मोरनी में भूसंखलन से बना खतरा, भूकम्प की बनी आशंका : विजय बंसल

punjabkesari.in Friday, Apr 30, 2021 - 03:19 PM (IST)

चंडीगढ़ (धरणी) : खण्ड मोरनी की पोंटा पंचायत के गांव शेर गुजरा में निरन्तर भूसंखलन से कभी भी बड़ी अनहोनी होने से ग्रामीणों व लोगों में संशय बना हुआ है जिसको लेकर शिवालिक विकास मंच के अध्यक्ष व राज्य सरकार में चेयरमैन रह चुके विजय बंसल एडवोकेट ने दीपांशु बंसल, अजय बबल, बिशन सिंह समेत अपने साथियों के साथ मौके का जायजा लेकर ग्रामीणों से जमीन खिसकने समेत समस्या को विस्तार से जाना। विजय बंसल का कहना है कि उन्होंने मौके पर देखा कि भूसंखलन से जहाँ तो एक तरफ पहाड़ खिसकने शुरू हो चुके है वहीं सड़के भी इससे खिसकर धस गई है। इसके साथ साथ सड़को के एक ओर बने दंगे भी टूट गए है। प्रमुख रूप से ग्रामीणों के मकान भी टूट गए है जिससे लोगो को काफी नुकसान हो चुका है। यदि समय रहते समस्या का समाधान नही हुआ तो आने वाले समय मे इलाके को भारी नुकसान सहन पढ़ सकता है। 

विजय बंसल ने पूरे मामले की जानकारी एक पत्र के माध्यम से सीएम मनोहर लाल, अतिरिक्त मुख्य सचिव व जिला उपायुक्त को दी है जिसमें उन्होंने पीड़ित ग्रामीणों को डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत मुआवजा देने की मांग की है। इसके साथ ही मोरनी के शेर गुजरा गांव में भूवैज्ञानिकों से सर्वे करवाकर समस्या हल करवाने की मांग भी की है। विजय बंसल ने इलाके में चल रही अवैध माइनिंग को इसका मूल कारण बताया है। आलम यह है कि खेत 50-50 मीटर नीचे चले गए और 100 मीटर की खाई बन गई है जिससे लोगों की मौत भी हो चुकी है।

वर्ष 2004 में जनहित याचिकाकर्ता श्री विजय बंसल ने खनन माफिया के विरुद्ध जनहित याचिका नम्बर 20134/2004 दायर करी थी जिसमें कहा गया था कि इस क्षेत्र में पीएलपीए 1900 एक्ट की धारा 3, 4 व 5 और वन संरक्षण एक्ट 1980, भारतीय वन अधिनियम 1927 लागू है।जापानी विशेषज्ञयों ने उस समय डिपार्टमेंट ऑफ जियोलॉजी तथा आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों ने इस क्षेत्र का दौरा करके पाया था कि यहां सिस्मिक प्लेट्स साढ़े 3 मिटर ऊपर नीचे होती है। यह इलाका सेन्स्टिव जॉन 4 है जिसमे यह इलाका अति सवेंदनशील क्षेत्र है।यदि अवैध खनन को नही रोका गया तो बड़ा भूकंप आ सकता है जैसे 1905 में कांगड़ा में भूकंप आया था व 20 हजार लोग मारे गए थे।वर्ष 2010-11 में जिला पंचकूला के चंडीकोटला व नाडा साहिब की पहाड़ियों में भी 3-3 मीटर की दरारे आ गई।चंडीकोटला में कई मकान तहस नहस हो गए।

इस भूकंप को रोकने के लिए व उपाय करने के लिए श्री विजय बंसल ने वर्ष 2011 में जनहित याचिका न 18188/2011 दायर करी थी।हाईकोर्ट की खंडपीठ ने सरकार को आदेश दिए थे कि 2 माह के भीतर कार्यवाही करी जाए।इसके साथ ही 66 लोगो को मुआवजा भी दिलवाया गया था। मौके पर ग्रामीणों में राम सिंह पूर्व चेयरमैन जिला परिषद,मुल्तान सिंह,पृथ्वी सिंह,बलविंर सिंह,राम सिंह पूर्व पंच,बनरासी दास, राम लोक,रणवीर सिंह,संजय कुमार आदि अन्य ने विजय बंसल को निरीक्षण करवाया और समस्या के बारे बताया।विजय बंसल ने आश्वस्त किया कि उनकी समस्या के समाधान के लिए हर सम्भव प्रयास किए जाएंगे और मुआवजा दिलवाकर सर्वे करवाने का भी काम करवाया जाएगा।

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Content Writer

Manisha rana

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