बारिश की फुहारों के बीच दिखी देशभक्ति की गर्माहट, विधान सभा ने मनाया पराक्रम दिवस

punjabkesari.in Sunday, Jan 23, 2022 - 06:58 PM (IST)

चंडीगढ़(चन्द्र शेखर धरणी):  बारिश की तेज फुहारों और शीतलहर के बीच रविवार को एमएलए हॉस्टल में देशभक्ति की गर्माहट देखने लायक रही। हरियाणा विधान सभा की ओर से नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित पराक्रम दिवस समारोह में मुख्यमंत्री मनोहर लाल और विस अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता के भाषणों ने नेताजी की यादों का ताजा कर दिया। विधान सभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा और विकास एवं पंचायत मंत्री देवेंद्र सिंह बबली ने भी नेताजी से जुड़े संस्मरण सांझा किए। इससे पहले एमएलए हास्टल के सामने हाल ही में बनाए गए पार्क में नेताजी की आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया गया। मुख्यमंत्री और विधान सभा अध्यक्ष ने अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ सुभाष चंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। इस पार्क में नेताजी सुभाष चंद्र बोस के जीवन पर एक प्रदर्शनी भी लगाई गई। उल्लेखनीय है कि रविवार को मनाए गए 'पराक्रम दिवस' के जश्न के साथ ही गणतंत्र दिवस समारोह का भी आगाज हो गया है।

इस अवसर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस एक अद्वितीय नेता थे, जिन्होंने आजाद हिंद फौज का नेतृत्व करके न केवल भारत की धरती पर बल्कि पूरे विश्व में आजादी की मशाल जलाई थी। भारत माता के लिए अपने अद्वितीय संघर्ष के लिए नेताजी को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उन्होंने देश को ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त करवाने के लिए बेमिसाल संघर्ष किया। नेताजी ने आज़ाद हिंद फौज के बल पर विदेशी शासन की नींव हिला दी और अंग्रेजों को भारत छोडऩा पड़ा था।

इससे पूर्व विधान सभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता ने अपने संबोधन में कहा कि आज का दिन बहुत अहम है, क्योंकि देश में पहले से ही आजादी का अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है और आज हम नेताजी के सर्वोच्च बलिदान को याद करते हुए उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस पार्क के उद्घाटन के दिन ही हमने तय किया था कि इस पार्क में नेताजी की प्रतिमा स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि नेताजी एक महान देशभक्त और एक उत्कृष्ट वक्ता थे। उनका जीवन शुरू से ही भारत माता की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए समर्पित रहा। उन्होंने युवाओं में देशभक्ति की भावना जागृत करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने देश की सेवा के लिए अपना जीवन समर्पित करने के लिए युवाओं में जन जागरूकता फैलाने के लिए कई देशों का भी दौरा किया। उन्होंने कहा कि नेताजी स्वामी विवेकानंद के जीवन और शिक्षाओं से बहुत प्रेरित थे और उन्हीं का अनुसरण करते हुए उन्होंने अपना पूरा जीवन देश को ब्रिटिश शासन के चंगुल से मुक्त करने और भारत को 'पूर्ण स्वराज' का दर्जा देने के संकल्प के साथ देश की सेवा करने के लिए समर्पित कर दिया। उन्होंने कहा कि आज के दिन हमें नेताजी के साथ-साथ उन लाखों महान शहीदों को भी याद करना चाहिए जिन्होंने भारत माता के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया।

विकास एवं पंचायत मंत्री श्री देवेंद्र सिंह बबली ने कहा कि आज उनके लिए गर्व का क्षण है कि उनके दादा कैप्टन उमराव सिंह ने नेताजी सुभाष चंद्र बोस के साथ आजादी की लड़ाई लड़ी थी। यह हमारा परम कर्तव्य है कि हम नेताजी द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान हेतु उनके प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें। राष्ट्र के युवाओं को नेताजी और स्वतंत्रता संग्राम में अपने प्राणों की आहुति देने वाले शहीदों के जीवन से देशप्रेम और देश सेवा की प्रेरणा लेनी चाहिए। इस मौके पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष श्री विजय कुमार सिन्हा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी विनोद तांवड़े, अंबाला से सांसद रतन लाल कटारिया, पंचकूला के मेयर कुलभूषण गोयल और विधान सभा सचिव राजेंद्र कुमार नांदल भी मौजूद रहे।


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Content Writer

Isha

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