम पर भी, बस यहां क्लिक करें या फिर टेलीग्राम पर Punjab Kesari Haryana सर्च करें।) 

 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vinod kumar

Recommended News

Related News

static